नई दिल्ली। केन्द्र सरकार के नए तीन कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली में धरने पर बैठे किसान का फोटो भाजपा ने अपने पोस्टर में एक खुशहाल किसान बताकर छापा है। इस पर किसान ने विरोध जताते हुए भाजपा को जमकर कोसा वहीं सोशल मीडिया पर खूब बवाल मचा है। दरअसल पंजाब भाजपा ने जिस हरप्रीत सिंह का पोस्टर बतौर खुशहाल किसान के रुप में पेश किया, वो सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में धरना दे रहा है। हरप्रीत सिंह के पोस्टर को लेकर सोशल मीडिया में खूब बवाल मचा। इसके बाद पंजाब भाजपा ने पोस्टर को अपने फेसबुक पेज से डिलीट कर दिया है।
पंजाब के होशियारपुर जिले के रहने वाले हरप्रीत सिंह की मानें तो पंजाब भाजपा ने उनकी 6-7 साल पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल अपने पोस्टर में किया। उनका कहना है कि मुझसे बिना परमिशन लिए भाजपा ने मेरी फोटो का इस्तेमाल किया, जबकि मैं सिंघु बॉर्डर पर डटा हुआ हूं और नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा हूं।
किसान हरप्रीत सिंह का कहना है कि कोई भी किसान नए कृषि कानूनों से खुश नहीं है। भजपा की अगुवाई वाली सरकार कभी भी सिंघु बॉर्डर पर नहीं आई और न ही यह जानने की कोशिश की क्यों किसान इन कानूनों के विरोध में हैं। किसान नए कृषि कानूनों को सिरे से खारिज कर रहे हैं और उनका गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
किसान ने कहा कि सरकार भले कह रही है कि ये कानून किसानों के फायदे में हैं, लेकिन हम जानते हैं कि यह नुकसान का सौदा है। हम वापस तभी जाएंगे, जब तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाएगा। हरप्रीत सिंह के फोटो के इस्तेमाल पर पंजाब भाजपा प्रमुख अश्विनी शर्मा ने कहा कि मुझे भी यह जानकारी मिली है, मैं जांच करान के बाद ही इस बारे में कुछ बता सकुंगा।