खुशखबरी: योगी सरकार का ‘न्यू ईयर गिफ्ट’, अब पांचवें व छठे वेतनमान वाले कर्मचारियों को भी मिलेगी बढ़ी हुई सैलरी
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, पांचवें वेतनमान के कर्चमारियों को वेतन में अब 368 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिलेगा. वहीं, छठे वेतनमान वाले कर्मचारियों को 198 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिलेगा. अभी तक छठे वेतनमान के कर्मचारियों को 189 फीसदी और पांचवें वेतनमान कर्मचारियों को 356 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा था.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Govt) ने राज्य के कर्मचारियों (Sarkari Karmchari) को खुश करने की एक और कोशिश की है. यूपी चुनाव से पहले योगी सरकार ने पांचवें और छठे वेतनमान वाले कर्मचारियों को न्यू ईयर का तोहफा दिया है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पांचवें और छठवें वेतनमान वाले कार्मिकों को एक जुलाई से बढ़े दर से मंहगाई भत्ता दिए जाने का आदेश जारी कर दिया है. यानी इस संशोधित दर से महंगाई भत्ते का नकद भुगतान एक दिसंबर 2021 से होगा. इसका मतलब है कि दिसंबर वाली सैलरी जब जनवरी में आएगी तो इन कर्मियों की सैलरी बढ़ी हुई होगी. राज्य के अपर मुख्य सचिव एस. राधा चौहान ने आदेश जारी कर यह जानकारी दी.
सरकार के इस फैसले का उन सभी कर्मचारियों को मिलेगा, जो अभी तक पांचवें और छठवें केंद्रीय वेतन आयोग द्वारा संस्तुत राज्य सरकार की वेतन संरचना में कार्यरत हैं. यह लाभ जुलाई 2021 से जोड़कर दिसंबर से मिलना शुरू हो जाएगा. हालांकि, सरकार ने इसकी घोषणा पहले ही की थी, मगर इस संबंध में आदेश अब जारी किया गया है.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, पांचवें वेतनमान के कर्चमारियों को वेतन में अब 368 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिलेगा. वहीं, छठे वेतनमान वाले कर्मचारियों को 198 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिलेगा. अभी तक छठे वेतनमान के कर्मचारियों को 189 फीसदी और पांचवें वेतनमान कर्मचारियों को 356 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा था.
बता दें कि इससे कुछ दिन पहले ही योगी सरकार ने प्रदेश के सभी राज्य कर्मचारियों का महंगाई भत्ता यानी DA 28 फीसदी से बढ़ाकर 31 फीसदी कर दिया. इसका मतलब अब राज्य कर्मचारियों के भत्ते में तीन प्रतिशत की बढोत्तरी की गई है. यह महंगाई भत्ता जुलाई 2021 से देय होगा. गौरतलब है कि दीपावली पर कर्मचरी बोनस के साथ डीए बढ़ने की उम्मीद कर रहे थे लेकिन तब ऐसा नहीं हुआ था.