नई दिल्ली। 26 जनवरी को देश के राष्ट्रीय पर्व 72वें गणतंत्र दिवस पर देश की राजधानी दिल्ली में परेड के आयोजन के लिए कोविड-19 को देखते हुए खास इंतजाम किए गए हैं। इस बार पूर्व सैनिकों का दस्ता नहीं है और इस बार रंगारंग कार्यक्रम में 15 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे ही शामिल किए गए हैं। वहीं इस बार परेड में बांग्लादेश का दस्ता खास आकर्षण का केंद्र है जो 1971 के बांग्लादेश लिबरेशन युद्ध के 50 साल पूरे होने के मौके पर परेड में हिस्सा ले रहा है। पहली बार लद्दाख की झांकी परेड में शामिल हुई।
26 जनवरी को देश के 72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कोविड-19 के मद्देनजर खास इंतजाम किए गए हैं। इस बार दर्शकों की संख्या को 25 हजार तक सीमित रखा गया है। ताकि सामाजिक दूरी का पालन हो सके। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में कुल 18 दस्ते और 32 झाकिंयां हैं और प्रत्येक दस्ते में 144 जवानों के बजाय 96 जवानों की ही संख्या रखी गई है।
गणतंत्र दिवस परेड के सैकेंड इन कमांड लेफ्टिनेंट जनलर आलोक कक्कड़ ने बताया कि हमारे भूतपूर्व सैनिकों की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए इस बार कोई वेटरेंट का कोई मार्चिंग कंटिजेन नहीं होगा और न ही उनका कोई टेब्ल्यू होगा। इस वर्ष कोई भी मोटर साइकिल डिस्प्ले भी नहीं किया जाएगा। तकरीबन 25 हजार दर्शक राजपथ पर यह परेड देख रहे हैं।
इस बार परेड में बांग्लादेश का दस्ता खास आकर्षण का केंद्र रहा। जो 1971 के बांग्लादेश लिबरेशन युद्ध के 50 साल पूरे होने के मौके पर परेड में हिस्सा ले रहा है। बांग्लादेश के दस्ते में कुल 120 लोग मार्चिंग और बैंड दस्ते के रूप में हिस्सा लेंगे। रफाल लड़ाकू विमान राजपथ पर पहली बार फ्लाइ पास्ट में हिस्सा लेगा। इसके साथ ही विभिन्न फॉरमेशन वायुसेना के लड़ाकू परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर फ्लाइ पास्ट में शामिल होंगे।
वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर इस बार फ्लाई पास्ट में कुल 42 एयर क्राफ्ट होंगे जिनमें 15 लड़ाकू विमान, 5 परिवहन विमान और 17 हेलीकॉप्टर व एक वेंडेज एयरक्राफ्ट होगा। इनके अलावा 4 आर्मी एविएशन की तरफ से हेलीकॉप्टर होंगे। इस मौके पर काफी सारे नए फॉर्मेशन देखने को मिले। ‘रुद्र’ फॉर्मेशन रहा जिसमें एक डकोटा विमान और उसके साथ दो हेलीकॉप्टर एक साथ उड़ते हुए दिखाई देंगे। ‘एकलव्य’ फॉर्मेशन होगा जिसमें एक रफाल, दो जगुआर, दो मिग-29 विमान दिखेंगे। आखिर में एक रफाल अपने करतब दिखाएगा। ये सभी चीजें पहली बार राजपथ के ऊपर देखी गईं।
इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में सेना और केंद्रीय अद्र्ध सैनिक बलों के 36 बैंड अपनी धुनों को देश के समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं। कोविड-19 के मद्देनजर इस बार की गणतंत्र दिवस परेड में मोटर साइकिल पर हैरतअंगेज करतब प्रदर्शित करने वाला दस्ता शामिल नहीं हुआ।
वहीं दूरदर्शन की तरफ से इस बार परेड की कवरेज को और अधिक शानदार बनाने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। 26 जनवरी को कोविड-19 के प्रोटोकोल के बीच भारत की सांस्कृतिक विविधता और सैन्य क्षमता को दर्शाने के लिए 72वें गणतंत्र दिवस परेड का भव्य समारोह होने जा रहा है। पिछले अनेक वर्षों से दूरदर्शन गणतंत्र दिवस परेड का सीधा प्रसारण करता आ रहा है। एक बार फिर दूरदर्शन ने गणतंत्र दिवस के इस अवसर पर राजपथ, राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट और राष्ट्रीय समर स्मारक पर कैमरों का जल देश की वीरता, गौरव, सांस्कृतिक विविधता के इस उत्सव को दर्शाने के लिए तैयार किए हैं।
जिम्मी जिप, क्रेन्स और रोबोटिक कैमरों को राष्ट्रपति के एनक्लोजर में तैनात किया गया है जिससे की हर तरह का विंहगम दृश्य ऊपर से और नजदीक से ठीक प्रकार से देखा जा सके। समर स्मारक और इंडिया गेट पर लगाए गए कैमरों को एक तरीके से स्थापित किया गया है कि राजपथ पर प्रत्येक शानदार दृश्य और बारीक से बारीक नजारा भी दिखाया जा सके। इस बार राजपथ पर बेहद संवेदनशील माइक्रोफोन का भी इस्तेमाल किया गया है जिससे लोगों को राजपथ पर होने वाली सूक्ष्म धवनियां भी अपने घरों में महसूस कर सकें। सिर्फ इतना ही नहीं परेड की साइन लैंग्वेज इंटरप्रिटेशन डीडी न्यूज और डीडी भारती पर उपलब्ध है।
इस 72वें गणतंत्र दिवस पर देशभक्ति से भरपूर उत्साह को लोगों के समक्ष लाने के लिए दूरदर्शन के सबसे अनुभवि कर्मचारियों का दल पूर्ण संसाधनों से सुसज्जित होकर पूरी तरह से तैयार है। इम्प्रूवमेंट हमारा हर साल का मोटो रहा है और हर साल हम इम्प्रूव भी करते रहते हैं। इस बार खास यह है कि लोग घर बैठे परेड देख पाएंगे। इस बार कम लोग यहां आ पाए हैं उन्हें पिछले सालों की तुलना में बेहतर कवरेज दिखाई दे रही है।
इस बार दूरदर्शन ने परेड कवरेज को और बेहतर बनाने के लिए खास इंतजाम किए हैं। कवरेज के लिए बगी कैम और बेहरतरीन लैंस लगाए गए हैं जिससे लोग घर बैठे परेड का सजीव लाइव टेलीकास्ट देख रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं राजपथ पर रोबोटिक कैमरा लगाए गए हैं। वॉर मैमोरियल पर भी कवरेज के लिए कैमरा लगाए गए हैं। साथ ही साथ इंडिया गेट के ऊपर भी कैमरा लगाए गए हैं।