- नोटबंदी के बाद बैंकों ने जमा कराए नकली के नोट
- पुलिस से की गई नकली नोटों की फोरेंसिक जांच की मांग
लखनऊ। वर्ष 2016 की नोटबंदी के बाद अलग-अलग बैंकों ने रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया को ही चूना लगा दिया। लखनऊ महानगर की आरबीआई की करेंसी चेस्ट में बैंकों ने एक करोड़ के नकली नोट जमा करा दिए। विभिन्न बैंकों ने 2017-2018 में 500 और 1000 के पुराने नोट जमा करवाने के दौरान यह हेराफेरी की। आरबीआई की करेंसी चेस्ट में 500 रुपए के 9753 नोट और 1000 के 5783 नोट जाली मिले हैं। इस मामले में आरबीआई की तरफ से महानगर थाने में केस दर्ज कराया गया है।
सहायक प्रबंधक रंजना मरावी के मुताबिक अक्टूबर 2017 से मार्च 2018 के बीच करेंसी चेस्ट में 15436 नोट नकली जमा हुए थे। जांच के दौरान 500 के 9753 और एक हजार रुपये के 5783 नोट जाली मिले। बरामद हुए कुल नोट एक करोड़ 5 लाख रुपये के करीब हैं। इस मामले में सहायक प्रबंधक की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई है साथ ही महानगर पुलिस से नकली नोटों की फोरेंसिक जांच कराने के लिए भी कहा गया है। इंस्पेक्टर महानगर यशकांत सिंह ने बताया कि रंजना मरावी की शिकायत पर भारतीय मुद्रा का प्रतिरुपण करने की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद सभी प्रचालन से बाहर हो चुके 500 और 1000 के नोट को बैंकों में जमा कराया गया था। जिसके बाद इन पुराने करेंसी को सभी बैंकों ने आरबीआई में जमा करवाया था। बता दें कि इसके पीछे की पूरी कवायद ही यही थी कि देश में प्रचलित करेंसी से नकली नोटों का सफाया किया जा सके। लेकिन बैंकों ने न सिर्फ पुराने नोटों में नकली नोट जमा किए, बल्कि उन्हें आरबीआई की करेंसी चेस्ट में भी भेज दिए।