Saturday, April 20, 2024
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भारतीय संस्कृति को बचाये रखने का अनूठा प्रयास गोवर्धन लीला

  • तीन दिवसीय ‘रस गोवर्धन लीला’ का शुभारंभ


मथुरा। भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय द्वारा ब्रज लोक कला मंडल, मथुरा की अद्वितीय प्रस्तुति “रस गोवर्धन लीला” का सारथी परिवार के सहयोग से दर्शकों ने जमकर आनंद लिया। भगवान श्री कृष्ण की मधुर मूरत यशोदा के बाल हट लीला प्रस्तुति देख दर्शक गदगद हो गए।


मोहन कुंज डेंपियर में शुरू हुई “रस गोवर्धन लीला” के पहले दिन गोपियों का नित्य प्रति ऊलहाना सुन – सुन यशोदा मैया लाला को समझाती है तो कन्हैया उल्टा दोष गोपियों को ही देते हैं। गोपियों की अनेकानेक गलतियां बताकर रुदन करने लगते हैं और घर छोड़कर ब्रज को छोड़ जाने की धमकी देते हैं “ब्रज में कैसे रहूं बताएं मोरी मैया” ब्रज रज की महत्व को समझते समझाते बालकृष्ण मैया यशोदा से कहते हैं, “ऐसों स्वाद नहीं माखन में जो ब्रज रज के चाकन में”। ब्रज की हृदय स्थली गोवर्धन का महत्व समझाते श्री कृष्ण ब्रजवासियों को गिरी गोवर्धन की पूजा की ओर प्रेरित करते हैं “श्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रयो”। गोवर्धन पर्वत पर गैया को चराते और गोवर्धन के अद्भुत रूप का दर्शन देते और ब्रजवासी 56 भोग अर्पण कर गिरधारी का पूजन कर परिक्रमा करते है। नृत्य और संगीत की यह धारा मंच पर बहती है, पार्श्व में संगीत गूंजता है, नख पर धर श्री गिर्राज – नाम गिरधारी पायो, और स्टेज पर लीला जीवंत हो उठती है।


लीलाओं का क्रम जारी रहता है, गोवर्धन पहाड़ी पर श्री राधा रानी अपने दिव्य लीला प्रस्तुत करती है और रूठ जाती है और श्री कृष्ण से अलग अपना राधाकुंड बना लेती है वही श्याम सुंदर श्री राधा रानी को प्रसन्न करने के लिए पास ही श्याम कुंड स्थापित करते हैं। रगिरधारी बनकर कन्हैया गाते हैं, श्री राधा बरसाने वारी, तेरो पुजारी है गिरधारी” एक के पश्चात एक विहंगम प्रस्तुति ने दर्शकों पर अमिट छाप छोड़ी सुर लय ताल युक्त प्रस्तुति ने नववर्ष को अद्भुत बना दिया कार्यक्रम का शुभारंभ गोवर्धन महाराज की भव्य आरती से हुआ।


इन सारी लीलाओं को गोपी मंडल के कलाकारों ने नृत्य के साथ प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाल रोग विशेषज्ञ डॉ अशोक अग्रवाल एवं विशिष्ठ अतिथि समाज सेवी गोपाल खन्ना थे। संस्था के संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार किशन चतुर्वेदी ने आशीर्वचन प्रदान किया । 25 कलाकारों के साथ प्रथम दिवस की प्रस्तुति का निर्देशन जागृति पाल एवं संयोजन दीपक शर्मा ने किया। इस मौके पर सारथी परिवार सचिव मफतलाल अग्रवाल को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान पार्षद राजेश सिंह पिंटू, सुभाष अग्रवाल, गोविंद अग्रवाल, डी पी शर्मा, श्याम बाबू भगत, विवेक अग्रवाल आदि भी मोजूदब्रहे। मंच संचालन पंडित श्रीनाथ शास्त्री ने किया। ब्रज लोक कला मंडल के सचिव मीरा चंदेल ने धन्यवाद ज्ञापन किया |

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