युवा स्वरोजगार से करें स्वयं और देश का आर्थिक विकास
मथुरा। युवा आबादी की दृष्टि से भारत दुनिया भर में सबसे समृद्ध है बावजूद बेरोजगारी हमारी सबसे बड़ी समस्या है। आर्थिक क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि युवाओं को स्वरोजगार की तरफ प्रेरित किया जाए तो बेरोजगारी की समस्या से तेजी से निपटा जा सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट और पीएचडी चैम्बर आफ कॉमर्स के संयुक्त तत्वावधान में एक आनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
सक्सेज स्टोरी आफ स्टार्टअप विषय पर अल्पना मिश्रा निदेशक, रेडियन कॉरपोरेट सॉल्यूशन प्रा.लि. ने छात्र-छात्राओं को बताया कि नए व्यापार और उद्यम को स्थापित करने के लिए आवश्यक दक्षता एवं गुणों का होना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की दृष्टि से गरीबी उन्मूलन के लिए नए-नए उद्योगों की स्थापना महत्वपूर्ण है। मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं से अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नया उद्योग स्थापित करने के आवश्यक मानदण्ड तथा तौर-तरीके बताए।
संगोष्ठी में विनायक नाथ को-फाउंडर एण्ड डायरेक्टर इंडिया एसिस्ट एण्ड इनसाइट्स प्रा.लि. एवं मैनेजिंग डायरेक्टर यूनीकार्न एन्जिल प्रा.लि. ने छात्र-छात्राओं को बताया कि लघु एवं कुटीर उद्योगों को स्थापित करने में सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की सब्सिडी और स्कीम्स बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा उन्होंने नया उद्यम-व्यापार आरम्भ करने के लिए वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने सम्बन्धी महत्वपूर्ण तथ्यों पर भी विस्तार से जानकारी दी।
मनीष सिन्हा जनरल मैनेजर सिडबी ने नए व्यापार-उद्यम स्थापित करने की प्रक्रिया पर चर्चा करते हुये एक विस्तृत प्रजेंटेशन के माध्यम से विद्यार्थियों को नए उद्यम स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। श्री सिन्हा ने बताया कि नई औद्योगिक नीति से पूर्व हमारे यहां विदेशी निवेश या नई विदेशी तकनीक लाने से पहले भारत सरकार की अनुमति अनिवार्य थी। सरकारी हस्तक्षेप एवं अनुमति प्रक्रिया व्यापारिक निर्णयों में अवांछित विलम्ब पैदा कर रही थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अन्त में डॉ. विकास जैन (हेड मैनेजमेंट डिपार्टमेंट राजीव एकेडमी) ने नये विद्याथियों को नये स्टार्टअप के बारे में बताते हुए इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने व देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने का आह्वान किया।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने कहा कि मैनेजमेंट के विद्यार्थी न्यू स्टार्टअप के माध्यम से नए उद्योग स्थापित कर स्वयं रोजगार प्रदाता बन सकते हैं। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हमारे देश के युवाओं को नौकरी की तरफ भागने की बजाय स्वयं का रोजगार स्थापित कर समाज से गरीबी दूर करने के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को गति देनी चाहिए।