अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में समाजवादी पार्टी ने पंचायत चुनाव में अपना परचम लहराया है। वहीं, जेल में बंद आईपीएस ऑफिसर अरविंद सेन यादव की पत्नी स्वर्गीय प्रियंका सेन यादव चुनाव हार गईं। बता दें कि प्रियंका सेन यादव कोविड पॉजिटिव थीं, जिसके चलते 18 अप्रैल को उनका निधन हो गया।
प्रियंका सेन यादव को निर्दलीय प्रत्याशी आशा देवी ने 5578 वोटों से हराया। प्रियंका सेन यादव बाहुबली व कद्दावर नेता स्वर्गीय मित्र सेन यादव की बहू थी। उनकी मृत्यु के बाद उनकी राजनीतिक वारिस बनने का प्रयास कर रही थीं। प्रियंका सेन यादव हैरिंग्टनगंज प्रथम से सपा समर्थित उम्मीदवार थीं।
देवरानी इंदू सेन यादव जीत गईं चुनाव
प्रियंका सेन यादव हैरिंग्टनगंज ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख भी रह चुकी हैं। वहीं, इस बार उनकी देवरानी इंदू सेन यादव हैरिंग्टनगंज तृतीय से जिला पंचायत का चुनाव जीत गई हैं। माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी ने जिस तरह से अयोध्या जिले में जिला पंचायत की 40 सीटों में से 22 सीटें प्राप्त की है, तो जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी भी समाजवादी पार्टी के पास होगी। समाजवादी पार्टी की तरफ से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के रूप में इंदू सेन यादव हो सकती हैं। गौरतलब है कि स्वर्गीय प्रियंका सेन यादव और इंदू सेन यादव दोनों सगी जेठानी और देवरानी हैं।
पशुपालन विभाग घोटाले में बंद हैं आईपीएस अरविंद सेन
दोनों जेठानी-देवरानी स्वर्गीय मित्र सेन यादव की राजनीतिक विरासत को संभालने में लगी हुई थीं। हालांकि, मित्रसेन यादव के छोटे बेटे आनंद सेन यादव बसपा सरकार में राज्य मंत्री रह चुके हैं और इस समय समाजवादी पार्टी में हैं। वहीं, बड़े बेटे आईपीएस अरविंद सेन यादव पशुपालन विभाग में फर्जी टेंडर घोटाले के आरोप में इस समय जेल में बंद हैं।