बब्ले भारद्वाज
आगरा। ताजनगरी आगरा में परिवार से बिछड़ी 9 साल की मासूम को बहला कर ले जा रहे 5 युवकों से एक बहादुर युवक अकेले लड़ गया। युवक ने बच्ची को बदमाशों के चंगुल से बचा कर सीआईएसएफ और ताजगंज पुलिस के सपुर्द किया। बच्ची के परिजनों ने बच्ची मिलने पर युवक का आभार जताया है। युवक की बहादुरी की जमकर तारीफ हो रही है।
जानकारी के अनुसार शाहगंज के केदार नगर निवासी अकरम अपनी पत्नी अस्मा और 9 साल की बेटी माइरा के साथ शनिवार शाम ताजमहल घूमने आये थे। इस दौरान मासूम माइरा परिजनों से बिछुड़ गयी। परिजन बच्ची को ढूंढ रहे थे और बच्ची ताजमहल से बाहर आकर परिवार को ढूंढ रही थी। ताजमहल बंद हो चुका था। सड़कों पर अंधेरा और सन्नाटा था। अकेली घूमती हुई मासूम को 5 अज्ञात युवक बहला फुसला कर पश्चिमी गेट से श्मशान घाट चौराहे की तरफ ले जा रहे थे।
इस दौरान उधर से गुजर रहे ताजगंज निवासी आजाद की नजर उन पर पड़ी। आजाद को शक हुआ और युवकों से पूछा तो युवकों ने बच्ची को अपनी भतीजी बताया। आजाद ने बच्ची से बात की तो उसने अपने परिजनों का नाम बताया पर घर नहीं बता पाई। इसके बाद आजाद युवकों से भिड़ गया। मारपीट के दौरान युवक वहां से भाग गए। आजाद बच्ची को लेकर ताजगंज थाने पहुंचा तो वहां उसके परिजन मिल गए। पुलिस ने सीआईएसएफ कार्यालय को सूचना दी। इसके बाद सीआईएसएफ कार्यालय पर लिखा पढ़ी के बाद बच्ची परिजनों के सपुर्द कर दी।
दो दिन पूर्व एत्माउद्दौला क्षेत्र में घर के बाहर नहा रही बच्ची का तीन युवकों ने बुरी नियत से अपहरण कर लिया था। पुलिस के डर से बच्ची को जिंदा दफन कर दिया था। समय रहते बच्ची को पुलिस ने बचा लिया था और तीन लोगों को जेल भेजा था। ताजगंज क्षेत्र में बसई मोहल्ले में देह व्यापार के लिए लड़कियों की खरीद फरोख्त कोई नई बात नही है। इसके साथ ही अभी बीते माह बच्चे चोरी की वारदातें करने वाले गैंग की भी जानकारी हुई है। ऐसे में परिवार का कहना है कि बादुर युवक ने बचा लिया वरना उनकी बच्ची के साथ अनहोनी हो सकती थी। पुलिस सीसीटीवी के आधार पर युवकों की तलाश के प्रयास कर रही है।