Tuesday, April 30, 2024
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संस्कृति दिव्यांग स्कूल के बच्चों ने दीं अनूठी प्रस्तुतियां


मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के विशेष शिक्षा विभाग द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस को संस्कृति दिव्यांग स्कूल के बच्चों ने अनूठी प्रस्तुतियां देकर हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस मौके पर मौजूद संस्कृति विवि के चांसलर सचिन गुप्ता ने दिव्यांग बच्चों की सृजनात्मक और रचनात्मक शक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त कोमल और सच्चे ह्रदय वाले विलक्षण बुद्धि के स्वामी हैं और सम्मान पाने के हकदार हैं।


चांसलर सचिन गुप्ता ने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों, शिक्षकों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर साल 3 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिव्यांग दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी और 1992 से संयुक्त राष्ट्र के द्वारा इसे अंतरराष्ट्रीय रीति-रिवीज़ के रुप में प्रचारित किया जा रहा है। दिव्यांगों के प्रति सामाजिक कलंक को मिटाने और उनके जीवन के तौर-तरीकों को और बेहतर बनाने के लिये उनके वास्तविक जीवन में बहुत सारी सहायता को लागू करने के द्वारा तथा उनको बढ़ावा देने के लिये साथ ही दिव्यांग लोगों के बारे में जागरुकता को बढ़ावा देने के लिये इसे सालाना मनाने के लिये इस दिन को खास महत्व दिया जाता है।

दिव्यांग दिवस पर बच्चों को संबोधित करते संस्कृति विवि के चांसलर सचिन गुप्ता।

समाज में उनकी बराबरी के विकास के लिये दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिये, सामान्य नागरिकों की तरह ही उनके सेहत पर भी ध्यान देने के लिये और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिये “पूर्ण सहभागिता और समानता” की थीम विकलांग व्यक्तियों के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के उत्सव के लिये निर्धारित किया गया था।

उन्होंने बताया कि हमारे दिव्यांग स्कूल में दिव्यांग बच्चों को निशुल्क शिक्षा, घर से स्कूल और स्कूल से घर तक की निशुल्क यातायात सुविधा और भोजन व्यवस्था की जाती है। हमारे यहां संचालित स्कूलों में ये बच्चे इतन घुल-मिल जाते हैं कि इनका घर जाने को मन ही नहीं करता।


कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग बच्चों ने अपने भावपूर्ण नृत्य और गायन से सबका दिल छू लिया। दिव्यांग छात्रा खुशबू पाठक द्वारा सुरीले कंठ से प्रस्तुत किया गया गीत और छात्र विकास शर्मा द्वारा प्रस्तुत शिव तांडव ने भरपूर तालियां बटोरीं। प्रिया, विकास, प्रताप, साधना, अंशिका, खुशी, रोहित, कमल सिंह आदि बच्चों की तैयारी और प्रदर्शन देख लोगों ने दांतों में अंगुली दबा ली। भोले-भाले मन वाले इन बच्चों ने पूरी मस्ती के साथ अपनी प्रस्तुतियां दीं और लोगों के साथ स्वयं भी खूब मनोरंजन किया।

इस हर्षोल्लास के मध्य संस्कृति विश्वविद्यालय की विशेष कार्याधिकारी मीनाक्षी शर्मा, प्रशासनिक डीन डा. एस.जावेद अख्तर ने बच्चों को दिव्यांग दिवस की बधाई दी। वहीं संस्कृति आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य डा. प्रसन्ना वी सवानुर ने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना की। कार्यक्रम के सफल आयोजन में संस्कृति दिव्यांग स्कूल के विभागाध्यक्ष संतोष मौर्य, शिक्षक देवेंद्र कुमार, नीटू आदि का सहयोग रहा।

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