Saturday, May 18, 2024
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राजीव एकेडमी में हुई इम्पॉर्टेंस आफ सिस्टम एनालिटिक्स स्किल्स पर कार्यशाला

एनालिटिक्स स्किल्स व्यापार को चार चांद लगाने में मददगार
मथुरा। शुक्रवार को राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के बी.सी.ए. विभाग द्वारा इम्पॉर्टेंस आफ सिस्टम एनालिटिक्स स्किल्स विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विषय विशेषज्ञ जवाहर सोनी ने अपने अनुभव और विचारों से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आज के इस युग में जिस व्यापारिक संस्थान ने आई.टी. सेक्टर के महत्व को पहचानते हुए उसे आत्मसात किया है, वह निश्चित ही सफलता के शिखर पर है।
श्री सोनी ने कहा कि आज के व्यापार प्रधान युग में आई.टी. का सर्वाधिक उपयोग हो रहा है। आई.टी. के माध्यम से कई बड़ी कम्पनियां विश्वस्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में सफल हुई हैं। आई.टी. के माध्यम से व्यापारिक गतिविधियों में प्रयुक्त होने वाली स्किल यानि कौशल का अपना अलग महत्व है। उन्होंने कहा कि सिस्टम एनालिटिक्स किसी बड़े व्यापारिक संस्थान में आई.टी. क्षमता को अधिक से अधिक निखार कर कम्पनी एवं ग्राहक दोनों के लिए उपयोगी बनाता है। हम कह सकते हैं कि एनालिटिक्स स्किल्स किसी कम्पनी और व्यापार को चार चांद लगाने में मददगार होती है।
श्री सोनी ने छात्र-छात्राओं का बताया कि सिस्टम एनालिटिक्स के विभिन्न प्रकार के साधनों द्वारा आई.टी. सेवाओं को और अधिक प्रभावशाली ढंग से उपयोग में ला सकता है। उन्होंने बताया कि सिस्टम एवं एप्लीकेशन के माध्यम से आई.टी. की कार्यप्रणाली को अधिकतम उपयोग में लाने के साथ इम्फार्मेशन प्रोसेसिंग के माध्यम से समयानुकूल परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। इतना ही नहीं सिस्टम डेवलपमेंट के माध्यम से नवाचार द्वारा उसे और अधिक उपयोगी बनाया जा सकता है।
रिसोर्स परसन ने कहा कि आई.टी. आर्किटेक्चर मैनेजमेंट के माध्यम से किसी भी व्यापारिक संस्थान की कार्यप्रणाली को अत्यधिक उपयोगी बनाने में भी मदद मिलती है। टेलीकम्युनिकेशन द्वारा कम्पनी और क्लाइंट के मध्य सामंजस्य और विश्वास को बढ़ाना आसान होता है। उन्होंने कहा कि आईटी सिस्टम डिपार्टमेंट द्वारा विभिन्न प्रकार की नवीनतम तकनीकों के माध्यम से कम्पनी के व्यापार और संस्थान की कार्यप्रणाली को आसान एवं अधिक उपयोगी बनाने में भी मदद मिल सकती है। इससे कम से कम समय में मानव संसाधन का उपयोग कर अधिक दक्षता के साथ व्यापारिक एवं औद्योगिक परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने विषय विशेषज्ञ जवाहर सोनी का आभार मानते हुए छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि कार्यशाला में अर्जित ज्ञान पर निरंतर अभ्यास करते रहें।
चित्र कैप्शन। इम्पॉर्टेंस आफ सिस्टम एनालिटिक्स स्किल्स विषय पर छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए विषय विशेषज्ञ जवाहर सोनी।

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