- नवाचार की अटल रैकिंग में जीएलए को मिला एक्सीलेंट बैंड श्रेणी में स्थान
मथुरा। प्रत्येक छात्र उद्यमशील और रोजगारपरक हो इसी ध्येय पर चलने वाले जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा को नवाचार, स्टार्टअप और उद्यमिता विकास की अटल रैकिंग में देश के 46 निजी विश्वविद्यालयों की एक्सीलेंट बैंड रैंक में स्थान मिला है। इस रैंक की प्रमाणिकता दर्शाती है कि छात्रों के लिए जीएलए में इनोवेशन, एंटरप्रेन्याॅरिषिप और स्टार्टअप्स के लिए कितना बेहतरीन इकोसिस्टम है।
बीते दिनों केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) द्वारा तैयार अटल रैंकिंग ऑफ इंस्टीट्यूशंस ऑन इन्नोवेशन एचीवमेंट्स (एआरआइआइए) को शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने जारी की। इस रैंकिंग में पहली बार में ही जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने देश के शीर्ष 46 निजी विश्वविद्यालय की सूची में अपना नाम दर्ज कर एक्सीलेंट बैंड रैंक हासिल की है। यह रैंक भारत के सभी प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों और विश्वविद्यालयों को छात्रों और संकाय सदस्यों के बीच नवाचार और उद्यमिता विकास से संबंधित उत्कृश्ट कार्य करने के लिए प्रदान की गयी है।
विदित रहे कि विश्वविद्यालय में जीएलए न्यूजेन आइईडीसी के माध्यम 42 स्टार्टअपों की शुरुआत हो चुकी है। जिनमें से 5 स्टार्टअप देश के विभिन्न राज्यों में संचालित हैं तथा 37 स्टार्टअप विश्वविद्यालय से ही लोगों के साथ जुड़कर बेहतर सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा जीएलए में स्थापित इन्क्यूबेटर केन्द्र के माध्यम से आगामी वर्शों में 100 से अधिक स्टार्टअप को वित्तीय सहायता के रूप में 1 लाख 80 हजार से लेकर 5 लाख तक प्रदान कर बढ़ावा देने पहल की है।
कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय में अब तक 72 इनोवेटिव प्रोटोटाइप तैयार किए जा चुके हैं। जीएलए में अब भी 37 स्टार्टअप कार्यरत हैं, जिसमें 14 से अधिक टीमें अपना रजिस्ट्रेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में करा चुकी हैं। कुछ टीमें अपना रजिस्ट्रेशन कराने के लिए प्रयासरत हैं।
जीएलए में कार्यरत स्टार्टअप टीमों को आवश्कतानुसार ट्रेडमोलेन ई-साइकिल प्रा.लि, फूड़वागोन प्रा.लि, साइबर इमपोस्टर्स को आर्थिक सहायता प्रदान की है। स्टार्टअप लांच पैड में पंजीकृत ट्रेडमोलेंन ई-साइकिल प्रा.लि, द्वारा ट्रेड ई-साइकिल का निर्माण किया जा रहा है। फूड़वागोन प्रा.लि, द्वारा रेहड़ी फुटपाथ पर ठेले लगाने वालों के लिए अत्याधुनिक ठेले का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा पिछले 5 वर्षों में विश्वविद्यालय ने 270़ पेटेंट दायर किए हैं, जिनमें से 225 प्रकाशित हो चुके हैं, 15 स्वीकृत हो गए हैं।
जीएलए के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर नीरज अग्रवाल ने विष्वविद्यालय को मिली उपलब्धि पर कहा कि ये तो अभी षुरूआत है। आने वाले वर्शों में जीएलए का लक्ष्य अटल रैंकिंग में टाॅप 10 की सूची में षामिल होना है। इसके लिए विष्वविद्यालय के छात्र और षिक्षक कड़ी मेहनत के साथ जुट गए हैं। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, न्यूजेन आइईडीसी के चीफ कोऑर्डिनेटर डाॅ. मनोज कुमार और टीम में षामिल जीतेन्द्र कुमार, अभिशेक प्रताप गौतम सहित विष्वविद्यालय के अन्य पदाधिकारियों के प्रयासों को सराहा है।