
मथुरा। शिक्षा, खेलकूद ही नहीं राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राएं सांस्कृतिक गतिविधियों में भी किसी से कम नहीं हैं। ब्रज कला केन्द्र एवं ब्रज संगीत विद्यापीठ द्वारा, मसानी में आयोजित भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता में आरआईएस के छात्र-छात्राओं ने अपनी नयनाभिराम और कर्णप्रिय प्रस्तुतियों से सभी की वाहवाही लूटी। जैस्मिन ने लोकगीत तो निताई चरण ने शास्त्रीय संगीत में पहला स्थान हासिल किया।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाध्यापिका प्रिया मदान ने बताया कि बीते दिनों ब्रज कला केन्द्र मसानी में भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने अपना कौशल और हुनर दिखाया। इस प्रतियोगिता में आरआईएस के विद्यार्थियों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। लोकगीत में जैस्मिन ने प्रथम स्थान प्राप्त कर जहां विद्यालय का नाम रोशन किया वहीं शास्त्रीय संगीत में निताई चरण ने प्रथम, मानस ने द्वितीय एवं नमन ने तृतीय स्थान प्राप्त कर धाक जमाई।
प्रधानाध्यापिका मदान ने बताया कि हारमोनियम वादन में आरआईएस के छात्र मानस एवं छात्रा आराध्या ने दूसरा स्थान हासिल किया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर आयोजकों द्वारा सभी विजेता छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि छात्र-छात्राओं की इस सफलता में संगीत शिक्षक विशाल सैनी का अहम योगदान है। उन्हीं के कुशल मार्गदर्शन में छात्र-छात्राएं गीत-संगीत की गूढ़ बातें सीखते हुए प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठता सिद्ध कर रहे हैं।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि प्रतिस्पर्धा पढ़ाई की हो या खेल तथा सांस्कृतिक गतिविधियों की, जिस छात्र-छात्रा में जितना संयम और सीखने की ललक होगी, वह उतनी अधिक सफलताएं हासिल करेगा। डॉ. अग्रवाल ने लोकगीत में प्रथम स्थान हासिल करने वाली जैस्मिन तथा शास्त्रीय संगीत में सिरमौर रहने वाले निताई चरण की प्रशंसा करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ ही सांस्कृतिक गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल करना इस बात का सूचक है कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल में प्रत्येक छात्र-छात्रा के सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास पर ध्यान दिया जा रहा है।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन मनोज अग्रवाल ने शानदार सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। श्री अग्रवाल ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं छात्र-छात्राओं के सम्पूर्ण बौद्धिक विकास के लिए बहुत जरूरी हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं को इसी प्रकार अपनी मेधा और कौशल से कामयाबी हासिल करते हुए अपने स्कूल, जनपद, प्रदेश तथा माता-पिता का गौरव बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।
चित्र कैप्शनः भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता के विजेता आरआईएस के छात्र-छात्राएं।