फरह। बुधवार देर रात राष्ट्रीय राजमार्ग पर राशन का चावल से भरे ट्रक से अवैध वसूली का मामला सामने आया है। एक दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मी और चार कथित पत्रकारों पर यह आरोप लगा है। मौके पर पहुंची एसओजी टीम और पुलिस अधिकरियों ने सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया। यह कार्रवाई एसपी सिटी एम पी सिंह के निर्देशन में की गई। इस मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। पुलिस अधिकारी के सीयूजी नंबर भी नहीं उठ रहे हैं।
इस मामले में आईजी आगरा के हस्तक्षेप के बाद मथुरा पुलिस हरकत में आई थी। सभी आरोपियों के विरुद्ध केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। वहंी पकडे़ गए पुलिस कर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की जा रही है। फरह थाने के पुलिसकर्मियों और कथित पत्रकारों की मिलीभगत से अवैध वसूली का यह खेल लंबे समय से चल रहा था।
प्राप्त सूचना के अनुसार देर रात एक चावल का ट्रक आगरा से कैथल (हरियाणा) के लिए चला। रात्रि करीब 10 बजे फरह हाईवे टोल प्लाजा के समीप चार कथित पत्रकार ने अपनी कार से ओवरटेक करके चावल से भरे ट्रक को रोका और डरा धमका कर तीन लाख रुपये की डिमांड करने लगे। कथित पत्रकारों के साथ वसूली करने वालों में दरोगा और दो सिपाही थे।
ट्रक ड्राइवर ने उसकी सूचना आगरा अपने मालिक को दी। ट्रक मालिक द्वारा पूरा मामला आईजी रेंज आगरा को बताया गया। आईजी आगरा के हस्तक्षेप के बाद मथुरा पुलिस अलर्ट हो गयी। मौके पर तुरन्त एसपी सिटी, सीओ रिफाइनरी समेत आला अधिकारी पहुंच गये और तथाकथित सभी पत्रकार और तीन पुलिसकर्मियों को हिरासत में ले लिया। रातभर थाना फरह में मथुरा के बडे अधिकारियों का जमावड़ा लगा रहा।
पुलिस द्वारा सभी आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जा रही है। अधिकृत तौर पर फ़िलहाल पुलिस अधिकारी कुछ नहीं बता रहे है। चर्चाओं में कथित पत्रकारों के नाम अजित, बहादुर, ऋचा, जितेंद्र आदि एवं पुलिसकर्मी दरोगा दिगम्बर सिंह कांस्टेबल राम नरेश, संजय बताये जा रहे है।