Friday, April 19, 2024
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चुनौतियों का सामना कर, शिक्षा के स्तर को विश्वस्तरीय बनाना हैः सचिन

संस्कृति विवि में आयोजित हुआ ‘स्वागत 2022‘ कार्यक्रम


मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित ‘स्वागत-2022’ कार्यक्रम में शिक्षकों और विवि के कर्मचारियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए विवि के चांसलर सचिन गुप्ता ने कहा कि हम सबको चुनौतियों से जूझते हुए अपने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक स्तर को विश्वस्तरीय बनाना है। ज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में सारे देश कड़ी स्पर्धा से गुजर रहे हैं। वही देश सिरमौर बनेगा जो इस दिशा में आगे रहेगा।


सचिन गुप्ता ने कहा कि कुछ चुनौतियां तो हमारे सामने हैं और कुछ चुनौतियां कोरोना जैसी हैं जो अचानक हमारे जीवन में सामने आ जाती हैं। इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर पाना हमारी योग्यता पर निर्भर करेगा। जहां तक शैक्षणिक क्षेत्र की बात है, हमारा हमेशा से यही प्रयास रहा है कि कुछ भी हो जाय हम विद्यार्थियों को उनकी शिक्षा से वंचित नहीं होने देंगे। इसके लिए हम हर संभव तरीके को अपनाएंगे, और उनको शिक्षा के अवसर निरंतर प्रदान करेंगे। कोरोना जैसी महामारी ने हमको आनलाइन शिक्षा का अनूठा प्लेटफार्म तैयार करने का अवसर दिया। हम इसको जरूरत पड़ने पर और मजबूत एवं रिजल्ट ओरिएंटेट बनाएंगे। हमारी आफ लाइन शिक्षा सामान्य परिस्थितियों में यथावत जारी रहेगी। लेकिन यह सब आप सब शिक्षकों के परिश्रम, लगन और समर्पण पर ही निर्भर करता है। जैसा आप लोगों ने पूर्व में कर दिखाया है वैसा ही आप आगे भी करेंगे ऐसा मेरा विश्वास है।


उन्होंने शिक्षकों से स्वयं का निरंतर अपग्रडेशन करने के महत्व को विस्तार से समझाते हुए कहा कि आज ज्ञान और कौशल के क्षेत्र में तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं, शिक्षकों को चाहिए कि वे स्वयं को इन सब से अपडेट रखें ताकि वे विद्यार्थियों को अपग्रेड कर सकें। हम अपने शिक्षकों पर गर्व करते हैं, विद्यार्थी भी उनपर गर्व कर सकें ऐसा वातावरण तैयार करना है। विवि प्रशासन शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प है। शीघ्र ही आप संस्कृति विवि में और अधिक आवश्यक संसाधनों का इजाफा देखेंगे। यदि आपको लगता है कि हमारे विवि में यह होना चाहिए तो उसके लिए आप विवि प्रशासन को अपना सुझाव रख सकते हैं।

चांसलर सचिन गुप्ता ने कहा कि हमारे शिक्षकों, विद्यार्थियों ने पेटेंट दाखिल करने के क्षेत्र में विवि को देश में सातवां स्थान दिलाया है। यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है। शिक्षकों को चाहिए कि वे विद्यार्थियों को शोध करने के लिए प्रेरित करें, उन्हें हर संभव सहायता दें। शिक्षक विद्यार्थियों से ऐसा संबंध बनाएं ताकि वे शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाएं और दक्षता हासिल करने को प्रेरित हों।


इससे पूर्व विवि के प्रति कुलपति डा. राकेश प्रेमी ने शिक्षकों और कर्मचारियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विवि की प्रगति आप सबके परिश्रम का ही परिणाम है। मुझे उम्मीद है कि आप सब इसी तरह से अपना योगदान देते रहें। इस मौके पर विवि की कार्याधिकारी श्रीमती मीनाक्षी शर्मा ने भी शिक्षकों और कर्मचारियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में विवि के शिक्षक और कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

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