Saturday, May 18, 2024
HomeUncategorizedके.डी. डेंटल कॉलेज में आत्म सशक्तीकरण अभियान का शुभारम्भ

के.डी. डेंटल कॉलेज में आत्म सशक्तीकरण अभियान का शुभारम्भ


आध्यात्मिकता चिकित्सकीय सेवा में भी बेहद कारगर
मथुरा। के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में ब्रह्मा कुमारी मेडिकल विंग द्वारा समग्र कल्याण, जीवन का एक तरीका विषय पर सात दिवसीय आत्म सशक्तीकरण अभियान का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर विद्वतजनों ने माना कि आध्यात्मिकता स्वयं की देखभाल का प्रभावी समाधान होने के साथ ही चिकित्सकीय सेवा में भी बेहद कारगर है। साप्ताहिक अभियान के शुभारम्भ से पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर ‘समग्र कल्याण’ विषय को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के दौरान, लांचिंग इवेंट को चिह्नित करने के लिए एक नृत्य प्रदर्शन और शुभ कलश तथा ध्वज समारोह का भी आयोजन किया गया।
बी.के. तनुजा, राजयोग शिक्षक (श्रीराधापुरम एस्टेट, मथुरा) ने कहा कि अपने वास्तविक आत्मीय स्व को जानना और उस वास्तविक आत्म की देखभाल करना-सीखना आपको वास्तविक उपचार की ओर ले जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम जो भी करते हैं उसमें परमात्मा का एक तत्व और शक्ति होनी चाहिए। इस अवसर पर डॉ. रीना तोमर (एमबीबीएस, एमडी पैथोलॉजी), मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज ने फील वेल टू हील वेल विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि हम दूसरों को भला-चंगा करने से पहले स्वयं को स्वस्थ रखें। उन्होंने अपने स्वयं के व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए बताया कि वह कैसे दूसरों की देखभाल और स्वयं की देखभाल के बीच संतुलन बनाए रख पाती हैं।
दिल्ली एनसीआर में मेडिकल विंग की अतिरिक्त जोनल कोऑर्डिनेटर बीके लक्ष्मी दीदी ने कहा कि आज शारीरिक उपचार से समग्र चिकित्सा की ओर बढ़ना अत्यंत महत्वपूर्ण है। आध्यात्मिकता यह स्पष्ट समझ प्रदान करती है कि हम इसे कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज की तनावपूर्ण दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति को समाज की सही सेवा प्रदान करने के लिए स्वयं की देखभाल करने की आवश्यकता है। आत्म सशक्तीकरण, स्वयं को जानना और स्वयं की विचार प्रक्रिया की देखभाल करना व्यक्ति व समाज दोनों के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि आत्मा को जानने के लिए ज्ञान और इरादा दोनों का होना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि 24 घंटे खुद को तरोताजा रखना महत्वपूर्ण है। इसके लिए हमें रोजाना ध्यान करने की जरूरत है। राजयोग की अवधारणा पर उन्होंने कहा, यह आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का सरल तरीका है। स्वयं की देखभाल से ही हम दूसरों की अच्छी देखभाल कर सकते हैं। इस अवसर पर 27 दिसम्बर से के.डी. डेंटल कॉलेज में राजयोग साप्ताहिक पाठ्यक्रम के शुभारम्भ की भी घोषणा की गई।
मुख्य अतिथि, डॉ. उपेंद्र पाल सिंह सोलंकी, चिकित्सा अधीक्षक, जिला जेल, मथुरा ने कहा, “मैं न केवल मथुरा और वृंदावन शहर में इस अभियान को शुरू करने के लिए ब्रह्मा कुमारियों को बधाई देता हूं बल्कि वह भी इस तरह के आध्यात्मिक अभियान का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने माना कि मानवता व समाज की बेहतरी के लिए आत्म-सशक्तीकरण और आत्म-विकास को होना जरूरी है। के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के प्राचार्य और डीन डॉ. मनेष लाहौरी ने कहा, “वह मथुरा शहर में समग्र कल्याण लॉन्चिंग कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए अपने आपको भाग्यशाली मानते हैं। कार्यक्रम का शुभारम्भ बी.के. रूपा तथा समापन बी.के. मीनाक्षी द्वारा ध्यान सत्र और भक्ति मूल्य आधारित गीतों के साथ हुआ। कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी नीरज छापड़िया, संस्थान के प्राध्यापक, छात्र-छात्राएं तथा बड़ी संख्या में अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
चित्र कैप्शनः ब्रह्मा कुमारी बहनों के साथ के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी व डॉ. उपेंद्र पाल सिंह सोलंकी।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments