Thursday, April 25, 2024
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शनिदेव 23 मई से होंगे वक्री, इन राशि वालों को रहना होगा सतर्क


शनि ग्रह 23 मई को वक्री हो रहे हैं। श्रवण नक्षत्र और श्रवण नक्षत्र हैं चंद्र का तो, ऐसे में शास्त्र में देखा गया। चंद्र का संबंध सैनी से विष योग के बना देता है। थोड़ा असर इसका रहेगा और यह वक्री होना मतलब क्या है कि इनकी चाल धीमी गति से होना और कष्ट दाई होगी। गोचर में मकर राशि में यह वक्री हो रहे हैं। इनकी दृष्टि जा रही द्वादश भाव पर चतुर्थ भाव पर और सप्तम भाव पर तो यह यह जो है कोई मुश्किल खड़ा करने वाला है।

हमारे प्रकृति के लिए और तो और जैसे कि अभी तूफान आने की संभावना थी कुछ चक्रवात आ गए थे, बस उसी तरह से घटनाएं कुछ आगे भी हो सकती है। पानी से जोड़कर और वह भी धीरे गति से चलेगी इसका हमारे राशियों के ऊपर भी प्रभाव पड़ेगा। जिस राशि में मकर राशि में यह वर्ग बकरी हो रहे हैं। उस जातक को भी छोड़े कष्ट हो सकते हैं। शनि महाराज की दृष्टि जो है मीन राशि कर्क राशि और तुला राशि पर रहेगी। शनि महाराज मकर राशि में बैठकर इन 3 राशियों के ऊपर अपनी दृष्टि रखते हैं। इसमें मीन राशि और कर्क राशि को थोड़ी मुश्किलें बढ़ सकती है, लेकिन तुला राशि में नहीं होगी।

शनि तुला राशि में उच्च के होते हैं, जो शनि की दशम दृष्टि जो है सप्तम पर रहेगी। वह तुला राशि पर रहेगी इसमें कुछ तुला राशि को फायदा भी हो सकता है। लेकिन इस वक्त तुला राशि को भी थोड़ी शनि की दो या चल रही है तो थोड़े काम धीमी गति से हो सकते हैं। तुला राशि वैसे ही कई सालों से शनि महाराज की साढ़ेसाती से परेशानी में चल रही है। बस यह कुछ महीने का आखिरी चरण बचा है। तुला राशि बाद में शनि से मुक्त हो जाएगी तब तक जातक संयम रखें। कोई भी नया निर्णय ना ले यह आपके लिए अच्छा रहेगा। इस बदलाव की और हमारी प्रकृति में अभी आने वाला समय बारिश का रहेगा। पानी का रहेगा तो यह श्रवण नक्षत्र में हुआ। बदलाव तूफान आंधी पानी से जुड़कर नुकसान यह दर्शाता है।


जिनके कुंडली में खास करके तुला राशि मीन राशि और कर्क राशि इनकी कुंडली में अगर चंद्र और शनि का यू टी है इसको विषयों कहा जाता है। वह ज्यादा नुकसान दाई होगा उनके लिए कुछ समय तक जब तक श्रवण नक्षत्र से शनि ना निकले तब तक इसलिए प्रकृति का अपने शारीरिक बीमारी का भी ध्यान रखिए। जब यह श्रवण नक्षत्र में शनि आते हैं तो सैनिक कमजोर होते हैं सैनिक की मजबूती नहीं रहती है। वह नक्षत्र पानी से जुड़ा है शनि की कमजोर ही रहेगी, इसलिए हमारी प्रकृति की मजबूती हमारे शरीर की मजबूती में कहीं कमी आ सकती है। मकर राशि के लिए यह बदलाव बहुत धीमी गति से चलने वाला होगा क्योंकि अभी शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। इसलिए यह प्रभाव ज्यादा दिखाई देगा मकर राशि के काम धीमी गति से और होने वाले हैं।

मकर राशि के जो भी जातक है वह अपनी अपनी कुंडली के अनुसार उपाय करते रहिए। मकर राशि के जातक जो है कोरोना बीमारी से भी बच के रहें क्योंकि उनको अगर सर्दी खासी पकड़ती है तो जल्दी ठीक नहीं हो सकती है। आपके शनि महाराज कमजोर होने वाले हैं। धीमी गति से चलने वाले हैं वाले हैं इसलिए मकर राशि वाले जातक पानी से ज्यादा दूर रहे। जो मछुआरे का काम करते हैं पानी के पास अभी समंदर में मत जाइए नुकसान होने की संभावना है। समुद्र तूफान पर आएगा हवाई तेज चलेगी जो भी समुद्र के पास लोग रहते हैं उनको नुकसान झेलना पड़ता है। जैसे कि अभी हम लोग देख रहे हैं वह उसी की एक शुरुआत हो गई है।

जब तक कि श्रवण नक्षत्र से बाहर नहीं आते तब तक यह स्थिति जारी रहेगी। शनि का जो सभी राशियों के लिए है मित्रों स्त्री पुरुष दोनों के लिए है। जब शनि इस समय कमजोर होने वाले हैं तो उसमें आपको मजबूती का उपाय किस तरह से करना चाहिए वह मैं आपको बताऊंगा। शनिवार के दिन सुबह नहाने से पहले गर्दन का निचला हिस्सा जो भी है पूरा उसको आप राई के तेल लगा कर आधा घंटा रुक जाइए फिर गर्म पानी से स्नान कीजिए। यह आपके लिए मजबूती का उपाय साबित होगा। ऐसा करने से फर्क महसूस होगा।

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