- शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा के प्रयासों से बची जान
मथुरा। जीवन और मौत से संघर्ष कर रही नवजात बच्ची को के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पीटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा के प्रयासों से नवजीवन मिला है। डॉ. शर्मा ने आंतों की रुकावट से लगातार उल्टी कर रही एक माह की नवजात बच्ची की जटिल सर्जरी करने में सफलता हासिल की है। बच्ची अब स्वस्थ है तथा दूध पीने लगी है। उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
गौरतलब है कि जमना नगर बीएसए कॉलेज रोड मथुरा निवासी नीरज के घर एक माह पहले पुत्री का जन्म हुआ। जन्म के कुछ दिन बाद ही बच्ची आंतों में रुकावट के चलते उल्टी करने लगी तथा मल उत्सर्जन नहीं होने से उसका पेट फूल गया। आखिरकार नीरज नवजात बच्ची छाया को एक निजी चिकित्सालय ले गए वहां के चिकित्सकों ने बच्ची को ठीक करने के प्रयास तो किए लेकिन सफलता नहीं मिली। आखिरकार उन्होंने बच्ची को के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर ले जाने की सलाह दी।
नीरज 22 फरवरी को बच्ची को लेकर शिशु शल्य विशेषज्ञ डॉ. श्याम बिहारी शर्मा से मिले। डॉ. शर्मा ने बच्ची की कुछ जांचें कराने के बाद सर्जरी की सलाह दी। नीरज की सहमति के बाद डॉ. श्याम बिहारी शर्मा ने 23 फरवरी को नवजात बच्ची के पेट की सर्जरी की। इस जटिल सर्जरी में डॉ. शर्मा का सहयोग डॉ. रवि बघेल, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. नवीन सिंह तथा ओटी टेक्नीशियन शिवम ने किया।
इस सर्जरी पर डॉ. शर्मा का कहना है कि बच्ची की आंत का एक हिस्सा आगे की आंत में घुसा हुआ था, मेडिकल भाषा में इसे इन्टस्ससेप्शन कहा जाता है। इस बच्ची की छोटी आंत भी फटी हुई थी। सर्जरी के दौरान रोगग्रस्त छोटी आंत का लगभग 15 सेंटीमीटर हिस्सा काटकर अलग किया गया एवं आंत के कटे हुए हिस्से को जोड़ा गया। सर्जरी के बाद नवजात बच्ची की देखरेख शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संध्या लता द्वारा की गई।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल, प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल, प्राचार्य और डीन डॉ. आर.के. अशोका तथा उप-प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने नवजात बच्ची की जटिल सर्जरी करने वाले चिकित्सकों की टीम को बधाई देते हुए बच्ची के दीर्घ और स्वस्थ जीवन की कामना की।