Saturday, July 27, 2024
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पितृपक्ष में भूलकर भी ना खाएं-पिएं ये पांच चीजें, लग सकता है पितृदोष, आ सकती हैं मुश्किलें

10 सितंबर से पितृपक्ष शुरू होने वाला है, जो 25 सितंबर तक चलेगा। इस दौरान लोग अपने पूवर्जों को प्रसन्न करने के लिए तर्पण और श्राद्ध करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि इन 16 दिनों में खाने-पीने को लेकर कुछ नियम हैं। अगर आप इस समय में कुछ वर्जित चीजें खा लेते हैं तो आपको उसका बुरा परिणाम मिल सकता है। मान्यता है कि अगर आपके पितर यानी वह पूर्वज जिनका देहांत हो चुका है, आपसे नाराज हो गए तो आपको सफलता नहीं मिलती। पितृदोष होने पर घर में बीमारियां और आर्थिक संकट भी आते हैं। तो जानिए कि आखिर वो कौन सी वस्तुएं हैं जिनका सेवन (What not to eat in Pitru Paksha) पितृपक्ष में वर्जित हैं।

जमीन के नीचे होने वाली सब्जियां (कंद)

शास्त्रों के अनुसार, पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2022) में जमीन के नीचे होने वाली सब्जियां और फल नहीं खाने चाहिए। इस तरह की सब्जियों को हम कंद भी कहते हैं। इसमें मूली, अरबी, आलू, ओल जैसी कई सब्जियां आती हैं। पितृपक्ष के 16 दिनों में इन सब्जियों का ना तो भोग लगाना चाहिए, ना ही इनका सेवन करना चाहिए और ना ही श्राद्धभोज में इन्हें खिलाना चाहिए। ऐसा करने पर पूर्वज नाराज होकर चले जाते हैं।

ना करें लहसुन-प्याज का सेवन

हिंदू धर्म में मान्यता है कि भोजन का चयन हमारी प्रवृति पर भी असर डालता है। पितृपक्ष में सादगी से रहना जरूरी माना गया है, ऐसे में तामसिक भोजन करने की साफ मनाही है। लहसुन और प्याज को तामसिक भोजन माना गया है, इसलिए इसका सेवन किसी भी तरह के धार्मिक अनुष्ठान के समय नहीं किया जाता। मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान गलती से भी लहसुन-प्याज नहीं खाना चाहिए।

मांसाहार और शराब से दूरी

लहसुन-प्याज के अलावा पितृपक्ष के समय सभी के लिए अंडे, मांसाहार वर्जित है। इसके साथ ही किसी भी तरह के नशे यानी शराब, बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू से भी दूरी बनानी चाहिए।

चने का सेवन भी है वर्जित

पितृपक्ष (Pitru Paksha 2022) के 16 दिनों में तर्पण करने वालों के लिए चने का सेवन करना वर्जित माना जाता है। इसलिए जब तक श्राद्ध चलें, तब इसे भूलकर भी नहीं खाना चाहिए। सेवन के साथ पितरों को श्राद्ध में चने की दाल, चना और चने का सत्तू, बेसन की मिठाई अर्पण करना अशुभ माना जाता है।

मसूर की दाल का न करें सेवन

मान्यताओं के अनुसार पितृपक्ष के दौरान मसूर की दाल सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करना बहुत अशुभ माना जाता है। इसके साथ किसी भी प्रकार के कच्चे अनाज का सेवन भी इस समय में अशुभ माना गया है। जो भी अनाज खाएं उसे पकाकर ही उसका सेवन करें।

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