-जीएलए में आयोजित जीएलएथॉन में सीईओ नीरज ने प्रोग्रामर विद्यार्थियों को किया मोटीवेट
मथुरा। वर्तमान समय तकनीकी युग का है। बेहतर तकनीकी शिक्षा ही विद्यार्थी के सफलता का मार्ग खोल सकती है। इसी
परिवेश में अपने विद्यार्थियों को ढ़ालने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा जुटा हुआ है। अपने विद्यार्थियों की इस तकनीकी शिक्षा को परखने और जानने के लिए विश्वविद्यालय में जीएलएथॉन 2023 कॉम्पटीशन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें प्रोग्रामर विद्यार्थी जुटे। कॉम्पटीशन में सुरक्षात्मक प्लेटफॉर्म तैयार करने वाले विद्यार्थियों को नगद राशि और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
जीएलएथान 2023” का शुभारम्भ कुलपति प्रोफेसर फाल्गुनी गुप्ता, सेंटर ऑफ कॉस्मोलॉजी एस्टंॉफिजिक्स स्पेस साइंस के निदेशक प्रोफेसर अनिरूद्ध प्रधान, कंप्यूटर साइंस विभाग के डीन प्रोफेसर अशोक भंसाली एवं प्रोफेसर आनंद सिंह जलाल द्वारा मां सरस्वती एवं प्रेरणास्त्रोत श्री गणेशीलाल अग्रवाल जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इसके उपरांत निदेशक इन्क्यूबेशन प्रोफेसर मनोज कुमार ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला एवं सभी विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए बधाई दी।
कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने विभिन प्रतियोगिताओं में राष्टींय स्तर पर अपना और जीएलए विश्वविद्यालय का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समस्या का समाधान करने की कला का विकास होता है। डीन प्रोफेसर अशोक भंसाली ने अपने संबोधन के माध्यम से प्रतियोगियों का हौसला बढ़ाते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। प्रोफेसर आनंद सिंह जलाल ने कहा कि इसके माध्यम से छात्र एवं छात्राएं समस्या को खोजकर उसके समाधान की प्रवृत्ति एवं नवाचार की प्रेरणा ले सकते हैं।
जीएलएथान 2023” के मध्य में जीएलए चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर नीरज अग्रवाल द्वारा विजिट करने पर छात्र एवं छात्राओं ने गजब का उत्साह दिखाया। प्रत्येक टीम के छात्र से समस्या और उनके समाधान के बारे में जानकारी हासिल की। जानकारी पाकर सीईओ ने विद्यार्थियों को और मोटीवेट करते हुए कहा कि जीएलए प्रत्येक विद्यार्थी को आगे बढ़ने का रास्ता तो दिखा सकता है, लेकिन उस पर आगे बढ़कर तरक्की विद्यार्थी को ही करनी होगी। इसलिए इस तकनीकी युग में आधुनिक शिक्षा जहां से भी हासिल हो उसे लेने में कोई हर्ज नहीं है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा का कोई अंत नहीं है। शिक्षा ऐसी शिक्षा है जिसे जितना भी हासिल करेंगे उतना ही कम लगेगा। क्योंकि हो सकता है आपके सामने वाला विद्यार्थी आपसे कहीं और अधिक दोगुनी तैयारी करके आगे बढ़ रहा है।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए निदेशक इन्क्यूबेशन प्रोफेसर मनोज कुमार ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय में
लगातार 24 घंटे का सॉफ्टवेयर आधारित जीएलएथान 2023” का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने कोडिंग के द्वारा जीएलए की कुछ समस्याओं एडमिशन मनैजमेंट सिस्टम, अटेंडेन्स मैनेजमेंट सिस्टम, हैंकिंग को रोकना, पार्किंग मनैजमेंट सिस्टम आदि कोनवाचार के माध्यम से हल करने का प्रयास किया। उन्होंने बातया कि सॉफ्टवेयर में नवाचार समाधान की संस्कृति एवं मानसिकता को विकसित करता है। ‘‘जीएलएथान 2023” का आयोजन संयुक्त रूप से शिक्षा मंत्रालय, एआईसीटीइ और इंस्टीटूशन इनोवेशन कौंसिल जीएलएयू, स्टार्टअप लांचपैड जीएलएयू, ई- सेल एवं न्यूजेन आईइडीसी जीएलए विश्वविद्यालय द्वारा किया गया।
वरिष्ट प्रबंधक रवि तिवारी ने बताया कि जीएलएथान 2023” में कुल 48 टीम एवं 252 प्रतियोगी, जिसमें कुल 175 छात्र एवं 77 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस कार्यक्रम में प्रोग्रामर विद्यार्थियों की विजेता टीम में प्रथम कोड़ स्लायेरस को 15 हजार, द्वितीय कोडलायन्स को 10 हजार तथा तृतीय पुरस्कार संयुक्त रूप मे टीम मार्कअप कॉनाईजार और टीम न्यूरल निंजास् को 5-5 हजार की इनाम राशि और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित न्यूजेन आईइडीसी
कॉर्डिनेटर जितेन्द्र कुमार एवं सहायक प्रबंधक अभिशेक गौतम का सहयोग सराहनीय रहा।