Saturday, April 27, 2024
Homeशिक्षा जगतसंस्कृति आयुर्वेद कालेज में लगा केरलीय मर्मा चिकित्सा शिविर

संस्कृति आयुर्वेद कालेज में लगा केरलीय मर्मा चिकित्सा शिविर

मथुरा। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयुर्वेद मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के आर्थो और इस्पाइनल डिसओर्डर(शल्यतंत्र) विभाग द्वारा एक विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस दो दिवसीय शिविर में केरल के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा परंपरागत चिकित्सा पद्धति को अपनाकर बिना सर्जरी और स्टेरायड के असाध्य रोगों का निदान किया।


यह विशेष चिकित्सा शिविर राजीव गांधी आयुर्वेदा मेडिकल कालेज पांडुचेरी पूर्व प्राचार्य एवं केरलीय मर्मा विशेषज्ञ डा. एनवी श्रीवत्स के देखरेख में लगाया गया। शिविर में डा. वत्स ने स्वयं मरीजों को देखा और रोगों के निदान बताए। शिविर में विशेष रूप से सर्वाइकल स्पांडलाइटिस, लंबर स्पांडलाइटिस, लिगामेंट इंज्यूरी, स्पाइनल इंज्युरी, शियाटिका, फ्रोजन शोल्डर, आस्टियो अर्थराइटिस, टेनिस एल्बो, कार्पल टनल सिंड्रोम, फ्रेक्चर एंड डिसलोकेशन जैसे मर्जों की चिकित्सा की गई। बताते चलें कि अत्याधुनिक मशीनों से युक्त इस केंद्र में शरीर संबधी अनेक विकारों का निदान किया जा रहा है।


केरलीय चिकित्सा के विशेषज्ञ डा. वत्स ने बताया कि हमारी आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति आदिकाल से आज तक निरापद रूप से मानवजीवन को खुशहाल बनाती आई है। आज भी इसका उतना ही महत्व है जितना कि आदिकाल में था। हमारे ऋषियों ने अथक परिश्रम कर शरीर के विभिन्न रोगों के स्थाई निदान खोजे हैं। केरल के आश्रमों में आज भी परंपरागत रूप से रोगों का इलाज किया जा रहा है, जो बहुत लाभकारी सिद्ध हुआ है। हमारी परंपरागत चिकित्सा पद्धति हमारे शरीर को बीमारियों से दूर रखती है। बीमारी होने पर उसकी तह तक जाकर निदान के तरीके अपनाती है।

शरीर के दर्दों से मुक्ति पाने के लिए यह सबसे सुरक्षित चिकित्सा पद्धति है। उन्होंने बताया कि मर्म चिकित्सा वास्तव में अपने अंदर की शक्ति को पहचानने जैसा है। डा0 वत्स का कहना है कि शरीर की स्वचिकित्सा शक्ति (सेल्फ हीलिंग पॉवर) ही मर्म चिकित्सा है। मर्म चिकित्सा से सबसे पहले शांति व आत्म नियंत्रण आता है और सुख का अहसास होता है।


संस्कृति आयुर्वेद कालेज में लगे इस विशेष चिकित्सा शिविर में विशेषज्ञों ने अनेक मरीजों का गहन परीक्षण कर उनके मर्ज के कारणों को विस्तार से बताया और आयुर्वेदिक दवाओं के माध्यम से उनके निदान भी बताए।


RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments