Friday, May 17, 2024
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संस्कृति स्कूल आफ एग्रीकल्चर ने मनाया विश्व मृदा दिवस


मथुरा। संस्कृति स्कूल आफ एग्रीकल्चर द्वारा उन्नत भारत अभियान के तहत विश्व मृदा दिवस मनाया गया। कृषि विभाग के विद्यार्थियों ने गावं अजीजपुर में जागरूकता अभियान चलाकर किसानों को मृदा संरक्षक और मृदा स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

संस्कृति स्कूल आफ एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों ने जागरूकता अभियान चलाकर गावं अजीजपुर के किसानों को बताया कि किस तरह से हमारी भूमि रसायनिक खाद, जहरीले रसायनों द्वारा दिन प्रदिन दूषित होती जा रही है। उन्हें बताया गया कि हमारा स्वास्थ्य हमारी मिट्टी के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। हमें स्वस्थ जीवन जीना है तो सबसे पहले अपनी मिट्टी का सुधार करना होगा क्योंकि मिट्टी से ही हम जल, भोजन, चारा, लकड़ी आदि प्राप्त करते हैं। हमारी मिट्टी स्वस्थ रहेगी तो हम भी स्वस्थ और निरोगी जीवन जी सकते हैं और बढ़ती हुई जनसंख्या का पालन-पोषण कर सकते हैं। संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बीएस चेट्टी ने अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि रासायनिक खादों का त्याग कर हम अपनी मृदा को स्वस्थ और टिकाऊ बना सकते हैं। इस मौके पर उन्होंने विद्यार्थियों को मृदा स्वास्थ्य दिवस की उपयोगिता के बारे में भी जानकारी दी। सहायक अध्यापक डा. एन.एन. सक्सैना ने किसानों को जैविक और हरी खाद के प्रयोग से मृदा को संरक्षित करने के लिए प्रेरित किया।


संस्कृति स्कूल आफ एग्रीकल्चर के विभागाध्यक्ष डा. संजीव कुमार ने किसानों को बताया कि नवीनतम कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण भी कृषि संकाय विभाग में दिया जा रहा है, जिसका सीधा लाभ निकटवर्ती गांव के किसानों को मिल रहा है। आए दिन किसान अपनी समस्याओं के साथ में आते हैं और इन समस्याओं का निपटारा तुरंत यहां के योग्य और अनुभवी डाक्टरों द्वारा किया जा रहा है। मौके पर मौजूद गांव प्रधान ने सभी ग्राम वासियों की तरफ से आश्वासन दिया कि हम नवीन तकनीकी माध्यम से गोबर की खाद तैयार करेंगे और मृदा को स्वस्थ और टिकाऊ बनाएंगे।


संस्कृति स्कूल आफ एग्रीकल्चर के डीन डा. रजनीश त्यागी ने विश्व मृदा दिवस पर संस्कृति यूनिवर्सिटी के चांसलर डा. सचिन गुप्ता और ओएसडी मीनाक्षी शर्मा के प्रति सुनियोजित जागरूकता अभियान के लिए आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सहायक प्रोफेसर डा. कमल पांडे, डा. सतीश, डा. प्रफुल्ल कुमार, डा. रामपाल सिंह, दुर्गेश नंदन, डा. डिजेंद्र कुमार, डा. अंकित पांडे, खेत प्रबंधक दाऊदयाल शर्मा और लैब टेक्नीशियन हितेंद्र तौमर, राम प्रताप, रोहित तिवारी भी उपस्थित रहे।

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