Friday, May 17, 2024
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राजीव इंटरनेशनल स्कूल में हर्षोल्लास से मना शिक्षक दिवस

भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कृतित्व को किया याद

गुरुजनों को बैच व उपहार भेंट कर किया सम्मानित

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल स्कूल में मंगलवार को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के कृतित्व को याद करते हुए शिक्षक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने अपने शिक्षकों को उनके पद व गरिमा के अनुरूप टाइटल भी प्रदान किए।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल में मंगलवार को सुबह से ही शिक्षक दिवस को लेकर उत्साह और उमंग देखी गई। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से पूर्व शिक्षकों तथा छात्र-छात्राओं द्वारा डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। इसके बाद छात्र-छात्राओं ने अपने गुरुजनों के सम्मान में नयनाभिराम प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कक्षा 9 की छात्रा स्तुति द्विवेदी ने काव्य पाठ कर कार्यक्रम को जहां चार चाँद लगाए वहीं अन्य छात्र-छात्राओं ने सभी गुरुजनों को बैच व उपहार भेंट कर सम्मानित किया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि शिक्षक उस सड़क की तरह होते हैं जो स्वयं तो उसी स्थान पर रहते हैं लेकिन विद्यार्थियों का जीवन संवार कर उन्हें आगे बढ़ा देते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि शिक्षक की महत्ता को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। शिक्षक तो उस दीपक के समान होते हैं जो स्वयं जलकर अपनी रोशनी से सबको प्रकाशित करते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, महान शिक्षाविद और महान दार्शनिक थे। उनका कहना था कि जहां कहीं से भी कुछ सीखने को मिले उसे अपने जीवन में उतार लेना चाहिए। वह पढ़ाने से ज्यादा छात्र-छात्राओं के बौद्धिक विकास पर जोर देने की बात करते थे। हम सभी के जीवन में सफलता के पीछे एक शिक्षक का हाथ होता है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने सभी गुरुजनों को शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल की प्रगति में आप सभी का अमूल्य योगदान है। यहां के छात्र-छात्राएं हर क्षेत्र में जो सफलता हासिल कर रहे हैं, उसमें शिक्षकों का मार्गदर्शन सबसे अहम है। श्री अग्रवाल ने कहा कि माता-पिता के बाद एक शिक्षक ही होता है, जो हमेशा चाहता है कि उसका छात्र अपने जीवन में उससे भी ज़्यादा कामयाबी हासिल करे। शिक्षक ही सिखाते हैं कि कैसे हमें अपने जीवन में लक्ष्य तक पहुँचने के लिए कठिन परिश्रम करना है। शिक्षक ही हमें सही और गलत की पहचान करना सिखाते हैं। जब हम किसी मुश्किल में फंस जाते हैं, तो शिक्षक ही उस मुश्किल से बाहर निकलने में हमारी मदद करते हैं। शिक्षक और विद्यार्थी का रिश्ता ज्ञान से जुड़ा एक रिश्ता है, जिसमें सीखना और सिखाना निरंतर चलता ही रहता है। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई देते कहा कि एक अच्छा शिक्षक अपने छात्र-छात्राओं में उम्मीद को जगाता है, कल्पना को प्रज्वलित करता है तथा सीखने की ललक बढ़ाता है।

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