Friday, April 26, 2024
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जीएलए और सेमीकंडक्टर लैब के मध्य एमओयू साइन

मथुरा। नवोन्मेष व उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ ही आत्मनिर्भर अभियान को और अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा और सेमीकंडक्टर लैब के मध्य एमओयू साइन हुआ है। इस एमओयू के माध्यम से सेमीकंडक्टर उत्पादन व उससे जुडे़ विभिन्न अवयवों के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी मिलेगी।


यह एमओयू विश्वविद्यालय के कुलपति अषोक कुमार सिंह व सेमीकंडक्टर लैब के कार्यकारी अधिकारी सुधीर ठाकुर के हस्ताक्षर के बाद प्रभावी हुआ है। दोनों संस्थानों के पदाधिकारियांे ने उम्मीद जतायी है कि इस एमओयू से विद्यार्थियों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे ही, बल्कि रिसर्च के क्षेत्र में भी दोनों संस्थान मिलकर कार्य करेंगे। एमओयू साइन से पूर्व ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से संस्थानों के पदाधिकारियों ने विद्यार्थियों को प्रदान की जाने वाली तकनीकी शिक्षा और विभिन्न योजनाआंे पर चर्चा की।


इलेक्टंॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रो. विनय कुमार देवलिया ने बताया कि बीते वर्ष ही केन्द्र सरकार ने सेमीकंडक्टर उत्पादन के लिए 76 हजार करोड़ का प्रोत्साहन जारी किया है। विभाग के सहायक निदेशक शांतनु चौधरी ने कहा कि इससे देश में नवोन्मेश व उत्पादन को बढ़ावा देने साथ ही आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती मिलेगी। सेमीकंडक्टर योजना में एमएसएमई विकास पर खास जोर है। सरकार चिप निर्माण व शोध के लिए दो वर्श में 20 नई इकाईयां स्थापित करेगी। यही नहीं इसी क्षेत्र में पहले कार्य कर रहीं करीब 100 कंपनियों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। इसी के साथ ही इलेक्टंॉनिक एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के छात्रों को भी चिप डिजाईन के क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।


डीन एकेडमिक कोलॉबोरेशन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा एवं विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनीश अग्रवाल एवं असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. गौरव शर्मा ने एमओयू के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दोनों संस्थान प्रोफेशनल एक्सचेंज इनिशिएटिव, जाइंट रिसर्च पब्लिकेशन एवं इंटेलेक्चुअल प्रोपर्टी राइट शेयर करने पर सहमत हुए हैं। जिसका प्रमुख उद्देष्य लैब विजिट, परस्पर आरएंडडी, प्रोजेक्ट्स तैयार करना, मैटेरियल एवं रिसोर्स एक्सचेंज तथा संयुक्त रिसर्च एजुकेशन मीटिंग आयोजन करना है।


एसोसिएट डीन एकेडमिक डॉ. आषीश शुक्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों को राश्टंीय और अन्तर्राष्ट्रंीय शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी प्रतिबद्धता के चलते इंटरनेशनल रिलेशंस एंड एकेडमिक कोलॉबोरेशन विभाग की टीम सैदव दूसरे संस्थानों के साथ मीटिंग कर एमओयू के माध्यम से तकनीकी शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसी उत्कृष्ट शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों दिग्गज कंपनियों में बेहतर पैकेज पर रोजगार पाने में आसानी हो रही है।

जीएलए मैकेनिकल के छात्रों ने किया औद्योगिक भ्रमण
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के मैकाटंोनिक्स एवं ऑटोमोबाइल के विद्यार्थियों ने मानेसर गुरूग्राम स्थित जय भारत मारूति 1⁄4जेबीएम1⁄2 का औद्योगिक भ्रमण किया। कंपनी प्रतिनिध प्रबंधक 1⁄4 व्यवस्थापक एवं प्रशिक्षण 1⁄2 राकेष बजाज ने विद्यार्थियों को कंपनी में होने वाले कार्य और विभिन्न उत्पादन की नवीनतम जानकारियां साझा कीं। उन्होंने बताया कि कंपनी में मुख्य रूप से फिक्चर निर्माण, रियर एक्सल निर्माण एवं टंकों के दरवाजे अंदर पैनल में स्पॉट वेल्डिंग का कार्य होता है। विद्यार्थियों का औद्योगिक भ्रमण विभाग के डॉ. कुलदीप सक्सेना, डॉ. भरत सिंह एवं असिस्टेंट प्रोफेसर गौरव पंत के दिशा-निर्देशन में हुआ। विभागाध्यक्ष प्रो. पीयूश सिंघल ने कहा कि औद्योगिक भ्रमण से विद्यार्थियों को तकनीकी ज्ञान मिलेगा ही, बल्कि प्रयोगात्मक ज्ञान भी मिलता है।

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