Thursday, May 16, 2024
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जीएलए विश्वविद्यालय ने “एनपीटीइएल” राष्ट्रीय रैंकिंग में जमाई धाक

  • जीएलए विश्वविद्यालय के छात्रों को शिक्षा और रोजगार के साथ मिल रहे “एनपीटीइएल” से कोर्स प्रमाणपत्र के अवसर

मथुरा। विद्यार्थियों के बेहतर प्रदर्शन के आधार पर लगातार तीसरी बार जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा एनपीटीइएल (नेशनल प्रोग्राम ओन टेक्नोलॉजी एन्हांस्ड लर्निंग) राष्ट्रीय रैंकिंग में शिखर की ओर अग्रसर है और इस बार की परीक्षा परिणाम के अनुसार जीएलए विश्वविद्यालय भारत में सातवें स्थान पर पहुंच गया है।

भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित “स्वयं प्लेटफार्म” पिछले पांच वर्षो में जीएलए विश्वविद्यालय के 30 हज़ार से अधिक विद्यार्थियों ने एनपीटीइएल लोकल चैप्टर कोर्स करने के लिए पंजीकरण कराया। इनमे से 20 हज़ार से अधिक विद्यार्थी प्रमाणपत्र हासिल कर चुके हैं। विगत परीक्षा में 13 हज़ार से अधिक विद्याथियों ने नामांकन किया था, जिसमें से 4 हजार 536 विद्याथियों ने सफलता पाई। इसके अलावा 354 टॉपर, 10 गोल्ड, 608 सिल्वर तथा 3 हजार 635 एलीट प्रमाणपत्र विद्याथियों ने प्राप्त किया। इसके अलावा कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर संदीप राठौर और सिविल इंजीनियरिंग विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर नेहा शर्मा को शीर्ष प्रदर्शन करने वाले गुरु तथा सिविल इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर प्रो. जीतेन्द् गुडैनियन को गुरु प्रमाणपत्र मिला।

विदित रहे कि दिसंबर 2023 में “स्वयं प्लेटफार्म” ने शीर्ष 100 एनपीटीइएल लोकल चैप्टर रैंकिंग जारी की, जिसमें देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले 100 संस्थानों की सूची जारी की गयी। इसमें जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा का भी नाम अग्रणी संस्थान में शामिल है। इस सूची में जीएलए विश्वविद्यालय को शीर्ष 100 एनपीटीइएल लोकल चैप्टर रैंकिंग में उत्तर प्रदेश में “एएए” रैंकिंग यानि प्रथम स्थान और भारत देश में सातवां स्थान हासिल हुआ। यह इस बात का प्रमाण है कि विश्वविद्यालय स्तर पर अभियांत्रकी, प्रबंधन, विज्ञान, एजुकेषन अदि विषयों में उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान की जा रही है।

जीएलए एनपीटीइएल लोकल चैप्टर के समन्वयक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष डा. राजेश कुमार ने बताया कि पिछले पांच वर्षो में स्वयं प्लेटफार्म के माध्यम से विभिन्न प्रमाणपत्र कोर्स करने में रूचि दिखाने वाले छात्रों की अगर बात की जाये तो वर्ष 2022 में 10 हज़ार से अधिक छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके अलावा वर्ष 2023 में यह आंकड़ा और बढ गया। इस वर्ष 13 हजार से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया। इस संख्या में अभी और इजाफा होने का अनुमान है। उन्होंने बताया की विद्याथियों के लिए उक्त प्लेटफार्म पर उपलव्ध पाठ्यक्रम उनके कौशल और उद्यमिता विकास के लिए बहुत ही उपयोगी है। इसलिए विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए उनको प्रोत्साहित किया जाता है। जिसके फलस्वरूप जीएलए ने एनपीटीइएल में “एएए” उच्चतम स्कोर प्राप्त किया।

जीएलए के प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने बताया की आईआईटी के प्रोफेसरों के द्वारा एनपीटीइएल पर संचालित किये जा रहे कोर्सों में विद्याथियों का अच्छा जोश देखने को मिल रहा है। इसके अलावा “स्वयं प्लेटफार्म” पर भी जीएलए विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के रिकार्डेड लेक्चर उपलव्ध है। इन रिकार्डेड लेक्चर के माध्यम से विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे है। यह सभी कोर्स यूजीसी, एआईसीटीई और भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय से मान्यता प्राप्त हैं।

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