Tuesday, May 13, 2025
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आज का पञ्चांग: 24 अक्टूबर 2022, सोमवार

श्रीगणेशाय नम:

आज सोमवार को कार्तिक बदी चतुर्दशी 17:59 तक पश्चात् अमावस्या शुरु , दीपावली पर्व , श्री महालक्ष्मी पूजन (पूजा शुभमुहुर्त 18:53 से 20:16 तक पश्चात् महानिशीथकाल में 23:20 से 24:11तक ), प्रदोष काल में लक्ष्मींद्र कुबेर आदि पूजा ( प्रदोष काल 17:29 से शुरू ) , खाता (बसना पूजा), नरक चतुर्दशी व्रत (पूर्व अरूणोदय वाली ), प्रभात स्नान , रूप चतुर्दशी , श्री हनुमान जयन्ती (उ.भा. कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी , श्री हनुमान जी का दर्शन पूजन ), ऋषि बोधोत्सव , कौमुदी महोत्सव सम्पन्न , गोत्रिरात्र व्रत समाप्त , श्री कमला जयन्ती , श्री महावीर निर्वाण दिवस (जैन ), स्वामी रामतीर्थ जन्म एवं निर्वाण दिवस ( दीपावली के दिन ) , महर्षि दयानंद सरस्वती पुण्य तिथि ( दीपावली ) ,सांय प्रदोष वेला में देवालयों में दीपदान पश्चात् घर में दीपदान , कामेश्वरी जयन्ती , काली चतुर्दशी (महानिशीथ काल में ) , विश्व विकास सूचना दिवस , विश्व पोलियो दिवस , संयुक्त राष्ट्र संघ स्थापना दिवस , भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस स्थापना दिवस (61वाँ) , अंतर्राष्ट्रीय राजनयिक दिवस, व निरस्त्रीकरण सप्ताह (प्रतिवर्ष 24 से 30 अक्टूबर तक)।

  • नई दिल्ली अनुसार
  • शक सम्वत- 1944
  • विक्रम सम्वत- 2079
  • मास- कार्तिक
  • पक्ष- कृष्णपक्ष
  • तिथि- चतुर्दशी – 17:59 तक
  • पश्चात- अमावस्या
  • नक्षत्र- हस्त – 14:42 तक
  • पश्चात- चित्रा
  • करण- शकुन – 17:29 तक
  • पश्चात- चतुष्पाद
  • योग- वैधृति – 14:31 तक
  • पश्चात- विश्कुम्भ
  • सूर्योदय- 06:27
  • सूर्यास्त- 17:43
  • चन्द्रोदय- 29:59
  • चन्द्रराशि- कन्या – 26:33 तक
  • पश्चात- तुला
  • सूर्यायण – दक्षिणायन
  • गोल- दक्षिणगोल
  • अभिजित- 11:42 से 12:27
  • राहुकाल- 07:51 से 09:16
  • ऋतु- हेमन्त
  • दिशाशूल- पूर्व

कल मंगलवार को कार्तिक बदी अमावस्या 16:20 तक पश्चात् प्रतिपदा शुरु , स्नान – दानादि की देवपितृकार्य अमावस्या (सूर्यग्रहण के कारण सुबह 04:23 से सूतक लगेगा इसलिए या तो 04:23 से पहले मनाएँ या बाद में मनाएँ तो सूखा सिद्धा निकालकर )।

नोट- हनुमान जयंती वर्ष में दो बार मनाई जाती है। पहली हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को और दूसरी कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी अर्थात् नरक चतुर्दशी को। इसके अलावा तमिलानाडु और केरल में हनुमान जयंती मार्गशीर्ष माह की अमावस्या को तथा उड़ीसा में वैशाख महीने के पहले दिन मनाई जाती है।

  • आचार्य कमलेश पाण्डेय
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