- जीएल बजाज में आयोजित हुआ 50वां नॉलेज शेयरिंग सत्र
मथुरा। जीएल बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस मथुरा में आयोजित 50वें नॉलेज शेयरिंग सत्र को सम्बोधित करते हुए इंडिया कार्ड क्लोथिंग कम्पनी के सीईओ आलोक मिश्रा ने कहा कि किसी संस्थान या उद्योग के समग्र विकास के लिए एक अच्छी टीम का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक अच्छी टीम ही सर्वश्रेष्ठ परिणाम दे सकती है। इस अवसर पर श्री मिश्रा ने टीम के सदस्यों के कौशल, बेहतर उत्पादकता, विश्वास और मनोबल को बढ़ाने के उपाय भी बताए।
नॉलेज शेयरिंग सत्र को सम्बोधित करते हुए श्री मिश्रा ने कहा कि कर्मचारी किसी भी संस्थान की सबसे कीमती धरोहर होते हैं और संस्थान की सफलता का उसके कर्मचारियों की मेहनत से सीधा सम्बन्ध होता है। यह मेहनत अक्सर एक समूह के रूप में दिखती है। उन्होंने कहा कि एक सफल और कुशल टीम बनाना बेहद कठिन कार्य होता है। अच्छी टीम के सदस्यों को चुनने में जहां प्रबंधक की बड़ी भूमिका होती है वहीं उस समूह को सफल बनाने के लिए सदस्यों का संजीदा व एकजुट प्रयास भी उतना ही जरूरी होता है।
श्री मिश्रा ने कहा कि दो या दो से अधिक व्यक्तियों का समूह ही टीम कहलाता है। जब हर सदस्य एक समान लक्ष्य के लिए परस्पर मिलकर पूरे मनोयोग से काम करते हैं तो सफलता निश्चित हो जाती है। श्री मिश्रा ने जापान का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के कर्मचारी सबसे पहले कम्पनी के उत्थान के बारे में सोचते हैं। वहां के अधिकारियों और कर्मचारियों की यही सोच जापान की तरक्की का मुख्य कारण है। श्री मिश्रा ने कहा कि यूके का कर्मचारी सिर्फ अपने बारे में सोचता है यही वजह है कि वह विकास के मामले में पिछड़ रहा है।
इंडिया कार्ड क्लोथिंग कम्पनी के सीईओ श्री मिश्रा का एक कुशल टीम निर्माण पर दिया गया वक्तव्य काफी महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने स्वयं के व्यावहारिक अनुभव साझा करते हुए कहा कि टीम निर्माण किसी संगठन को आगे बढ़ाने में मदद करता है। श्री मिश्रा ने कहा कि जिस तरह किसी संस्थान की तरक्की में टीमभावना सर्वोपरि होती है उसी तरह राष्ट्र के समग्र विकास में सभी का योगदान महत्वपूर्ण होता है। नॉलेज शेयरिंग सत्र के समापन अवसर पर संस्थान की निदेशक प्रो. (डॉ.) नीता अवस्थी ने इंडिया कार्ड क्लोथिंग कम्पनी के सीईओ श्री मिश्रा का आभार माना।