Sunday, May 12, 2024
Homeशिक्षा जगतआत्मविश्वास की भावना पैदा करता है बीएलएस का ज्ञान

आत्मविश्वास की भावना पैदा करता है बीएलएस का ज्ञान

  • के.डी डेंटल कॉलेज में बेसिक लाइफ सपोर्ट पर दिया प्रशिक्षण

मथुरा। इंसान की भागमभाग भरी जिन्दगी और नित्यप्रति हो रही स्वास्थ्य परेशानियों को देखते हुए आज के समय में बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) यानी जीवन रक्षक कौशल का ज्ञान होना सभी के लिए बहुत जरूरी है। चिकित्सा क्षेत्र का पेशेवर ही नहीं एक बीएलएस प्रशिक्षण प्राप्त आम आदमी भी आपातकालीन स्थिति में किसी के लिए जीवन रक्षक साबित हो सकता है। यह बातें मंगलवार को के.डी डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल, मथुरा में आयोजित बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण शिविर में चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को बताईं।
के.डी. डेंटल कॉलेज सभागार में आयोजित बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण शिविर में आगरा और मथुरा के चिकित्सकों तथा छात्र-छात्राओं, स्टाफ सदस्यों को सम्बोधित करते हुए अतिथि वक्ता डॉ. ए.एम. अग्रवाल (एसोसिएट प्रोफेसर एवं एचओडी, एनेस्थीसिया विभाग, आरडीएमसी, बांदा) ने कहा कि बीएलएस प्रशिक्षण सशक्तीकरण और आत्मविश्वास की भावना पैदा करता है। यह आत्मविश्वास आपके आस-पास के अन्य लोगों को भी प्रभावित कर सकता है। आपात स्थिति में मूकदर्शक बने रहने के बजाय हमें पीड़ित की हर तरह से मदद करनी चाहिए तथा उसे चिकित्सालय पहुंचाना चाहिए।
विशेषज्ञ निश्चेतना डॉ. राजेश मीना ( प्रोफेसर एवं प्रभारी कौशल केंद्र, नोडल अधिकारी, एनईएलएस, आईएमएस, बीएचयू, वाराणसी) ने कहा कि बीएलएस बुनियादी चिकित्सा सहायता है, जो लोगों को अस्पताल पहुंचने से पहले या उन स्थितियों में दी जाती है, जहां चिकित्सा सुविधा तुरंत उपलब्ध नहीं होती है। डॉ. कविता मीना, (एसोसिएट प्रोफेसर, एनेस्थीसिया विभाग, आईएमएस, बीएचयू, वाराणसी), डॉ. सोमेश त्रिपाठी (असिस्टेंट प्रोफेसर, सर्जरी विभाग, आरडीएमसी, बांदा) तथा डॉ. प्रिया दीक्षित (सहायक प्रोफेसर, एनेस्थीसिया विभाग, आरडीएमसी, बांदा) आदि ने सभी पंजीकृत प्रतिनिधियों के साथ लाइव डेमो के माध्यम से बुनियादी जीवन समर्थन के महत्व पर प्रकाश डाला तथा चर्चा की।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने के.डी. डेंटल कॉलेज के जन जागरूकता तथा जीवन रक्षक कार्यक्रम की प्रशंसा की। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि सड़क पर घायल पड़े व्यक्ति को कभी नजरअंदाज न करें। उसे तुरंत बीएलएस की सुविधा दें तथा एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल पहुंचाएं। आपका थोड़ा सा समय उसकी जिन्दगी बचा सकता है।


अतिथि वक्ताओं ने बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण शिविर के आयोजन के लिए अध्यक्ष डॉ. मनेश लाहौरी, (प्राचार्य, केडी डेंटल कॉलेज), आयोजन सचिव डॉ. विनय मोहन (प्रोफेसर एवं एचओडी, ओएमआर विभाग) और वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. सोनल गुप्ता (प्रोफेसर एवं एचओडी, पेडोडोंटिक्स विभाग) आदि के प्रयासों की सराहना की। प्राचार्य डॉ. मनेश लाहौरी ने कहा कि इस तरह के शैक्षणिक आयोजनों का उद्देश्य व्यक्तियों को गंभीर परिस्थितियों में महत्वपूर्ण जीवन-रक्षक कौशल के साथ सशक्त बनाना है।
ओरल मेडिसिन और रेडियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. विनय मोहन ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्र-छात्राओं को बुनियादी होने के बावजूद कौशल के साथ जागरूक और अद्यतन करने में मदद करते हैं जो उनमें से प्रत्येक को आपात स्थिति में पहला प्रतिक्रियाकर्ता बनने के लिए सशक्त बनाता है। व्याख्यान के बाद अतिथि वक्ताओं के मार्गदर्शन में पंजीकृत प्रतिनिधियों के लिए व्यावहारिक सत्र का आयोजन किया गया। उसके बाद प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम का संचालन बाल चिकित्सा एवं निवारक दंत चिकित्सा विभाग की पीजी छात्राओं डॉ. आशिमा और डॉ. रिया ने किया।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments