पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों के विरोध में शुक्रवार को कानपुर में दो समुदायों के लोगों के द्वारा एक-दूसरे पर पथराव और बम फेंके जाने के बाद यहां के कुछ इलाकों में हुई हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने अभी तक 35 बवालियों को गिरफ्तार हैै। बता दें कि इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी समेत 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, मामले में पुलिस ने 40 नामजद समेत लगभग 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
कानपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, अब तक 13 पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं, जिनमें सीतामऊ थाने के इंस्पेक्टर दुबे भी शामिल हैं। पुलिस ने 36 से ज्यादा बवालियों की वीडियो-फोटो से पहचान की है और इनमें से 26 से ज्यादा गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा हाल ही में टीवी पर चर्चा के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में जब एक समूह के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो दोनों पक्षों ने ना सिर्फ एक-दूसरे पर बम फेंके, बल्कि गोलियां भी चलाईं।
जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास कर रहे लोगों की पुलिस के साथ भी झड़प हुई। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा। पुलिस ने बताया कि कानपुर के परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाके में हिंसा हुई है।
एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि कानपुर के सभी अल्पसंख्यक सदस्यों से अपील है कि शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करें तथा उपद्रवियों को पहचानने में पुलिस की मदद करें. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि हर हाल में शांति व्यवस्था बनाए रखें।
वहीं घटना के बाद समाजवादी पार्टी (एसपी) के प्रमुख अखिलेश यादव ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए पैगंबर मोहम्मद के लिए कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने वाली बीजेपी नेता को गिरफ्तार करने की मांग की है। एसपी अध्यक्ष ने शुक्रवार शाम ट्वीट कर कहा, श्श्महामहिम राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नगर में रहते हुए भी पुलिस और खुफिया-तंत्र की विफलता से भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा दिए गए भड़काऊ बयान से, कानपुर में जो अशांति हुई है, उसके लिए बीजेपी नेता को गिरफ्तार किया जाए।