– ऊर्जा मंत्री ने कोसीकलां ट्रांसमिशन उपकेंद्र और बरसाना व गोवर्धन वितरण उपकेंद्र का किया निरीक्षण
– घरेलू व औद्योगिक उपभोक्ताओं को निर्बाध ट्रिपिंग फ्री आपूर्ति
– लाइनलॉस 15% से नीचे लाने, कनेक्शन पेंडेंसी जीरो रखने के दिये निर्देश
-उपभोक्ताओं के फोन न उठने की न आयें शिकायतें
– सौ फीसदी केवाईसी कर उपभोक्ताओं से करें संवाद
मथुरा/ 26 सितंबर 2020
ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं. श्रीकान्त शर्मा ने शनिवार को मथुरा कोसीकलां स्थित 132 kv विद्युत पारेषण उपकेंद्र, बरसाना विद्युत उपकेंद्र और गोवर्धन विद्युत उपकेंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि घरेलू व औद्योगिक उपभोक्ताओं को निर्बाध ट्रिपिंग फ्री आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। साथ ही जनपद के चिह्नित किये गए सभी फ़ीडर्स की लाइन हानियाँ 15% से नीचे लाना सुनिश्चित किया जाए। लाइनलॉस कम होने पर संबंधित क्षेत्र को 24 घन्टे निर्बाध आपूर्ति दी जाये। नये कनेक्शन के आवेदन के जल्द निस्तारण कर पेंडेंसी जीरो रखने के निर्देश दिये। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सभी उपभोक्ताओं के नाम व नम्बर अपडेट रखें, उनसे फीडबैक लेते रहें।
ऊर्जा मंत्री ने कोसीकलां ट्रांसमिशन (पारेषण) उपकेंद्र पर आपूर्ति संबंधित सभी पत्रावलियों का निरीक्षण भी किया। साथ ही उससे जुड़े सभी वितरण उपकेंद्रों पर भी आपूर्ति संबंधी जानकारियां ली।
ऊर्जा मंत्री ने बरसाना व गोवर्धन वितरण उपकेंद्रों पर अभियंताओं को स्पष्ट निर्देश दिया कि कहीं भी उपभोक्ता को बिजली के काम के लिए भटकना न पड़े। बिल न आने, गलत बिल की शिकायतों का निस्तारण तत्काल कराने को कहा।
ऊर्जा मंत्री ने स्पष्ट किया कि उपभोक्ताओं को समय से बिल मिले इस बात पर किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। सबको समय से सही बिल मिलेगा तो ही लाइन हानियाँ कम करने में मदद मिलेगी। उपभोक्ताओं को सहूलियत होगी तो ऊर्जा विभाग की मुश्किलें भी कम होंगी। सभी वितरण ट्रांसफार्मरों की लोड बैलेंसिंग सुनिश्चित की जाये।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी भी जनता से नियमित संवाद रखें। कहीं भी समस्या की शिकायत मिले तो स्वयं सक्रियता दिखाते हुए उसका निस्तारण किया जाए। जनसमस्याओं के निस्तारण में किसी भी प्रकार की ढिलाई स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने निर्देशित किया कि वरिष्ठ अधिकारी भी अपने कार्यक्षेत्र में भ्रमण करें और समस्याओं का निराकरण करें। साथ ही ग्राम प्रधानों से नियमित संवाद कर गाँव की आपूर्ति की जानकारी लेते रहने के निर्देश दिये।