लूट के मामले में डरा-धमका करा दिया था समझौता
वर्तमान में फतेहपुर सीकरी में हैं तैनात
नौहझील। लूट के आरोप में पीड़ित को मारपीट और डरा धमका कर समझौता कराने के मामले में मांट के निवर्तमान इंस्पेक्टर भीमसिंह जावला समेत चार पुलिस कर्मियों के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
हर्षबर्धन निवासी अंबाखार हाल पता प्रीति विहार लक्ष्मीनगर थाना जमुनापार मथुरा ने दर्ज कराई रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि 6 अगस्त 2021 को वह टैंटीगांव से घर लौट कर आ रहे थे। थाना मांट क्षेत्र में बारहमासी के समीप बाइक सवारों ने कनपटी पर तमंचा रखकर 12 हजार रुपये छीन लिए। और मारपीट और धमकी देकर चले गए। दूसरे दिन उन्होंने थाना मांट में जाकर अपने साथ हुई घटना की तहरीर तत्कालीन एसएसआई दिनेश कुमार शर्मा को दी थी, जिन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया था। जब उन्होंने फोन से जानकारी की तो एसआइ दिनेश कुमार शर्मा ने पुलिस का रौब दिखाते हुए उल्टे उनकी ही गलती बताई। जिसके बाद एसएसपी के यहां घटना की शिकायत की तो वहां दो दिन में अभियोग दर्ज करने का आदेश कर दिए। इसके बाद इंस्पेक्टर भीमसिंह जावला ने उन्हें फोन कर कहा कि उनके प्रार्थना पत्र पर अभियोग दर्ज हो गया और आकर नकल ले जाओ। वह 12 अगस्त 2021को अभियोग की नकल लेने के लिए वह थाना मांट पर पहुंचे तो वहां इंस्पेक्टर ने दूसरे पक्ष को बैठा रखा था। इंस्पेक्टर भीमसिंह जावला ने उन्हें देख कार्यालय में बैठा दिया और इंस्पेक्टर के अलावा एसआइ अभिषेक चौधरी और थाने के ड्राइवर ने उनके साथ मारपीट और गाली गलौज करते हुए झूंठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए समझौता जबरन लिखवा कर उसकी वीडियो क्लिप भी बना ली। उन्होंने मिन्नत की वह गरीब आदमी है और इलेक्ट्रिशियन की छोटी सी नौकरी करता हूँ उनके साथ ऐसी बदसलूकी न करें लेकिन इंस्पेक्टर नहीं माने और गाली गलौज करते हुए उन्हें थाने से भगा दिया। और जातिसूचक शब्दो का प्रयोग किया। इस दौरान उन्हें पता चला कि इंस्पेक्टर भीमसिंह जावला ने 30 हजार रुपये लेकर दूसरे पक्ष को छोड़ दिया। आरोपित इंस्पेक्टर भीमसिंह जावला इन दिनों आगरा जनपद के फतेहपुर सीकरी में तैनात है।