बब्ले भारद्वाज
आगरा। न्यू आगरा थाना क्षेत्र के दूध विक्रेता ने आईपीएल में सट्टा लगाकर रकम गवां दी। उस पर डेढ़ लाख रुपये का कर्ज हो गया। कर्ज चुकाने के लिए उसने चोरी की साजिश रची। उसने पांच साथियों की मदद से अपने गांव के व्यक्ति की दो भैंसें चुरा लीं। पुलिस ने मंगलवार को आरोपी विक्रेता और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर यह खुलासा किया।
न्यू आगरा स्थित आनंदी भैरों, मऊ रोड निवासी भोलाराम दूध का काम करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 14 जून को यमुना किनारा स्थित अपने खेत पर दो भैंसें बांधकर छोड़ी थीं। वह खाना खाने चले गए। कुछ देर बाद लौटकर आए तो भैंसें नहीं मिलीं। पहले समझा की भैंसें कहीं चली गईं होंगी। मगर, रास्ते में एक भवन पर लगे कैमरे में भैंसों को मेटाडोर में ले जाते हुए चोर नजर आए। इस पर पुलिस को सूचना दी। मामले में 17 जून को मुकदमा दर्ज किया गया।
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए चौकी प्रभारी दयालबाग हरीश कुमार को लगाया गया था। उन्होंने सोमवार को चार चोरों को पकड़ लिया। इनमें नगला बूढ़ी स्थित नई आबादी निवासी सतवीर, बंटू, दीपक और राहुल हैं। उनके दो साथी कृष्णा और राजपाल भाटिया फरार हो गए। पकड़े गए आरोपियों से 50 हजार रुपये और एक तमंचा बरामद किया गया।
सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग
एसपी सिटी विकास कुमार के मुताबिक, पूछताछ में पता चला कि राहुल का भैंसों का बाड़ा है। वह दूध की बिक्री करता है। वह आईपीएल में सट्टा लगाता था। इस कारण उस पर डेढ़ लाख रुपये का कर्ज हो गया था। उसके घर पर लोग रुपये लेने के लिए चक्कर काट रहे थे। उसने कर्ज चुकाने के लिए भैंस चोरी की साजिश रची।
उसे पता था कि भोलाराम अपनी भैंसें बांधकर चला जाता है। उसने अपने साथियों को बुलाया। सतवीर और दीपक मेटाडोर लाए। बाकी भैंस चढ़ाने में शामिल हुए। इसके बाद इटावा की पैंठ में भैंस बेच दी। उन्हें 90 हजार रुपये मिले। 50 हजार रुपये राहुल ने रखे, जबकि बाकी 40 हजार साथियों को दिए। उनकी मेटाडोर एक कैमरे में आ गई थी। उस पर नवीन सब्जी मंडी लिखा नजर आया था। पुलिस सिकंदरा सब्जी पहुंची। मेटाडोर की पहचान हो गई। इससे आरोपी पकड़े गए।


