Tuesday, April 23, 2024
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‘‘ओरिएंटेशन’’ के साथ जीएलए में 24वां शैक्षणिक सत्र शुरू


मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का 24वां शैक्षणिक सत्र ‘‘ओरिएंटेशन’’ कार्यक्रम के साथ शुरू हुआ। ओरिएंटेशन कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, सीईओ नीरज अग्रवाल, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने मां सरस्वती एवं प्रेरणास्त्रोत स्व. श्री गणेशीलाल अग्रवाल जी के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर हुई। तत्पश्च्यात निनाद क्लब की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इस अवसर पर कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने नवागन्तुक छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों को जीएलए में प्रवेश पर बधाई देते हुए कहा कि आज से छात्रों को जीएलए में अपनी जिंदगी को संवारने के लिए कीमती समय बिताना है।


उन्होंने कहा कि इसके बाद बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियों को समझते हुए उस राह की ओर अग्रसर होना है, जहां से बहुत कुछ सीख कर अपने लक्ष्य को हासिल करना है। छात्रों को समझाया कि कभी यह न सोचें कि जो शिक्षक आज पढ़ा रहा है वह हमारे काम की बात नहीं है। जो मेहनत हम कर रहे हैं क्या हमें इससे कोई लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील बनने की राह पर चलें। हो सकता है जो आप सोच रहे हैं और मेहनत कर रहे हैं वह कभी भी आपके काम आये और उसे आप हाथ से निकाल दें। उन्होंने कहा कि ओरिएंटेशन के साथ ही आपकी जिंदगी का एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। अब तक आपका अध्याय माता-पिता के साथ था। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में इनोवेशन सेंटर हैं। इस सेंटर के माध्यम से छात्र नई-नई कपंनियां स्थापित कर उद्यमी बन रहे हैं।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने कहा कि जिन्दगी में कुछ पल छात्रों को मिलते हैं, जिन्हें छात्र जोश और जुनून के साथ बिताते हैं। क्योंकि अब तक छात्रों ने स्कूल से पढ़ाई की थी और अब विश्वविद्यालय में अध्ययन के लिए प्रवेश लिया है। यही पल छात्रों में जोश और जुनून पैदा करेंगे। छात्रों को यह भी ध्यान रखना होगा कि वह परम्परागत पाठ्यक्रम से हटकर तकनीकी एवं व्यवसायिक पाठयक्रम से जुड़ गए हैं, जो कि जीवन को नई दिशा प्रदान करेंगे। यानी अब छात्र जीवन के उस रास्ते पर चल पड़े हैं जहां से काबिलियत हासिल करनी है। कुलसचिव ने विश्वविद्यालय की उत्तरोत्तर प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रगति के 24 वर्ष पूरा कर रहा है। साथ ही जीएलए अपनी स्थापना के वर्ष से विद्यार्थी, फैकल्टी व स्टॉफ के प्रयास से निरन्तर प्रगति कर रहा है।


विश्वविद्यालय के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर नीरज अग्रवाल ने नव प्रवेशित विद्यार्थियों का आह्वान करते हुए प्रेरणादायक कहानियों के माध्यम से छात्रों को प्रोत्साहित किया और बताया कि सफलता पाने के लिए लक्ष्य निर्धारित करना अत्यन्त आवश्यक है और उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नकारात्मक विचारों व आलोचनाओं पर ध्यान न देते हुए सच्ची ईमानदार व कर्मठ प्रयास की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आंखें चाहें कितनी छोटी क्यों न हों, उनसे बडे़ सपने देखने पर कोई पाबंदी नहीं हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मैं कुछ नहीं कर सकता, मैं गरीब हूं, वो जो बड़ा आदमी है उसकी तरह मैं कैसे बन सकता हूं। इन सब बातों को छोड़कर नया सोचना होगा और बड़े सपने देखकर वह हासिल करने होंगे। अपनी जिंदगी को महोत्सव की तरह जियो। भगवान ने हमें कुछ करने के लिए ही तो मनुष्य का जीवन दिया है। इसलिए कुछ बनना होगा और कुछ बड़ा करना होगा।


उन्होंने कहा कि दुनियां में बहुत लोग आपको अपनी तरह बनाने की कोशिश करेंगे, लेकिन पीछे मुडकर कभी नहीं देखना है। हमेशां आगे बढ़ने की कोशिश ही कामयाबी हासिल करा सकती है। उन्होंने लक्ष्य के बारे में एक छोटी बात कहते हुए छात्रों को प्रेरित किया कि ओलंपिक एथलीट उसैन बोल्ट ने कुछ सेकंड की रेस जीतने के लिए 4 साल प्रेक्टिस की थी। छात्रों को रोजगार के बारे में आश्वस्त करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि जीएलए में छात्रों को रोजगारपरक बनाने के लिए 15 लाख से अधिक पैकेज देने वाली कंपनियां कैंपस ड्राइव करेंगी और इन कंपनियों में छात्रों का इंटरव्यू होगा। श्री अग्रवाल ने अपने वक्तव्य को अंतिम रूप देते हुए कहा कि कोई भी शिक्षक आपको अगर आश्चर्यचकित कर रहा है तो उसे कोई लालच नहीं है बल्कि वह सिर्फ आपको जगाने के लिए कर रहा है। उत्साह तो छात्रों को स्वयं ही अपने अंदर लाना होगा।

जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में स्नातक स्तर पर- बी.टेक (कम्प्यूटर साइंस, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक एण्ड कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग), बीटेक सीएस (आइबीएम, आर्टिफिषियल इंटेलीजेंस एण्ड मशीन लर्निंग), बीटेक (ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग), बीटेक (मैकट्रोनिक्स), बीटेक (लेटरल एंट्री), बी.फॉर्मा, बी.फॉर्मा (लेटरल एंट्री), बीए, बीकॉम एलएलबी, डिप्लोमा इन फॉर्मेसी, स्नातकोत्तर स्तर पर एम.फॉर्मा (फार्मोकोलॉजी एण्ड फार्मास्यूटिक्स) सहित आदि कोर्सों के नव-प्रवेशित छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन ओरिएन्टटेशन में शिरकत की।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के एसोसिएट डीन एकेडमिक प्रो. आशीष शर्मा, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. दीपक दास, मुख्य परीक्षा नियंत्रक प्रो. अतुल बंसल ने भी विश्वविद्यालय के शिक्षण सत्र के बारे में छात्रों को जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन निनाद क्लब के संयोजक डॉ. विवेक मेहरोत्रा ने किया। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी दीपक गौड़, सह-प्रशासनिक अधिकारी धर्मेन्द्र कुलश्रेष्ठ एवं विभिन्न पदाधिकारियों का सहयोग सराहनीय रहा।

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