मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय में 77वां स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूम-धाम और जोश के साथ मनाया गया। कैंपस के अधिकारियों, कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के मुख्य मैदान में ध्वजारोहण कर देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों को याद किया और भारत को विश्वगुरु बनाने का संकल्प लिया। तिरंगे के प्रति अपना सम्मान प्रदर्शित करने के बाद सबने भारत माता और वंदेमातरम के नारों से सारे विवि के प्रांगण को गुंजित कर दिया।
समारोह के दौरान संस्कृति विवि की एनसीसी विंग के कैडेट्स ने तिरंगे को परंपरागत तरीके से सलामी दी। इस मौके पर संस्कृति विवि के कुलपति प्रो एमबी चेट्टी ने कहा कि देश को आजाद कराने में अपना बलिदान देने वाले स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों को आज देश याद कर रहा है। उनके बलिदान की सार्थकता तभी है जब हम अपने देश के विकास में जुटकर इसे विश्व का सिरमौर बना दें। संस्कृति विश्विद्यालय इसी दिशा में आगे बढ़ कर कदम उठा रहा है और अपना योगदान दे रहा है। विवि के डायरेक्टर जनरल डाक्टर जेपी शर्मा ने कहा कि हमको बलिदानियों के जीवन से प्रेरणा लेनी होगी और उनके त्याग व समर्पण के गुणों को अपने जीवन में उतारना होगा। उन्होंने विद्यार्थियो को अनेक प्रेरक प्रसंग सुनाकर जीवन में उत्साहपूर्वक कार्य करने के लिए प्रेरित किया।उन्होंने कहा कि जिस दिन आप ठान लेंगे उस दिन हालात बदल जायेंगे।
संस्कृति सेंटर फॉर एप्लाइड साइंस एंड स्टडीज के डायरेक्टर डॉक्टर रजनीश त्यागी ने कहा कि आज 77 वें स्वतन्त्रता दिवस पर हमें अपनी सोच बदलनी होगी और भारत के उस स्वरूप को वापस पाने की कल्पना करनी होगी जो महाभारत के पूर्व में था।भारत का विभाजन कई बार हुआ है और षड्यंत्रकारी अभी इसको और टुकड़ों में तोड़ने की साजिश में जुटे हुए हैं। हम भी चीन और पाकिस्तान के कई हिस्से करने में अपनी सोच के साथ आगे बढ़ सकते हैं। स्कूल ऑफ संस्कृति स्कूल ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य डॉक्टर केके पराशर ने ओज से भरी रचनाएं सुनाकर विद्यार्थियों में देशभक्ति के बीज बोए।
स्वतन्त्रता दिवस के इस मौके पर इस मौके पर देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। स्कूल ऑफ एप्लाइड साइंस के विद्यार्थियों लक्षित एवम उनके साथियों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों पर समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया। संस्कृति आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज के छात्र सजल गुप्ता ने कविता पाठ किया तो एनसीसी के कैडेट्स ने बहुत ही भावुक करने वाली नाटिका का प्रदर्शन किया। छात्र अश्मित खरे व छात्रा आर्ची ने युगल गीत सुनाया। छात्र रविकांत और उनके साथियों ने समूह नृत्य प्रस्तुत कर सबका दिल जीत लिया। कार्यक्रम के पूर्व में संस्कृति स्कूल ऑफ़ स्टुडेंट वेलफेयर के डीन डॉक्टर डीएस तोमर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन ट्रेनिंग सेल की वरिष्ठ मैनेजर अनुजा गुप्ता ने किया। समारोह के दौरान संस्कृति विवि के सभी स्कूलों के डायरेक्टर, डीन और गिभागाध्यक्ष के अलावा विद्यार्थी बड़ी संख्या में मोजूद रहे।
संस्कृति विवि में जोश और जुनून के साथ मना 77वां स्वतंत्रता दिवस
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