Monday, October 13, 2025
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घरों में बिना मास्क बातचीत से कोरोना वायरस के फैलने का खतरा अधिक : अध्ययन

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वाशिंगटन। घरों में या बंद कमरों में मास्क लगाए बिना बोलने और बातचीत करने से कोरोना वायरस संक्रमण फैलने का जोखिम सबसे अधिक है। एक अध्ययन में यह जानकारी सामने आई है। इस अनुसंधान में यह बताया गया है कि बोलते वक्त मुंह से अलग-अलग आकार की श्वसन बूंदें निकलती हैं और उनमें अलग अलग मात्रा में वायरस हो सकता है।

अध्ययन के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक, सबसे चिंताजनक बूंदे वे हैं जिनका आकार मध्यम है और जो कई मिनट तक हवा में रह सकती हैं। उन्होंने पाया कि ये बूंदे हवा के प्रवाह से ठीक-ठाक दूरी तक पहुंच सकती हैं। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबीटिज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीजेज के एड्रियान बेक्स ने कहा, “हम सबसे देखा है कि जब लोग बात करते हैं तो थूक की हजारों बूंदे उड़ती हैं लेकिन हजारों बूंदें और होती हैं जिन्हें खुली आंखों से नहीं देखा जा सकता है।”

अध्ययन के वरिष्ठ लेखक बेक्स ने कहा, “बोलते वक्त निकलने वाली इन वायरस युक्त बूंदों से जब पानी भाप बनकर निकलता है तो वे धुएं की तरह कई मिनटों तक हवा में तैर सकते हैं जिससे अन्य के लिए जोखिम पैदा होता है।” अनुसंधानकर्ताओं ने कोविड-19 वैश्विक महामारी की शुरुआत के बाद से वायरस प्रसार में एयरोसोल बूंदों के शारीरिक एवं चिकित्सीय पहलुओं पर किए गए कई अध्ययनों की समीक्षा की।

उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि सार्स-सीओवी-2 का वायुजनित प्रसार न केवल कोविड-19 को प्रसारित करने का मुख्य मार्ग है बल्कि सीमित स्थानों में मास्क लगाए बिना बातचीत करना उस गतिविधि को दर्शाता है जो दूसरों के लिए सबसे अधिक खतरा पैदा करती है।

अध्ययन के लेखकों ने कहा कि खाना-पीना अक्सर घरों के भीतर होता है और आम तौर पर इस दौरान जोर-जोर से बात की जाती है, इसलिए इस बात को लेकर चौंकना नहीं चाहिए कि बार एवं रेस्तरां हाल में संक्रमण प्रसार का केंद्र बन गए थे। यह अध्ययन मंगलवार को ‘इंटर्नल मेडिसिन’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ।

परिवार के दो नाबालिगों सहित 7 लड़कों ने कक्षा 3 की बच्ची से स्कूल में की दरिंदगी, सभी आरोपी नाबालिग

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रेवाड़ी। एक मासूम के साथ उसी के परिवार के नाबालिग लड़कों और पड़ोसियों ने सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है। वारदात का वीडियो भी बनाया गया था जो अब वायरल हो रहा है।

जानकारी के मुताबिक गत 24 मई को तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची घर के पास बने स्कूल में खेल रही थी। इस दौरान उसके परिचित पड़ोसी बच्चे भी उसके साथ खेल रहे थे। अचानक इन नाबालिगों पर पर हवस का भूत सवार हो गया, सभी ने एक राय होकर नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। सात आरोपियों में एक आरोपी ही बालिग है, जिसकी उम्र 18 वर्ष है । बाकी 6 आरोपियों की उम्र 8 वर्ष से 14 वर्ष के मध्य है। आरोपियों ने गैंगरेप का वीडियो बनाकर इस वायरल भी कर दिया ।

रेवाड़ी पुलिस के मुताबिक मासूम ने इस बात का जिक्र किसी से नहीं किया, लेकिन जब गांव का ये वीडियो घरवालों ने देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। मासूम के पिता ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों में दो बच्चे पीड़ित बच्ची के परिवार से ही है और बाकी आरोपी पड़ोसी हैं। नाबालिग आरोपियों को जुबेनाइल एक्ट के तहत अभिरक्षा में लिया गया है, वहीं बालिग आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

आठ माह से बच्चों के पुष्टाहार को डकार रही है आंगनबाड़ी कार्यकत्री, ग्रामीणों में आक्रोश

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बरसाना। प्रदेश की योगी सरकार द्वारा हर माह आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के लिए पुष्टाहार दिया जा रहा है, लेकिन आठ माह से बरसाना देहात की आंगनबाड़ी कार्यकत्री बच्चों के पुष्टाहार को ही डकार रही है। जिसके चलते स्थानीय ग्रामीणों ने रोष व्यक्त किया है।


प्रदेश सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर माह 5 साल तक के बच्चों के लिए पुष्टाहार दिया जाता है। जिसमें चावल, गेंहू, घी, रिफांइड, दाल, मिल्क पाउडर दिया जाता है। लेकिन नन्दगांव ब्लॉक के बरसाना देहात में आठ माह से बच्चों को पुष्टाहार ही नहीं बांटा जा रहा है। जब ग्रामीणों को कुछ लोगों द्वारा बताया गया कि उनके बच्चों के पुष्टाहार को आंगनबाड़ी कार्यकत्री मंजू देवी आठ माह से डकार रही है तो ग्रामीणों ने बच्चों के साथ विरोध किया।

ग्रामीणों के अनुसार निविदिता, गिरधारी, चांदनी, यश, खुशी, तन्नू, इनुश, कृष्णा, नन्दकिशोर, दशरथ, शिव सिंह, सृष्टि आदि को पुष्टाहार नहीं मिला। जबकि बरसाना देहात के अलावा अन्य आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर माह बच्चों को पुष्टाहार बांटा जाता है।

ग्रामीण कान्हा व कन्हैया ने आरोप लगाया कि आठ माह से उनके बच्चों को पुष्टाहार नहीं मिल रहा है। जबकि हर माह आंगनबाड़ी कार्यकत्री उनके बच्चों के नाम लिखकर ले जाते है। ग्रामीण महिला भुदेई व सुमन ने बताया कि उनके बच्चों को आजतक पुष्टाहार नहीं मिला। जबकि आंगनबाड़ी कार्यकत्री हर माह बच्चों के नाम लिखकर ले जाती है। लेकिन बच्चों को पुष्टाहार नहीं दिया जाता।

जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिनवकुमार मिश्रा ने नियो न्यूज़ को बताया कि पुष्टाहार का वितरण लगातार किया जा रहा है, जिसमें दाल, दलिया, अनाज इत्यादि निरंतर दिया जा रहा है। लेकिन पंजीरी शासन द्वारा पिछले कई माह से पूर्व में ही बंद की जा चुकी है। जिसके चलते लोगों को गलतफहमी है। उन्होंने कहा कि पुष्ट आहार के तौर पर सभी राशन सामग्री निरंतर बट रही है।

खेत से लकड़ी उठाने पर एक किसान में दिनदहाड़े मारी गोली, हालत गंभीर

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बरसाना। थाने के निकटवर्ती गांव में दो पक्षों में खेत मे रखी लकड़ी उठाने को लेकर विवाद हो गया जिसमें एक पक्ष को दूसरे पक्ष ने गोली मार दी। गोली लगने से एक व्यक्ति घायल हो गया। पुलिस ने घायल को उपचार के लिए भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने पीड़ित की गोली निकाल दी।


बुधवार को थाने के गांव कमई में नेमा उर्फ नेमसिंह व उत्तम पुत्र रामसिंह के खेत की मेंड आपस मे भिड़ी हुई हैं। नेमा ने उत्तम के खेत से जलाने की लकड़ी उठाली इसी बात पर दोनों पक्षों में पहले बाद विवाद के बाद मारपीट हो गई। मारपीट की सूचना पर पहुंचे नेमा के पुत्र पवन लखन ने उत्तम पर गोली चला दी। बीच बचाव करने आये उत्तम के चाचा यादराम पुत्र रामसिंह के बांये हाथ मे गोली लग गई।

गोली से घायल होने पर यादराम के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने यादराम को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां डाक्टर जितेश तिवारी व रामकुमार ने घायल के हाथ से गोली निकाल दी। पीड़ित पक्ष की तरफ से तीन लोगों के खिलाफ तहरीर दी है।

प्रभारी निरीक्षक आजाद पाल ने बताया कि कमई गांव में जलाने की लकड़ी को उठाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। जिसमें यादराम को गोली मार दी। आरोपी की धरपकड़ के लिए दविश दी जा रही है।

बाँकेबिहारी मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने को लगेगी बैरीकेडिंग, तैनात होंगे पीएसी के जवान

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वृंदावन। श्रीबांके बिहारी मंदिर में कोविड के सभी नियम ध्वस्त हो गए हैं। पुलिस प्रशासन की व्यवस्था भी बौनी नजर आ रही है। इस स्थिति को देख सिटी मजिस्ट्रेट और सीओ सदर ने स्थलीय निरीक्षण के बाद पुलिस बल बढ़ाने का फैसला किया। मंदिर के बाहर और गलियारों में अधिकारियों द्वारा पीएसी के जवान तैनात किए जा सकते हैं।


अनलॉक के बाद श्रीबांके बिहारी मंदिर के पट खुलते ही भक्तों की भीड़ के चलते कोविड की व्यवस्था प्रभावी नहीं हो पा रही है। मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्वालुओं की उमड़ती भीड़ ने कोविड के नियमों को तार तार कर दिया है। लाइन में लगे भक्तों के बीच कदर मारा मारी है सोशल डिस्टेंसिग की गुंजाइश ही नहीं रहती है। गत दिवस तो सुरक्षा गार्ड और श्रद्वालुओं के बीच मारपीट हो गई थी। इससे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था भी चारों खाने चित हो गई है।


सिटी मजिस्ट्रेट जवाहर लाल श्रीवास्तव ने सीओ सदर, मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा के साथ मौका मुआयना किया। भीड़ की स्थिति, प्रवेश और निकासी द्वार सहित सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी ली। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि भीड़ का दवाब अधिक है। इसे नियंत्रित करने के लिए बैरीकेडिंग के साथ पुलिस बल बढाने पर विचार किया जा रहा है। इसमे पीएसी भी सम्भव है।

लापता होने के 10 दिन बाद भी किशोरी का सुराग नहीं, पिता ने एसएसपी से लगाई गुहार

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मथुरा। सुरीर थाना क्षेत्र के एक गांव से लापता किशोरी का दस दिन बाद भी पुलिस सुराग नहीं लगा पाई न ही किसी तरह की कार्रवाई की जा रही है। पिता बेटी की तलाश और शंकित आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए थाना और पुलिस चौकी के चक्कर लगा रहा है। गुरुवार को किशोरी के पिता ने एसएसपी कार्यालय पहुंच कर सहायता की गुहार लगाई है।

लापता बेटी के पिता ने बताया कि उसकी बेटी को पड़ोस में ही रहने वाले नामजद लोगों द्वारा बहला-फुसलाकर भगा ले गए हैं। इस संबंध में थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन बेटी के लापता होने के दस दिन बाद भी उसका सुराग नहंी लगा है।

पिता ने बताया कि 30 मई सुबह करीब आठ बजे बेटी घर से बाहर चारा लेने गई थी, वहीं पड़ोस में रहने वाले नामजद लोगों द्वारा उसको बहला-फुसलाकर ले जाया गया। जिसकी सूचना पीड़ित ने स्थानीय थाने में की तो पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन आरोपियों की तलाश अभी तक नहीं की है। किशोरी के पिता पुलिस के आला अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर काट रहा है।

किशोरी के पिता का कहना है कि ना ही तो बेटी को बरामद किया गया है और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे पीड़ित ने अपनी बेटी की बरामदगी और आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही की मांग की है।

गोरक्षकों ने पुलिस की मदद से 24 गोवंश को मुक्त कराया, 2 गोतस्कर गिरफ्तार

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अरुण यादव
वृंदावन।
गो रक्षकों ने बीती रात पुलिस की मदद से गौतस्करी कर ले जाये जा रहे गौ वंश से भरे ट्रक को पकड़ लिया है। ट्रक में से 4 मृत गौ वंश सहित 24 गौ वंश को तस्करों से मुक्त कराया। बरामद गौ वंश को गौशाला भिजवा गया। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर दो गोतस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।

यमुना एक्सप्रेस वे से मेवात की ओर से ट्रक में भर कर गौ वंश लेकर जाने की सूचना गौ रक्षा समिति को मिली। समिति के पदाधिकारी सक्रिय हो गए। उन्होंने ट्रक को यमुना पर बने पानी गांव पुल पर ट्रक को मोड़कर रोकने की कोशिश की । लेकिन गौ तस्कर वहां से भाग निकले। गौ रक्षकों ने भागते ट्रक का पीछा किया और उसे प्रेम मन्दिर के समीप पकड़ लिया।

गौ रक्षक विकास पण्डित ने बताया कि 2 गौ तस्कर पकड़े हैं, जो गौ वंश को हरियाणा के मेवात में ले कर जा रहे थे। इसके साथ ही 24 गौ वंश बरामद हुआ हैं जिनमें से चार गोवंश को की मौत हो गई। तस्करी कर ले जाये जा रहे गौवंश के बरामद होने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और पकड़े दो गौतस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
कोतवाली प्रभारी शशिप्रकाश शर्मा ने बताया कि दो गोतस्कर लियाकत पुत्र गुलाल एवं बजीर पुत्र पीरबक्श निवासीगण नगला गंगी थाना फरेहा जिला फिरोजाबाद को गिऱफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से चार मृत एवं 20 जिंदा गोवंश को बरामद किया। साथ ही एक खुला ट्रक भी बरामद किया है। गोतस्करों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के मामले में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

मंडलायुक्त, आईजी ने मथुरा में औचक निरीक्षण किया, विभागों में हड़कंप

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  • अब प्रत्येक माह मंडल के एक-एक कर जिले का होगा संयुक्त औचक निरीक्षण
  • शराब की दुकानों में मंडलायुक्त और आईजी ने बारकोड और स्टॉक देखा



मथुरा। मंडलायुक्त और आईजी ने मथुरा में संयुक्त रुप से कई विभागों, अफसरों के ऑफिसों, पुलिस लाइन और शराब की दुकानों का भी औचक निरीक्षण किया। डीएम, एसएसपी सहित अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी भी निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे।

मंडलायुक्त अमित गुप्ता और आईजी नवीन अरोड़ा ने अलीगढ़ जहरीली शराब कांड के मद्देनजर मथुरा में शराब की दुकानों पर औचक निरीक्षण किया। उन्होंने भूतेश्वर पर बीयर और शराब की दुकानों पर शराब के बारकोड चैक करने के साथ ही दुकान में शराब के स्टॉक और रेट को भी देखा। इस दौरान कमिश्नर ने शराब की अवैध बिक्री करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शराब विक्रेताओं को अवैध बिक्री के करने पर कड़ी कार्यवाही करने चेतावनी भी दी है।

इसके बाद दोनों अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में समन्वय बैठक की। जिसमें जिले के सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में शांति व्यवस्था कायम रखने और व्यवस्थाओं में और सुधार लाने पर अधिकारियों के बीच चर्चा की गई।

कमिश्नर और आईजी ने रेलवे जंक्शन पर कोविड वेक्सीनेशन और यात्रियों के सैनिटाइजेशन की व्यवस्थाओं को बारीकी से परखा। इसके बाद ने रेलवे और स्वास्थ्य विभाग और पुलिस लाइन का भी निरीक्षण किया। इसके अलावा एक पुलिस क्षेत्राधिकारी एवं एक एसडीएम के कार्यालय का भी निरीक्षण किया गया।

कमिश्नर आगरा मंडल अमित गुप्ता और आईजी नवीन अरोड़ा ने मथुरा रेलवे जंक्शन का निरीक्षण किया इस दौरान उनके साथ जिलाधिकारी नवनीत सिंह एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर उप जिलाधिकारी सदर क्रांति शेखर सिंह सहित जिले के सभी अधिकारी मुख्य रूप से साथ रहे।

हर माह एक जिले का होगा संयुक्त औचक दौरा

आईजी नवीन अरोड़ा ने कहा कि मंडलायुक्त और उन्होंने संयुक्त रुप से मथुरा वृंदावन के विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण किया है। पुलिस लाइन में मैस, बैरक औरर जवानों के रहने की व्यवस्था का निरीक्षण किया गया है।
प्रति माह एक-एक जिले का संयुक्त रुप से औचक दौरा किया जाएगा। जिससे जिले की वास्तविकता को जानने के साथ ही सुधारात्मक निर्देश दिए जाएंगे। इस दौरे के बाद अधिकारियों और लोगों से फीडबैक लिया जाएगा। के अधिकारियों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल को शक्ति के साथ पालन कराने के निर्देश दिए हैं निरीक्षण के संबंध में कमिश्नर अमित गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया।

मथुरा में हिसंक बंदरों ने युवक पर हमला बोला, लहूलुहान युवक ने दौड़कर बचाई जान

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मथुरा। शहर में बंदरों का आंतक बढ़ता ही जा रहा है। मारु गली में बंदरों ने एक युवक पर हमला बोल दिया। बंदर उसके मुंह, हाथ और पीठ पर काट खा गए। जिससे वह घायल हो गया। घायल होने पर भी युवक ने बामुश्किल दौड़कर अपनी जान बचाई। लहुलुहान हालत में स्थानीय लोगों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया।


फिरोजाबाद निवासी एक युवक शहर की मारू गली से होकर गुजर रहा था कि तभी अचानक सकरी गली में बैठे 10-12 आक्रामक बंदरों ने युवक पर हमला कर दिया। बंदर चारों तरफ से युवक को खौंसने और काट खाने लगे। युवक ने सहायता के लिए शोर मचाया। जब तक लोग अपने घरों से बाहर आते तब तब उसको कई जगह काट खा गए। युवक ने बहुत ही मुश्किल से दौड़ कर अपनी जान बंदरों से बचाई। युवक की तेज आवाज सुनकर लोग अपने घरों से बाहर आए और युवक से बंदरों को बचाने के लिए जतन करने लगे। लहूलुहान हालत में युवक लोगों ने जिला अस्पताल पहुंचाया।

आपको बता दें कि मथुरा-वृंदावन में बंदरों की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। जब भी मथुरा में नगर निगम और विधानसभा के चुनाव होते हैं। उससे ठीक पहले जन प्रतिनिधियों के ही लोग इन मुद्दोें लेकर सड़कों पर आते हैं। जन प्रतिनिधि मथुरवासियों को बंदरों की समस्या से निजात दिलाने का भरोसा दिलाते हैं। लेकिन पिछले एक दशक से भी अधिक समय से यह समस्या जस की तस बनी हुई है।

वनाधिकारियों का कहना है कि गर्मियों में तेज गर्मी के कारण बंदरों का स्वभाव भी हिंसक हो जाता है और ज्यादातर लोगों पर हमला कर देते हैं।

छह माह के मासूम के इलाज के लिए दर-दर भटक रहा मजदूर दम्पति ने की एक मार्मिक अपील

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मथुरा। बरसाना में रहने वाले निर्धन माता-पिता छह माह के मासूम बच्चे के उपचार के लिए दर-दर भटक रहे हैं। जन्म से ही होट का आधा हिस्सा कटा हुआ होने के कारण न वह दूध पी पा रहा है और न ही वह कुछ बोल पा रहा है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे दम्पति के साथ मासूम भी परेशानी झेलने को मजबूर है। मजदूरी कर अपने परिवार का भरणपोषण करने वाले माता-पिता ने मथुरा के समाजसेवियों और डॉक्टरों से मासूम बच्चे की सहायता की अपील की है।

बरसाना निवासी कैलाश और उसकी पत्नी ने नियो न्यूज को बताया कि उनका छह माह का मासूम इन दिनों गरीबी में जन्म लेने के कारण परेशानी झेल रहा है। जन्म से ही बच्चे का होट कटा होने के कारण उसका मुंह और नाक एक हो गया है। इस कारण बच्चा ठीक से मां का दूध भी नहीं पी पा रहा है और न ही कुछ मुंह से बोल पा रहा है। इसे लेकर कई सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल में दिखाया। तो डॉक्टरों ने बच्चे के होट की सर्जरी करने की बात कहीं और इसमें लाखों रुपए का खर्चा का खर्चा बताया गया। जबकि बच्चे के मातापिता मजदूरी कर घर चला पा रहे हैंं। नम आंखों से बच्चे के लिए दम्पति ने समाजसेवियों से अपील की है कि वह मासूम की सहायता के लिए आगे आएं और बच्चे को भी एक नया जीवनदान दें।