मुजफ्फरनगर। तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान आन्दोलन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की सुरक्षा बढ़ाई गई है। शासन के आदेश पर मुजफ्फरनगर पुलिस लाइन से उन्हें दो और गनर उपलब्ध कराए गए हैं। अब तीन पुलिसकर्मी उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। भाकियू नेता को मिल रही लगातार धमकियों के मद्देनजर प्रदेश सरकार ने उनकी सुरक्षा बढ़ाई है।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत तीन कृषि कानूनों के विरोध में बीते सात माह से 24 नवंबर से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच भाकियू नेता को तीन बार धमकी मिल चुकी है। राकेश टिकैत के पास पहले से ही एक सुरक्षाकर्मी उपलब्ध है। अब उन्हें मिल रही लगातार धमकियों को गंभीरता से लेते हुए शासन ने गाजियाबाद प्रशासन से रिपोर्ट मंगवाई थी। जिसके बाद शासन ने राकेश टिकैत की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लेते हुए मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन से उन्हें दो और सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने के आदेश दिए।
शासन के आदेश पर स्थानीय प्रशासन ने पुलिस लाइन से भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता को दो और सुरक्षाकर्मी उपलब्ध करा दिए हैं। वहीं मुजफ्फरनगर में भी भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं में उबाल है। भाकियू कार्यकर्ताओं ने जनपद के थानों में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष धीरज लाटियान ने बताया कि जब तक किसानों की ओर से मुकदमा दर्ज नहीं होगा, तब तक थानों पर धरना जारी रहेगा।
राकेश टिकैत के नेतृत्व में चल रहा किसान आन्दोलन
गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में आंदोलन चल रहा है। वहीं आंदोलन के दौरान कुछ भाजपा नेता मंच पर पहुंच गए थे। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं को मारपीट कर भगा दिया था।
इस मामले में पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। वहीं जब किसान यूनियन के पदाधिकारी मुकदमा दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। इससे कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है।