Sunday, October 12, 2025
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श्मशान की भूमि को लेकर छिड़ा विवाद, नगर पंचायत प्रशासन की भूमिका पर उठा रहे सवाल

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गोवर्धन। ठाकुर समाज की चिन्हित श्मशान भूमि पर अवैध कब्जों को लेकर स्थानीय नागरिक गोवर्धन तहसील पहुंच गये। एसडीएम से मिलकर श्मशान भूमि की पैमाइश करवाकर सौन्दर्यीकरण कराने की गुहार लगाई। लोगों ने नगर पंचायत प्रशासन पर भूमाफियाओ को शह देकर श्मशान भूमि पर कब्जे करवाने के आरोप लगाये।

विगत कई दशकों से ठाकुर समाज व डीग अड्डा क्षेत्र के नागरिक अपने मृतक परिजनों का अंतिम संस्कार जतीपुरा परिक्रमा मार्ग स्थित गिरिराज तलहटी में करते आ रहे थे मगर वन विभाग द्वारा उक्त स्थल पर मृत शव दाह संस्कार पर रोक लगा देने से स्थानीय लोगों को मृतकों का अंतिम संस्कार करने अपने खेतों में करना पड रहा है।

ठाकुर मौनू सिंह, खन्नो ठाकुर, रहमान खान, जवाहर सिंह आदि ने बताया कि ठाकुर समाज के शमशान डीग रोड स्थित महदार कुण्ड के निकट खसरा सं 156 मे दर्ज है मगर उक्त भूमि के आसपास भूमाफियाओ ने आवासीय कालौनी काट कर शमशान भूमि मे भी प्लाट काट दिये है। समाज के सेकडों लोगों ने जेसीबी मशीन ले जाकर वहां सफाई करवायी। मगर भूमाफिया उक्त स्थल पर शमशान नही बनने दे रहे है एवं बाधा उत्पन्न कर रहे है।

सभासद मौनू सिंह ने दर्जनों स्थानीय लोलोगोँ को साथ लेकर उप जिलाधिकारी गोवर्धन से मिलकर शमशान भूमि की पैमाइश करवा कर चार दीवारी करवाने की गुहार लगाई है। एसडीएम ने लेखपाल को उक्त भूमि की पैमाइश करने के निर्देश दिये है।

LPG Price Update: 1 जून से बदल गए गैस सिलेंडर के दाम, जानिए अभी क्या है रेट

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नई दिल्ली। देश में तेल कंपनियां हर माह गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव की घोषणा करती है। ऐसे में एक जून से आपकी रसोई गैस की कीमतों में फिर बदलाव हो गया है। राजधानी दिल्ली की बात की जाए तो यहां फिलहाल 14.2 किग्रा का गैस सिलेंडर 809 रुपए में मिल रहा है, लेकिन अब तेल कंपनियों ने गैस सिलेंडर के दाम में 1 जून के 123 रुपए सस्ते कर देने का ऐलान किया है। चूंकि तेल कंपनियां हर माह की एक तारीख में गैस सिलेंडर की ताजा कीमतों के बारे में जानकारी देती है, लेकिन बीते माह 1 मई को गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, इसलिए इस बार पूरी संभावना जताई जा रही है कि एलजीपी गैस सिलेंडर के दाम में बढ़ोतरी की जाएगी।

अप्रैल माह में 10 रुपए कम हुई थी कीमत

तेल कंपनियां ने पेट्रोल और डीजल के दाम में भले ही काफी बढ़ोतरी कर दी है, लेकिन बीते दो माह से रसोई गैस की कीमतों में कोई उछाल नहीं आया है। अप्रैल माह में एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत में 10 रुपए की कटौती की गई थी, वहीं मई माह में कीमतें न घटाई गई थी और न ही बढ़ाई गई थी, इसलिए अब पूरी संभावना है कि 1 जून को तेल कंपनियां छढॅ गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव कर सकती है।

जानिए क्या है अभी रेट?

फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में छढॅ सिलेंडर का दाम 809 रुपए है। दिल्ली में इस साल जनवरी 2021 में एलपीजी सिलेंडर का दाम 692 रुपए था, लेकिन फरवरी माह में इसे बढ़ाकर 719 रुपए प्रति गैस सिलेंडर कर दिया गया था। 15 फरवरी को जब तेल कंपनियों ने दाम बढ़ाए थे तो एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत 769 रुपप हो गई थी। इसके बाद 25 फरवरी को एक बार फिर एलपीजी सिलेंडर के दाम बढ़ातर 794 रुपए कर दिए गए। इसके बाद मार्च में एलपीजी सिलेंडर के दाम को 819 रुपए कर दिया गया।

देश के अलग-अलग शहरों में एलपीजी सिलेंडर की कीमत

महीना दिल्ली कोलकाता मुंबई चेन्नई

1 मई 819, 845.5, 819, 835

1 अप्रैल 819, 845.5, 819, 835

1 मार्च 819, 845.5, 819, 835

25 फरवरी 794, 820.5, 794, 810

15 फरवरी 769, 795.5, 769, 785

4 फरवरी 719, 745.5, 719, 735

1 जनवरी 694, 720.5, 694, 710

4 माह के इंग्लैंड दौरे पर रवाना होगी टीम इंडिया, परिवार को साथ ले जाने की मिली अनुमति

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नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण भले ही आईपीएल के रोमांच पर पानी फिर गया, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए अच्छी खबर यह है कि टीम इंडिया का इंग्लैंड दौरा शुरू होने जा रहा है। विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया करीब 4 महीने के इंग्लैंड दौरे पर रवाना होने जा रही है। खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर यह है कि उन्हें साथ में परिवार को ले जाने की अनुमति मिल गई है। ब्रिटिश सरकार से अनुमति मिलने के बाद बीसीसीआई ने भी हरी झंडी दे दी। विराट कोहली के लिए खासतौर पर यह अच्छी खबर है क्योंकि वे हाल ही में पिता बने हैं और अब चार माह की लंबे टूअर में अनुष्का भी साथ रह सकेंगी

बता दें, टीम इंडिया को England Tour 2021 पर पहला वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल खेलना है, जिसमें विरोधी टीम न्यूजीलैंड है। इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज शुरू होगी। खास बात यह भी है कि इसी दौरान भारतीय महिला क्रिकेट टीम भी इंग्लैंड में होगी और वहां तीन वनडे और तीन टी-20 खेलेंगे।

एक ही विमान सफर करेंगे पुरुष-महिला क्रिकेटर और परिजन

बीसीसीआई से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय पुरुष टीम के साथ ही महिला टीम के सदस्य चार्टर्ड फ्लाइट से लंदन के लिए रवाना होंगे। इसी फ्लाइट में परिवार के लोग भी सवार हो सकेंगे। टीमें 3 जून को लंदन उतरेंगी। यहां से विराट कोहली की टीम साउथहैम्पटन जाएगी जहां वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेला जाना है। हालांकि इससे पहले टीम इंडिया को 10 दिन के क्वारंटाइन पीरियड में रहना होगा। यह मैच 18 जून शुक्रवार से 22 जून मंगलवार तक खेला जाएगा।

WhatsApp पर आए फर्जी मैसेजेस की पहचान करना बेहद आसान, जानें पूरी डिटेल्स यहां

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कोरोना महामारी के इस दौर में फर्जी खबरें भी काफी वायरल हो रही है। यूजर्स बिना सोचे समझे मैसेज को सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देते हैं। ऐसे में कई बार हिंसक घटनाएं भी सामने आई हैं। खासतौर पर व्हाट्सएप पर काफी फेक न्यूज फॉरवर्ड की जाती है। ऐसे में बेहद जरूरी है कि पहचान करने आना। आज हम आपको कुछ तरीके बताने जा रहे हैं। जिससे आप फेक खबरों की पहचान आसानी से कर पाएंगे।

फॉरवर्ड मैसेज

व्हाट्सएप पर आए फॉरवर्ड मैसेज की जांच जरूर करें। मैसेज में किए गए दावे को गूगल पर चेक करना बेहतर है। फेक मैसेज का पता चलने पर इसे आगे किसी को भी नहीं भेजे।

अलग तथ्यों वाले मैसेज

कई बार ऐसे मैसेज आते हैं, जिनमें तथ्य और व्याकरण बेहद गलत होती है। ऐसे में मैसेज पूरी तरह से फर्जी होते हैं। उन्हें तुरंत डिलीट करें और किसी को फॉरवर्ड भी नहीं करें।

फोटो की जांच

व्हाट्सएप पर मिले किसी भी फोटो और वीडियो को भी चेक कर लेना चाहिए। फर्जी खबरे फैलाने वाले एडिटिंग कर इसे फॉरवर्ड करते हैं।

लिंक देखें

व्हाट्सएप मैसेज में आए लिंक को एक बार जरूर अच्छे से देखें। अगर लिंक में गलत स्पेलिंग है तो वह फर्जी हो सकती है।

पीआईबी फैक्ट चेक

किसी भी मैसेज की जांच करने के लिए पीआईबी फैक्ट चेक का इस्तेमाल कर सकते हैं। यहां फर्जी मैसेज की जानकारी मिल जाएगी, जो व्हाट्सएप पर वायरल हुए थे। साथ ही https://factcheck.pib.gov.in पर जाकर मैसेज के बारे में पूछ भी सकते हैं।

शादी के लिए जून माह में हैं ये शुभ मुहूर्त, जुलाई में आखिरी मुहूर्त 15 को

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पौराणिक मान्यताओं के हर शुभ कार्य के ग्रह दशा और नक्षत्रों की स्थिति को देखकर शुभ समय में किया जाता है। ऐसे में यदि आप विवाह करने का सोच रहे हैं कि इसके लिए भी शुभ मुहूर्त निकालना बेहद आवश्यक होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शुभ घड़ी देखकर यदि विवाद संपन्न होता है तो जीवन में कोई विपत्ति नहीं आती है और दांपत्य जीवन सुखमय होता है। किसी भी शुभ काम को करने से पहले ग्रहों की अनुकूल दशा को बहुत महत्व दिया जाता है। यदि विवाह के दौरान ग्रह दशा ठीक नहीं है तो विवाह कार्य संपन्न नहीं कराना चाहिए।

जून 2021 में शादियों के लिए प्रमुख मुहूर्त

ज्योतिष विज्ञान के मुताबिक जून माह में विवाह के लिए कुल 08 मुहूर्त हैं। यदि आप जून माह में विवाह करना चाहते हैं तो 3, 4, 5, 16, 20, 22, 23 और 24 जून को शादी कार्यक्रम कर सकते हैं। लेकिन इस बात का पूरा ध्यान रखें कि शादी समारोह में कोरोना से संबंधित नियमों का सख्ती से पालन किया जाए क्योंकि ज्यादा भीड़ वाली जगहों पर कोरोना संक्रमण बहुत आसानी से फैलता है और स्थानीय प्रशासन इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी कर रहा है। देश के हर जिले में परिस्थिति के आधार पर प्रशासन ने शादियों को लेकर गाइडलाइन तय करके रखी है और इसका पालन सख्ती से कराया जा रहा है।

कोरोना काल में प्रभावित हुए वैवाहिक कार्य

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के दौरान समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग वैवाहिक संस्कार को संपन्न कराने से वंचित रह गया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार फिलहाल शादियों का समय चल रहा है, लेकिन कोरोना के कारण शादियों में पहले जैसी रौनक और उत्सव आयोजित नहीं किए जा रहे हैं। शादी-विवाह के लिए अप्रैल, मई, जून और जुलाई में कुल 37 विवाह मुहूर्त थे, लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कारण अप्रैल और मई में बहुत शादियां प्रभावित हुईं या टाल दी गई।

फिलहाल देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर थम गई है, लेकिन खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इसके बावजूद यदि आप विवाह करना चाहते हैं तो जून माह में शादियों के की मुहूर्त हैं, इस दौरान कोरोना महामारी से बचाव के लिए गाइडलाइन का पालन करते हुए आप विवाह संपन्न कर सकते हैं।

15 जुलाई को इस सीजन का आखिरी मुहूर्त

फिलहाल हिंदू कैलेंडर के लिहाज से ज्येष्ठ माह चल रहा है, यानी देश में अभी गर्मियों का मौसम है। इस दौरान शादियां खूब होती हैं। गर्मियों में शादी के लिए आखिरी शुभ मुहूर्त 15 जुलाई को है, इस दिन के बाद से धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शादी विवाह के कार्यक्रमों पर रोक लग जाएगी। गौरतलब है कि देवशयनी एकादशी के बाद से सभी देव शयन योग में चले जाएंगे और फिर नवंबर के महीने में देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन फिर से शुरू हो जाएगा। शादी समारोह का आयोजन करने से पहले हमें अपनी सेहत की चिंता करते हुए सुरक्षित तरीके से शादी का कार्यक्रम करने पर विचार करना चाहिए।

वृंदावन के मंदिरों का सिटी मजिस्ट्रेट ने किया निरीक्षण, कहा- कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

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मथुरा। ब्रज के अनलॉक होने के पहले दिन सिटी मजिस्ट्रेट जवाहर लाल श्रीवास्तव ने वृंदावन के बांक्ेबिहारी मंदिर सहित प्रमुख मंदिरों की स्थिति का जायजा लिया। मंदिर में श्रद्धालुआें के लिए कोरोना संक्रमण से पर्याप्त इंतजामात करने और कोरोना नियमों का पालन करने को कहा है।


मंगलवार को सिटी मजिस्ट्रेट जवाहन लाल श्रीवास्तव वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, प्रेम मंदिर गए। यहां दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना सक्रमण से सुरक्षा के इंतजामात का निरीक्षण किया। भीड़ को नियंत्रित करने और कोविड के नियमों के पालन कराने पर जोर दिया।

सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अभी सामान्य रूप से दुकान है सुबह 7:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक खुलेंगे होटल स्कूल कॉलेज पर अभी सरकार ने खोलने की अनुमति नहीं दी है। शादी विवाह में 25 लोगों से अधिक एकत्रित नहीं किये जा सकते। किसी भी सार्वजनिक स्थल पर कोई भी भीड़ वाला कार्यक्रम नहीं किया जा सकता।

नगर मजिस्ट्रेट जवाहर लाल श्रीवास्तव ने नियो न्यूज़ से हुई खास बातचीत में कहा कि कोरोना का खतरा अभी बरकरार है तीसरी लहर की संभावनाएं भी बन सकती हैं ऐसे में लोगों को कोरोना के नियमों का पालन करना बेहद आवश्यक है अगर जो लोग कोरोना नियमों का पालन नहीं करेंगे , कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करेंगे उनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी।

मथुरा जनपद में फिर होंगे 12 जून को पंचायत चुनाव, जिला प्रशासन तैयारी में जुटा

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मथुरा। जनपद में ऐसी ग्राम पंचायत में जो कि सदस्यों के पूरे न चुने जाने के कारण अस्तित्व में नहीं आ पाई है। ऐसी बाकी ग्राम पंचायतों में फिर से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रक्रिया 12 जून से शुरु होने जा रही है। इनमें बचे हुए पदों का चयन होगा। आपको बता दें कि जिले में 220 ग्राम प्रधान ऐसे हंै जो कि ग्राम पंचायत का कोरम पुरा न होने के कारण शपथ से वंचित रह गए।

मथुरा जनपद में 284 ग्राम पंचायतों के गठन की ही अधिसूचना जारी की गई थी, जिसके लिए 25 एवं 26 मई को चुनाव गया। अधिसूचना के अंतर्गत 284 ग्राम पंचायतों के अध्यक्ष एवं 3305 सदस्यों को शपथ ग्रहण कराई गई थी।

मथुरा जनपद में कुल 504 ग्राम पंचायतें हैं जिनमें मात्र 284 ग्राम पंचायतों को ही शपथ ग्रहण कराई गई ,कारण बताया जाता है कि बाकी 220 ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने अपना कोरम पूरा नहीं किया है।
कोरम का मतलब होता है कि जो ग्राम पंचायत हैं या जिन्होंने प्रधानी का चुनाव जीता है। उनके ग्राम पंचायत क्षेत्र में सदस्यों की संख्या पूरी नहीं हो पाई है यानी सदस्यों ने चुनाव नहीं लड़ा है। इसके चलते ग्राम प्रधान का कार्यकाल नहीं माना जा सकता।

इस संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी पीतम सिंह जानकारी देते हुए बताते हैं कि जिन ग्राम प्रधानों ने अपना कोरम नहीं पूरा किया है उनको शपथ नहीं दिलाई गई ,बाकी जिन ग्राम प्रधानों ने शपथ ले ली है वह ग्राम प्रधान अपने क्षेत्र में सभी प्रकार के कार्य करा सकते हैं। मथुरा जनपद में ऐसे में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है जब 220 ग्राम प्रधान अभी फिलाल के वक्त में किसी भी आदेश के लिए योग्य नहीं हुए हैं।

अकादमिक और व्यावसायिक क्षेत्र में संचार माध्यमों का विशेष महत्व

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जी.एल. बजाज मथुरा में आनलाइन वेबिनार में विशेषज्ञों ने साझा किए विचार

मथुरा। हर जीवनकाल में संचार का विशेष महत्व रहा है। मानव जीवन में एक-दूसरे की कुशलक्षेम जानने से लेकर आवश्यकताओं की पूर्ति में हम जिन माध्यमों का प्रयोग करते हैं वही संचार है। 21वीं सदी को सूचना क्रांति के रूप में जाना जाता है। संचार माध्यमों ने न केवल मनुष्य के जीवन को आसान बनाया है बल्कि अकादमिक और व्यावसायिक क्षेत्रों को भी काफी प्रभावित किया है। यह विचार मंगलवार को जी.एल. बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में आयोजित आनलाइन वेबिनार में सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों ने व्यक्त किए।


जी.एल, बजाज में अकादमिक और व्यावसायिक जीवन में संचार के महत्व विषय पर आयोजित वेबिनार में “मेकिंग यू प्लेसमेंट रेडी” मिशन के अध्यक्ष और विश्व बैंक में सलाहकार सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि हर इंसान के जीवन में कहीं न कहीं कुछ चीजों की आवश्यकता होती है। हम अपनी आवश्यकता की पूर्ति के लिए जिस माध्यम का प्रयोग करते हैं वही संचार है। विभिन्न औद्योगिक और शैक्षणिक संगठनों से जुड़े श्री गुप्ता ने कहा कि संचार दूसरों को हमारे विचारों को बताने की एक प्रक्रिया है। श्री गुप्ता ने कहा कि व्यावसायिक जीवन को अक्षुण्ण रखने, पेशेवर सम्बन्धों के महत्व को समझने के लिए संचार के तरीकों का विकास करना समय की आवश्यकता है।

संस्थान की निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) नीता अवस्थी ने कहा कि कोई भी माध्यम लिखित सन्देश, ऑडियो, वीडियो आदि संचार के ही विभिन्न माध्यम हैं। ये सभी महत्वपूर्ण हैं और विभिन्न तरीकों से हमारी मदद करते हैं। यह कई मायनों में उपयोगी हैं। हम इनका इस्तेमाल किस संदर्भ में करते हैं, यह अलग बात है। प्रो. अवस्थी ने कहा कि संचार माध्यमों ने अकादमिक तथा व्यावसायिक क्षेत्रों को काफी लाभ पहुंचाए हैं। उन्होंने कहा कि जब भी कोई व्यक्ति किसी नई चीज का आविष्कार करता है, तो यह हमें नई चीजों को सीखने में मदद करता है।

संचार माध्यमों ने जहां शिक्षकों को अपडेट रहने में मदद की है वहीं छात्र-छात्राओं को नए-नए एक्सपोजर प्रदान किए हैं। स्टूडेंट वेलफेयर अध्यक्ष डॉ. श्रवण कुमार ने अकादमिक और व्यावसायिक जीवन में संबंधों और संचार माध्यमों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अच्छे संचार कौशल वाला व्यक्ति आत्मविश्वासी होता है। वह लोगों के सामने अपने विचार स्पष्ट रूप से व्यक्त करता है। कार्यक्रम के सह-समन्वयक निशांत कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। सभी प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम की अवधारणा नोट साझा की। छात्र मंत्र चड्ढा ने सभी अतिथियों के विषय में संक्षिप्त जानकारी दी।

गोवर्धन में तेल के खेल का भंडाफोड़, अवैध रुप से चल रहा था पेट्रोल पंप, संचालक भागा

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गोवर्धन। गोवर्धन में पेट्रोलियम तेल का बड़ा खेल सामने आया है। जो कि पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। लंबे समय से चल रहे अवैध पेट्रोल पंप का भंडाफोड़ गोवर्धन एसडीएम राहुल यादव ने किया। छापामार कार्रवाई में नगला गांठोली समीप से पेट्रोल पंप मशीन, पेट्रोल और डीजल से भरे भूमिगत दो टेंक जब्त किए गए। पेट्रोल पंप संचालक और कर्मचारी फरार हो गए। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी यह पता करने में लगे हैं कि बड़े पैमाने पर पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति कहां से किसके द्वारा की जा रही थी।

उपजिलाधिकारी राहुल यादव को सूचना मिली कि नगला गांठोली के समीप संचालित पैट्रोल पंप बिना किसी अनुमति के संचालित किया जा रहा है। एसडीएम ने नायव तहसीलदार विजय श्याम के निर्देशन में आपूर्ति निरीक्षक संतोष कुमार वर्मा, एआरओ विजय शंकर वर्मा, क्षेत्राधिकारी वन ब्रजेश सिंह परमार को टीम गठित कर कार्रवाई के लिए भेजा। प्रशासन के अधिकारियों को देख पंप कर्मी भागने लगे। वहां लगी डिस्पेंशरी मशीन को उखाड़ कर नजदीक मुर्गी पालन सेंटर पर डालकर भाग गए। आसपास पता करने पर भी संचालक की जानकारी नहीं हुई। नायव तहसीलदार ने जमीन मालिक के खिलाफ मुकदमा करने की धमकी दे दी। लेखपाल महेंद्र कुमार ने जमीन मालिक की जानकारी कर ठाकुर लाल निवासी नगला गांठोली को बुलवा लिया।


55 हजार रूपए प्रति माह किराए पर ली थी जमीन

ठाकुर लाल ने बताया कि उससे बलवीर निवासी रसूलपुर थाना मगोर्रा और एक पंडित ने 55 हजार रूपए प्रति महीना जमीन एक महीने पूर्व किराए पर ली थी। बलवीर की करीब 15 दिन पूर्व मौत हो जाने के कारण एग्रीमेंट नहीं हो पाया था। जोकि अब सोमवार को होना निश्चित हुआ था। शनिवार को तेल का टैंकर भी आया था। नायव तहसीलदार विजय श्याम ने बताया कि तेल के टैंक को सीज कर दिया गया है। अनुमानत: 10 से 15 हजार लीटर पेट्रोलियम पदार्थ मिला है। जिसे संबंधित अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया जाएगा। चूंकि इसमें वन विभाग की जमीन का प्रयोग किया गया है। आपूर्ति निरीक्षक और क्षेत्राधिकारी वन द्वारा गोवर्धन थाने में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।

आखिर इस खेल में तेल कहां से आ रहा था

पैट्रोप पंप का एक डीलर कोड होता है। जिसके माध्यम से पैसा भिजवाकर आर्डर लगाया जाता है। तब कंपनी पैट्रोल पंप पर तेल भिजवाती है। जब उक्त पैट्रोल पंप बिना अनुमति के ही संचालित था, तो फिर इस पंप पर आखिर पैट्रोल डीजल कहां से मंगाया जा रहा था। इस तेल के खेल के पीछे आखिर कौन है। प्रशासन को इसकी भी जानकारी करनी चाहिए।

2 जून: जवाहर बाग कांड… सुनकर आज भी सिहर उठते हैं मथुरावासी

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मथुरा। मथुरा के लिए दो जून ऐतिहासिक दिन है। यह दिन मथुरा के इतिहास के काले पन्नों में दर्ज है। इसी दिन 2 जून 2016 को जवाहर बाग कांड हुआ। रामवृक्ष यादव नामक व्यक्ति ने सैकड़ों लोगों के साथ अवैध कब्जा कर लिया था। जब साहसी और ईमानदार दो पुलिस अफसर तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी एवं एसआई संतोष यादव अवैध कब्जा मुक्त कराने पहुंचे तो उन पर हमला कर दिया। उनकी हत्या कर दी गई। जवाहर बाग कांड में 29 लोगों की जान चली गई थीं।


इस पूरी घटना का मुख्य आरोपी गाजीपुर के गांव बाघपुर का रहने वाला रामवृक्ष यादव था, जिसके नेतृत्व में 2013 में स्वाधीन भारत विधिक सत्याग्रह का संगठन खड़ा किया गया। कथित सत्याग्रह के नाम पर जवाहर बाग में अवैध रूप से सैकड़ों लोगों के साथ कब्जा कर लिया। 2 जून 2016 को जवाहर बाग में अवैध कब्जा धारियों ने पुलिस और प्रशासन पर हमला किया और वहीं पूरे जवाहर बाग को अग्निकांड में तब्दील कर दिया। कभी हरा-भरा देखने वाला जवाहर बाग पूरी तरह उजाड़ दिया।

इस पूरे घटनाक्रम का मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव जो कि सनकी मिजाज का व्यक्ति था। उसे प्रशासन द्वारा बातचीत के माध्यम से कई बार समझाया और जवाहर बाग को खाली करने को कहा। लेकिन, अपराध का पर्याय बन चुका रामवृक्ष यादव प्रशासन को उल्टा धमकी देने लगा। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जवाहर बाग को खाली कराने की पूरी योजना बना ली गई लेकिन इसी बीच एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसआई संतोष यादव खाली कराने से पहले जवाहर बाग की 280 एकड़ जमीन पर कब्जा किए हुए लोगों को समझाने के लिए गए थे। इसी बीच अवैध कब्जाधारियों ने तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल दुवेदी और एसआई सांतोष यादव सहित पुलिस बल पर हमला कर दिया। जिसमें दोनों अधिकारियों की हत्या कर दी गई।

2 जून 2016 की उस काली तारीख सुनकर आज भी मथुरा के लोग से सिहर उठते हैं जिसमें दो जांबाज अफसरों सहित 29 लोगों की जान गई थी। उस घटना के की गवाही आज भी जवाहर बाग में खड़े जले और अधजले पेड़़ रहे हैं।

जवाहर बाग कांड की घटना के बाद सरकार द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। रामवृक्ष के सहयोगी चंदनबोस, राकेश गुप्ता, और वीरेश यादव के विरुद्ध एनएसए के तहत कानूनी कार्रवाई गई। न्यायिक जांच कर रहे आयोग ने 57 गवाहों के बयान दर्ज किए। पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता रविकांत गर्ग सहित छह लोगों ने भी अपने बयान दर्ज कराए थे।

जवाहर बाग कांड की घटना के बाद सरकार द्वारा जवाहर बाग के सौंदर्यीकरण कराने का भी ऐलान कर दिया गया। 2016 के बाद जवाहर बाग अब अपने नए स्वरूप में देखने को मिल रहा है सरकार द्वारा करीब 15 करोड़ की लागत से पूरे जवाहर बाग का सौंदर्यीकरण कराया गया है यहां पर यहां पर लोगों के लिए घूमने बैठने व्यायाम करने के लिए तमाम संसाधन लगाए गए हैं लेकिन दुर्भाग्य की बात यह भी है कि जवाहर बाग को 2 जून की तारीख के लिए काले इतिहास के रूप में जरूर जाना जाएगा।