आगरा में गांव मिढ़ाकुर के मजरा घड़ी दौलता में मंगलवार की शाम घरेलू कलह के बाद विवाहिता दीपा (26) ने पोखर में छलांग लगा दी थी। बचाने के लिए पोखर में कूदा पति बहादुर (28) भी डूब गया। बुधवार सुबह दोनों की लाश बरामद हो सकी।
थानाध्यक्ष मलपुरा अवनीश त्यागी ने बताया कि बहादुर जाटव आगरा में मजदूरी करता है। मंगलवार की शाम उसका पत्नी दीपा से किसी बात पर विवाद हो गया था। कहासुनी के बाद गुस्से में दीपा घर से निकली और गांव के बाहर स्थित बड़े पोखर में छलांग लगा दी। बहादुर भी उसे बचाने के लिए पोखर में कूद गया। दोनों डूब गए।
सूचना पर क्षेत्राधिकारी अछनेरा महेश कुमार फोर्स के साथ पहुंचे। दंपती की तलाश के लिए पुलिस ने रुनकता से गोताखोर को बुलाया। मंगलवार रात नौ बजे तक दोनों की तलाश की जाती रही। सीओ ने बताया कि रात होने के कारण तलाश में दिक्कत आ रही है। पीएसी के गोताखोर बुलाकर दोनों की तलाश बुधवा सुबह कराई गई।
बच्चों की चिंता
ग्रामीणों के मुताबिक बहादुर जाटव के मां-पिता नहीं हैं। वह तीन भाई हैं। तीनों परिवार के साथ अलग-अलग रहते हैं। बहादुर जाटव मारबल लगाने का काम आगरा में करता है। उसके दो बच्चे डेढ़ साल की बेटी और तीन माह का मासूम बेटा है। सोमवार को पति-पत्नी में किसी बात पर झगड़ा हुआ। इसके बाद दीपा गुस्से में जान देने की धमकी देते हुए घर से निकली थी। वह गांव के बड़े पोखर में जाकर कूद गई। उसके पीछे दौड़ा बहादुर भी बचाने की नीयत से पोखर में छलांग लगा दिया था। जिससे दोनों डूब गए। घटना से ग्रामीण स्तब्ध रह गए। बुधवार सुबह दोनों के शव पोखर से बरामद हुए तो परिवार में कोहराम मच गया।