नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार सुबह 11 बजे से लोकसभा में वित्त वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस बार का बजट प्रस्ताव 6 पिलर्स पर आधारित है। वित्त मंत्री ने हेल्थ, इंफ्रास्ट्रक्चर, समावेशी विकास, ह्यूमन कैपिटल, रिसर्च एंड एंड डेवलपमेंट और मिनिमम गवर्नमेंट-मैक्सिमम गवर्नेंस को इस बार के बजट का 6 स्तंभ बताया है।
वैश्विक महामहारी कोविड-19 के संक्रमण के चलते इस बार सरकार बहुत ही विषम परिस्थितियों में बजट पेश कर रही है। ऐेसे में स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना पर विशेष ध्यान दिया गया है। ऐसे में इस बार के आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वैक्सीनेशन के लिए विशेष प्रावधान किया है। इस मद में कुल 35 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। वित्त मंत्री ने अकेले हेल्थ सेक्टर के लिए इस बार के बजट में 2.23 लाख करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की है। इस मद का बजट पहले 94 हजार करोड़ रुपये था। इस तरह हेल्थ सेक्टर के बजट में तकरीबन 134 फीसद तक कि बढ़ोत्तरी की गई है।
सड़क निर्माण और सार्वजनिक परिवहन पर भी इस बार ज्यादा खर्च करने का ऐलान किया गया है। वित्त मंत्री ने इस बार के बजट में भूतल-परिवहन मंत्रालय को 1.18 लाख करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की है। इनमें से 34 हजार करोड़ सिर्फ असम में खर्च किए जाएंगे। वहीं, पश्चिम बंगाल में 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से हाईवे का निर्माण होगा। साथ ही तमिलनाडु में 8500 किलोमीटर लंबी सड़क भी बनाई जाएगी।
इस बार के बजट में शहरी क्षेत्रों के लिए भी विशेष प्रावधान किया गया है। वित्त मंत्री ने अर्बन जल-जीवन मिशन पर 2.87 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही है। सरकार ने जल-जीवन मिशन के तहत 2.86 करोड़ घरों में स्वच्छ पीने का पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा पोषण मिशन पर भी 2.87 लाख करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही गई है। मिशन पोषण 2.0 लॉन्च किया जाएगा।