Friday, May 2, 2025
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सिर्फ नौकरी पाने के लिए शिक्षा न ग्रहण करें: पूरन डाबर

  • संस्कृति विवि में ‘उद्यमिता पर संवाद’


मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में आयोजित ‘उद्यमिता पर संवाद’ में देश के जाने-माने उद्यमी डावर ग्रुप के चेयरमैन पूरन डावर ने विद्यार्थियों को कहा कि जिस दिन आप ये समझ लेंगे कि शिक्षा, ज्ञान हासिल करना नौकरी पाने के लिए नहीं होता उस दिन इस देश में कोई बेरोजगार नहीं रहेगा। उन्होंने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए विद्यार्थियों को समझाया कि शिक्षा आपके ज्ञान में वृद्धि करती है और इस ज्ञान में वृद्धि से आप किसी भी काम को करने में समर्थ हो पाते हैं।


उद्योगपति डाबर ने कहा कि कोई काम छोटा नहीं होता। जिस काम को हम छोटा समझते हैं उसी काम को कर दुनिया में लोग बड़े उद्योगपति बने हैं। उन्होंने अपने जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे समय में जूते निर्माण का काम बहुत छोटे स्तर का माना जाता था, लोग हिकारत से देखते थे। हम जब पाकिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए तो हमने इस काम को किया, परिवार वालों तक ने ताने दिए, लेकिन हमने किया और आज विश्व की जितनी भी बड़ी कंपनियां हैं उनके लिए हम जूते बना रहे हैं। व्यापार भी हमारा कई बिलियन डालर में हो गया। उन्होंने अपनी विश्व के कई देशों की यात्राओं के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि विदेशों में बच्चे हाईस्कूल के बाद ही अपनी शिक्षा का खर्च स्वयं उठाते हैं। वे पढ़ाई के साथ-साथ अन्य काम कर धन अर्जित करते हैं और उससे अपनी फीस देते हैं।


अनेक पुरुस्कारों से सम्मानित उद्योगपति डाबर ने विद्यार्थियों को बताया कि शिक्षा आपके काम की तरक्की में प्रयोग होनी चाहिए, उसको बढ़ाने में काम आनी चाहिए। जीवन में कोई भी काम करें कभी भी छोटी से छोटी गल्ती को अनदेखा न करें, उसको तुरंत सुधारें ताकि पुनरावृत्ति न हो। हमेशा अपने जैसा दूसरा तैयार करने की कोशिश करें ताकि आप आगे बढ़ सकें। काम करने का एक सिस्टम बनाएं और समय के महत्व को समझें।


कार्यक्रम के दौरान संस्कृति विवि के चांसलर सचिन गुप्ता ने विद्यार्थियों से कहा कि आप नौकरी पाने के पीछे न पड़ें बल्कि नौकरी देने वाला बनने की कोशिश करें। आज आपके पास बहुत मौके हैं, आपका एक छोटा सा आइडिया आपको एक बड़ा उद्यमी बना सकता है। ये क्षेत्र एक नदी की तरह है जिसकी गहराई नापने के लिए आपको पहले एक पैर डालना होगा, दोनों डाल देंगे तो डूबने का खतरा है। कहने का मतलब है कि कोई काम शुरू करने से पहले उसके बारे में ज्ञान हासिल करें, सीखें तब शुरुआत करें, आपको सफल होने से कोई रोक नहीं पाएगा।

उन्होंने कहा कि इस सबके लिए आपको अनुशासित जीवन जीने की आदत डालनी होगी। सरस्वती पूजन से शुरू हुए इस कार्यक्रम में संस्कृति स्कूल आफ एग्रीकल्चर के डीन डा. रजनीश ने उद्योगपति पूरन डाबर से विद्यार्थियों का परिचय कराया। संस्कृति विवि के अकेडमिक डीन डा. योगेश चंद्रा ने आगंतुकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन प्लेसमेंट एंड ट्रेनिंग सेल की अनुजा गुप्ता ने किया।

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