मथुरा। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के महाप्रबंधक मनीष कुमार ने जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्किल इंडिया सेंटर, एनएसडीसी स्किल सेंटर पर चर्चा के साथ ही न्यूजेन आइईडीसी और पाॅलीटेक्निक संस्थान में संचालित प्रोजेक्ट और उपकरणों को देखा।
विदित रहे कि एनएसडीसी भारत की ऐसी पहली और एकमात्र संस्था है, जिसका मूल उद्देश्य कौशल विकास है और जो निजी तथा सरकारी साझेदारी में काम करने वाली इकाई है। इसका मुख्य उद्देश्य उद्योग जगत के साथ समन्वय करते हुए श्रमिकों के कौशल को अन्तराष्ट्रीय स्तर का बनाना तथा कौशल विकास के लिए विषय एवं उनकी गुणवत्ता स्तर को बनाने के लिए मूलभूत ढांचा तैयार करना है। ऐसी मूलभूत संरचनाओं पर आगामी कार्ययोजना हेतु और स्किल इंडिया के तहत इंटरनेशनल मोबिलिटी की संभावनाओं पर चर्चा करने के उद्देश्य से एनएसडीसी के महाप्रबंधक मनीष कुमार जीएलए पहुंचे।
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सर्वप्रथम इन्होंने विश्वविद्यालय में स्थापित न्यूजेन आइईडीसी, स्टार्टअप लॉन्चपैड, टेक्नोलॉजी बिजनेस इंकुबेटर, सेण्टर फॉर स्किल एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट के साथ-साथ यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक का दौरा किया। मनीष विशेष रूप से पॉलिटेक्निक, न्यूजेन आइईडीसी और सीएसईडी के बुनियादी ढांचे और प्रयोगशालाओं से अत्यधिक प्रभावित दिखे।
उन्होंने न्यूजेन आइईडीसी में बनाये गए विभिन्न प्रोटोटाइप जिनमें हाई- ब्रीड बाइक, ट्रेड-ई साइकिल, मेडिएंट, स्मार्ट-साइकिल की प्रशंसा की। साथ ही कार्यरत प्रोटोटाइप जिनमें बॉथरूम ड्रायर, हॉन्किंग सिस्टम, मेडिकल वेंडिंग मशीन, थ्री-डी मेटल प्रिंटर आदि प्रोटोटाइप को भविष्य के लिए कारगर बताया। महाप्रबंधक मनीष कुमार ने जीएलए यूनिवर्सिटी, मथुरा में स्किल सर्टिफिकेशन सेंटर, स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर और एनएसडीसी स्किल असेसमेंट सेंटर (इंटरनेशनल मोबिलिटी के लिए) संभावनाओं पर भी चर्चा की।
जीएलए पाॅलीटेक्निक संस्थान के प्राचार्य डाॅ. विकास शर्मा ने महाप्रबंधक -एनएसडीसी द्वारा पॉलिटेक्निक के लिए दिए गए सुझाव पर अमल करने के साथ छात्र-छात्राओं की बेहतरी के लिए निरंतर कार्य करने की बात कही। न्यूजेन आइईडीसी कोऑर्डिनेटर जितेन्द्र कुमार के अनुसार नए प्रोटोटाइप निर्माण के लिए इनोवेटिव आईडिया को 2.5 लाख तक के प्रस्ताव आमंत्रित किये जा चुके हैं।
विभिन्न जानकारी देते हुए एसोसिएट डायरेक्टर इन्क्यूबेशन प्रो. मनोज कुमार द्वारा बताया गया कि महाप्रबंधक -एनएसडीसी ने प्रोटोटाइप को बाजार में उपलब्ध कराने संबंधी सुझाव दिया। साथ ही टीम का उत्साहवर्धन किया और कहा कि टीम छोटी है, लेकिन काम बड़ा कर रही है। इस अवसर पर इन्क्यूबेशन के वरिष्ठ प्रबंधक रविकुमार तिवारी, अभिषेक गौतम आदि उपस्थित रहे। अंत में महाप्रबंधक ने जीएलए विश्वविद्यालय के सलाहकार डॉ. प्रमोद जोशी का धन्यवाद किया।