गोवर्धन। गोवर्धन के परिक्रमा मार्ग स्थित श्रीनाथजी मंदिर पर ब्रज वासियों और साधु-संतों ने गिर्राज महाराज की पूजा अर्चना कर भव्य छप्पन भोग लगाया गया। भजन संकीर्तन में भक्तों ने आनंद लिया और हर्ष उल्लास के साथ गिरिराज पूजा महोत्सव मनाया।
गोवर्धन, नंदगांव बरसाना, राधा कुंड, जतीपुरा आन्यौर आदि क्षेत्रों के ब्रजवासियों ने पहुंचकर गिर्राज महाराज के चरणों में अपनी हाजिरी लगाई। पूजा अर्चना कर ब्रज की परम विभूति संत शिरोमणि पंडित गयाप्रसाद के शिष्य और ब्रज से बाहर न जाने वाले परम संत कन्हैया बाबा ने बताया कि जब भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र के कोप से भक्तों को बचाने के लिए हरदेवजी पर गिरिराज पर्वत को धारण किया।
उसके बाद ब्रज वासियों ने मिलकर पड़वा के दिन आन्यौर स्थित श्रीनाथ प्राकट्य स्थल पर छप्पन भोग लगा कर गिर्राज महाराज की पूजा अर्चना की थी तब से ही गिरिराज पूजा महोत्सव की परंपरा इसी प्रकार अनवरत चली आ रही है। वहीं नंदगांव से आए ब्रजवासी लोकेश गोस्वामी ने बताया कि जिन ब्रज वासियों को गिर्राज महाराज की पूजा की तिथि का ज्ञान है।
वह सभी यहां महोत्सव में उपस्थित रहते हैं लेकिन ब्रज की विडंबना देखिए बहुत से ब्रज वासियों को गिर्राज महाराज की पूजा की तिथि तक का ज्ञान नहीं जिसकी वजह से अज्ञानता वश यहां ब्रज वासियों की उतनी अधिक उपस्थिति दिखाई नहीं देती जो होनी चाहिए । लेकिन इस सबके बावजूद महोत्सव में सीमित संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी के भजनों पर जमकर नृत्य किया और तालियां बजाई और सभी ब्रजवासी गोवर्धन पूजा महोत्सव में झूमते नजर आए।