बरसाना। प्रदेश की योगी सरकार द्वारा हर माह आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के लिए पुष्टाहार दिया जा रहा है, लेकिन आठ माह से बरसाना देहात की आंगनबाड़ी कार्यकत्री बच्चों के पुष्टाहार को ही डकार रही है। जिसके चलते स्थानीय ग्रामीणों ने रोष व्यक्त किया है।
प्रदेश सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर माह 5 साल तक के बच्चों के लिए पुष्टाहार दिया जाता है। जिसमें चावल, गेंहू, घी, रिफांइड, दाल, मिल्क पाउडर दिया जाता है। लेकिन नन्दगांव ब्लॉक के बरसाना देहात में आठ माह से बच्चों को पुष्टाहार ही नहीं बांटा जा रहा है। जब ग्रामीणों को कुछ लोगों द्वारा बताया गया कि उनके बच्चों के पुष्टाहार को आंगनबाड़ी कार्यकत्री मंजू देवी आठ माह से डकार रही है तो ग्रामीणों ने बच्चों के साथ विरोध किया।
ग्रामीणों के अनुसार निविदिता, गिरधारी, चांदनी, यश, खुशी, तन्नू, इनुश, कृष्णा, नन्दकिशोर, दशरथ, शिव सिंह, सृष्टि आदि को पुष्टाहार नहीं मिला। जबकि बरसाना देहात के अलावा अन्य आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर माह बच्चों को पुष्टाहार बांटा जाता है।
ग्रामीण कान्हा व कन्हैया ने आरोप लगाया कि आठ माह से उनके बच्चों को पुष्टाहार नहीं मिल रहा है। जबकि हर माह आंगनबाड़ी कार्यकत्री उनके बच्चों के नाम लिखकर ले जाते है। ग्रामीण महिला भुदेई व सुमन ने बताया कि उनके बच्चों को आजतक पुष्टाहार नहीं मिला। जबकि आंगनबाड़ी कार्यकत्री हर माह बच्चों के नाम लिखकर ले जाती है। लेकिन बच्चों को पुष्टाहार नहीं दिया जाता।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिनवकुमार मिश्रा ने नियो न्यूज़ को बताया कि पुष्टाहार का वितरण लगातार किया जा रहा है, जिसमें दाल, दलिया, अनाज इत्यादि निरंतर दिया जा रहा है। लेकिन पंजीरी शासन द्वारा पिछले कई माह से पूर्व में ही बंद की जा चुकी है। जिसके चलते लोगों को गलतफहमी है। उन्होंने कहा कि पुष्ट आहार के तौर पर सभी राशन सामग्री निरंतर बट रही है।