मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में सूक्ष्म, लघु और मध्यम(एमएसएमई) उद्योग मंत्रालय के आगरा केंद्र के सहयोग से एक ‘प्रबंधन विकास कार्यक्रम’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में क्षेत्रीय किसान और विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस महत्वपूर्ण और उपयोगी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि एमएसएमई आगरा केंद्र के सहायक निदेशक (पीपीडीसी) अमित चौपड़ा ने किसानों और विद्यार्थियों को एमएसएमई द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे कौशल और लाभदायक योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
28 जनवरी से शुरू हुए इस कार्यक्रम में सहायक निदेशक शरद कपूर ने एमएसएमई द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि कैसे किसान एक अच्छे उद्यमी भी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा किसानों को यह सहूलियत प्रदान की जाती है कि वे अपने कौशल को और अच्छा कैसे करें। उन्होंने कहा कि कौशल विकास के बाद कई तरह से फायदा होता है। इसके अलवा उन्होंने बताया कि वे कैसे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर सफल उद्यमी बन सकते हैं। इस दौरान किसानों द्वारा उठाए गए अनेक सवालों का उन्होंने विस्तार से जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।
कार्यक्रम में मौजूद रहे संस्कृति विवि के कुलपति प्रोफेसर सीएस दुबे ने क्षेत्रीय किसानों से बातचीत के दौरान कृषि क्षेत्र से संबंधित अनेक प्रौद्यौगिकियों के संबंध में अपने विचार और अनुभव साझा किये। उन्होंने किसानों को बताया कि अपने क्षेत्र की जलवाऊ, मिट्टी और उर्वरक शक्ति के बारे में वैज्ञानिक सलाह लें और कृषि को लाभप्रद बनाएं। अनेक ऐसी पैदावार हैं जो बड़ा लाभ दे सकती हैं और आपको बड़ा उद्यमी बना सकती हैं। इस दौरान कुलपति द्वारा स्मृति चिह्न, प्रमाणपत्र भी प्रदान किए गए। इस मौके पर एमएसएमई आगरा केंद्र के सहायक निदेशक(एडमिन) शरद कपूर भी मौजूद रहे।