Friday, June 27, 2025
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यूपी की सभी ग्राम पंचायतों में 27 मई को होगी पहली बैठक, कोरोना से मुक्ति पर करेंगे चर्चा

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लखनऊ। उत्तरप्रदेश में कोरोना महामारी के बीच पंचायतों के चुनाव के बाद 27 मई को पहली बैठक सभी गांवों में स्थित ग्राम पंचायत भवन एवं सामुदायिक भवन में आयोजित की जाएंगी। सभी ग्राम पंचायत सदस्यों को नोटिस भेजकर अवगत कराया और पंचायत भवन के बाहर नोटिस चस्पा किया जाए। इस संबंध में एक यूपी की योगी सरकार न आदेश जारी किया है।

प्रदेश के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह द्वारा जारी आदेश में कहा गया ह कि पिछले दिनों निर्वाचित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक में पदाधिकारियों द्वाराकोरोना की वर्तमान परिस्थिति एवं इससे निपटने के लिए कारगर तरीकों चर्चा की जाए। पंचायत में जो भी कोरोन महामारी से मुक्ति पाने के लिए अच्छे सुझावो को पंचायतराज निदेशालय के माध्यम से प्रदेश सरकार को भेजे जाएं।

इसके अलावा ग्राम पंचायत की पहली बैठक में ग्राम पंचायत की 6 समितियां गठित की जाए। इस पहली बैठक की रिपोर्ट अगले दिन तक यानि 28 मई को पंचायती राज निदेशालय पहुंचाई जाए।

ज्येष्ठ माह में मनाए जाने वाले व्रत और त्यौहारों की सूची, जानिए

1. 27 मई 2021 गुरुवार को नारद जयंती है। पंचांग भेद से 28 मई को भी मनाई जा रही है।
2. 29 मई शनिवार गणेश चतुर्थी तिथि रात 10:30 पर प्रारंभ होगी जो अगले दिन तक चलेगी।
3. 30 मई रविवार को गणेश चतुर्थी अर्थात संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा।
4. 31 मई सोमवार को रानी अहिल्याबाई जयंती मनाई जाएगी।5. 1 जून मंगलवार को पंचक काल प्रारंभ होगा। इसी दिन संत तारण तरण गुरुपर्वी भी है।
6. 3 जून गुरुवार को नवतपा समाप्त हो जाएगा।

7. 6 जून रविवार को अचला एकादशी का व्रत रखा जाएगा, जिसे अपरा एकादशी भी कहते हैं।
8. 7 जून सोमवार को सोम प्रदोष का व्रत है।

9. 8 जून मंगलवार को मासिक शिवरात्रि है अर्थात चतुर्दशी व्रत है। इसी दिन वट व्रत भी प्रारंभ होगा है।

10. 10 जून गुरुवार को सूर्य ग्रहण है जो विदेश में नजर आएगा। इसी दिन वट अमावस्या व्रत भी रहेगा और स्नान, दान अमावस्या भी मानी जाएगी। इसी दिन शनि जयंती भी है।
11. 13 जून रविवार को रंभ तीज व्रत रखा जाएगा और इसी दिन महाराणा प्रताप जयंती भी मनाई जाएगी।
12. 14 जून सोमवार को गुरु अर्जुनदेव पुण्य‍तिथि और विनायक चतुर्थी व्रत है।
13. 15 जून मंगलवार को साईं टेकराम पुण्यतिथि है। इसी दिन सूर्य मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे तो मिथुन संक्रांति है।14. 16 जून 2021 बुधवार को सिंध सम्राट राजा दाहिर का बलिदान दिवस।

15. 18 जून शुक्रवार को मां धूमावती जयंती मनाई जाएगी और इसी दिन झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान दिवस भी है।
16. 19 जून शनिवार को महेश नवमी मनाई जाएगी।
17. 20 जून रविवार को गंगा दशहरा और गायत्री जयंती है। इसी दिन म. गालवजी अवतरण दिवस भी है। इसी दिन फादर डे भी है।
18. 21 जून सोमवार को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाएगा। इसी दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस एवं संगीत दिवस भी है।19. 22 जून मंगलवार को बड़ा महादेव पूजन, प्रदोष व्रत और द. वट पूर्णिमा व्रत प्रारंभ होगा।
20. 24 जून गुरुवार को द. वट पूर्णिमा व्रत, स्नान-दान पूर्णिमा और संत कबीर जयंती रहेगी। इसी दिन रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस भी है।
ज्येष्ठ माह समाप्त अगले दिन गुरु हरगोविंद सिंह जी की जयंती है।

कोरोना मरीजों को देंगे बचाव किट : विवेक

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राष्ट्रीय संयोजक संगठन अजय कांत गर्ग एवं ब्रज प्रांत युवा अध्यक्ष विवेक अग्रवाल ने निशुल्क कोरोना किट को मरीजो को किया समर्पित


मथुरा। कोरोना महामारी से बचाव हेतु अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन ब्रज प्रांत युवा शक्ति द्वारा प्रारंभिक लक्षण वाले मरीजों को निशुल्क कोरोना किट देने के लिए बेहतर कदम उठाया गया है इस किट में भाप लेने वाली मशीन, पांच दिन की दवाइयां, मास्क, सेनेटाइजर, काढ़े के पाउच शामिल हैं, जिसको अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय संयोजक संगठन अजय कांत गर्ग ब्रज प्रांत युवा शक्ति के अध्यक्ष जीएलए यूनिवर्सिटी के चीफ फाइनेंस ऑफिसर विवेक अग्रवाल एवं जिला अध्यक्ष युवा शक्ति अवधेश अग्रवाल गया वालों द्वारा मरीजों के लिए निशुल्क समर्पित किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन ब्रज प्रांत युवा शक्ति के अध्यक्ष विवेक अग्रवाल ने बताया कि इस महामारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग बेदम हो रहे हैं, इस महामारी से काफी हद तक बचाव हेतु कोरोना किट वितरित करने का फैसला हमारी संस्था ने लिया है यह किट कोरोना के संदिग्ध मरीजों को दी जा रही है।

राष्ट्रीय संयोजक संगठन अजय कांत गर्ग ने बताया कि हमारी संस्था के माध्यम से इस महामारी में ही नहीं, बल्कि हमेशा असहाय लोगों की मदद की जाती है। ठीक उसी प्रकार इस महामारी में भी लोगों को बेदम होता देख महामारी के ब्रज में फैलते ही संस्था सहयोग के लिए करीब 40 दिन से कोरोना के मरीजों के लिए सतत प्रयत्नशील है, जिसके अंतर्गत ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन गैस, दवाइयां, अस्पतालों में बैड, होम आइसोलेटेड मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए सुबह, शाम खाने की व्यवस्था के साथ ही इस दौर में छोटे-छोटे दुकानदार, जो कि अपना व्यापार बंद करके घर पर बैठे हुए हैं। उनके लिए 10 दिन राशन सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है।

उन्होंने कहा कि जरूरत मंद कोरोना के प्रारंभिक लक्षण वाले मरीजों को उनके पास जाकर यह किट प्रदान की गयी और की जाएगी, जिससे वह लोग बचाव हेतु इसका पूर्ण प्रयोग कर सकें। जिला अध्यक्ष युवा शक्ति अवधेश अग्रवाल गया वालों ने इस कार्य में सहयोग के लिए सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यदि किसी मरीज को इस किट की आवश्यकता है तो वह 8923832249 पर कॉल करके किट प्राप्त कर सकता है, जिसके लिए मरीज की कोविड रिपोर्ट अनिवार्य होगी। इस मौके पर गौरव अग्रवाल एडवोकेट, ललित अग्रवाल बॉबी आदि का सहयोग इस कार्य हेतु प्राप्त हो रहा है।

शनिदेव 23 मई से होंगे वक्री, इन राशि वालों को रहना होगा सतर्क


शनि ग्रह 23 मई को वक्री हो रहे हैं। श्रवण नक्षत्र और श्रवण नक्षत्र हैं चंद्र का तो, ऐसे में शास्त्र में देखा गया। चंद्र का संबंध सैनी से विष योग के बना देता है। थोड़ा असर इसका रहेगा और यह वक्री होना मतलब क्या है कि इनकी चाल धीमी गति से होना और कष्ट दाई होगी। गोचर में मकर राशि में यह वक्री हो रहे हैं। इनकी दृष्टि जा रही द्वादश भाव पर चतुर्थ भाव पर और सप्तम भाव पर तो यह यह जो है कोई मुश्किल खड़ा करने वाला है।

हमारे प्रकृति के लिए और तो और जैसे कि अभी तूफान आने की संभावना थी कुछ चक्रवात आ गए थे, बस उसी तरह से घटनाएं कुछ आगे भी हो सकती है। पानी से जोड़कर और वह भी धीरे गति से चलेगी इसका हमारे राशियों के ऊपर भी प्रभाव पड़ेगा। जिस राशि में मकर राशि में यह वर्ग बकरी हो रहे हैं। उस जातक को भी छोड़े कष्ट हो सकते हैं। शनि महाराज की दृष्टि जो है मीन राशि कर्क राशि और तुला राशि पर रहेगी। शनि महाराज मकर राशि में बैठकर इन 3 राशियों के ऊपर अपनी दृष्टि रखते हैं। इसमें मीन राशि और कर्क राशि को थोड़ी मुश्किलें बढ़ सकती है, लेकिन तुला राशि में नहीं होगी।

शनि तुला राशि में उच्च के होते हैं, जो शनि की दशम दृष्टि जो है सप्तम पर रहेगी। वह तुला राशि पर रहेगी इसमें कुछ तुला राशि को फायदा भी हो सकता है। लेकिन इस वक्त तुला राशि को भी थोड़ी शनि की दो या चल रही है तो थोड़े काम धीमी गति से हो सकते हैं। तुला राशि वैसे ही कई सालों से शनि महाराज की साढ़ेसाती से परेशानी में चल रही है। बस यह कुछ महीने का आखिरी चरण बचा है। तुला राशि बाद में शनि से मुक्त हो जाएगी तब तक जातक संयम रखें। कोई भी नया निर्णय ना ले यह आपके लिए अच्छा रहेगा। इस बदलाव की और हमारी प्रकृति में अभी आने वाला समय बारिश का रहेगा। पानी का रहेगा तो यह श्रवण नक्षत्र में हुआ। बदलाव तूफान आंधी पानी से जुड़कर नुकसान यह दर्शाता है।


जिनके कुंडली में खास करके तुला राशि मीन राशि और कर्क राशि इनकी कुंडली में अगर चंद्र और शनि का यू टी है इसको विषयों कहा जाता है। वह ज्यादा नुकसान दाई होगा उनके लिए कुछ समय तक जब तक श्रवण नक्षत्र से शनि ना निकले तब तक इसलिए प्रकृति का अपने शारीरिक बीमारी का भी ध्यान रखिए। जब यह श्रवण नक्षत्र में शनि आते हैं तो सैनिक कमजोर होते हैं सैनिक की मजबूती नहीं रहती है। वह नक्षत्र पानी से जुड़ा है शनि की कमजोर ही रहेगी, इसलिए हमारी प्रकृति की मजबूती हमारे शरीर की मजबूती में कहीं कमी आ सकती है। मकर राशि के लिए यह बदलाव बहुत धीमी गति से चलने वाला होगा क्योंकि अभी शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। इसलिए यह प्रभाव ज्यादा दिखाई देगा मकर राशि के काम धीमी गति से और होने वाले हैं।

मकर राशि के जो भी जातक है वह अपनी अपनी कुंडली के अनुसार उपाय करते रहिए। मकर राशि के जातक जो है कोरोना बीमारी से भी बच के रहें क्योंकि उनको अगर सर्दी खासी पकड़ती है तो जल्दी ठीक नहीं हो सकती है। आपके शनि महाराज कमजोर होने वाले हैं। धीमी गति से चलने वाले हैं वाले हैं इसलिए मकर राशि वाले जातक पानी से ज्यादा दूर रहे। जो मछुआरे का काम करते हैं पानी के पास अभी समंदर में मत जाइए नुकसान होने की संभावना है। समुद्र तूफान पर आएगा हवाई तेज चलेगी जो भी समुद्र के पास लोग रहते हैं उनको नुकसान झेलना पड़ता है। जैसे कि अभी हम लोग देख रहे हैं वह उसी की एक शुरुआत हो गई है।

जब तक कि श्रवण नक्षत्र से बाहर नहीं आते तब तक यह स्थिति जारी रहेगी। शनि का जो सभी राशियों के लिए है मित्रों स्त्री पुरुष दोनों के लिए है। जब शनि इस समय कमजोर होने वाले हैं तो उसमें आपको मजबूती का उपाय किस तरह से करना चाहिए वह मैं आपको बताऊंगा। शनिवार के दिन सुबह नहाने से पहले गर्दन का निचला हिस्सा जो भी है पूरा उसको आप राई के तेल लगा कर आधा घंटा रुक जाइए फिर गर्म पानी से स्नान कीजिए। यह आपके लिए मजबूती का उपाय साबित होगा। ऐसा करने से फर्क महसूस होगा।

संस्कृति विवि वेबिनार: नर्सिंग स्टाफ य़ोग और ध्यान से मरीजों को करें चिंता मुक्त


मथुरा। संस्कृति स्कूल आफ नर्सिंग द्वारा ‘रोल आफ नर्सिंग प्रोफेशनल इन हीलिंग थ्रू राज योगा मेडिटेशन’ विषय को लेकर एक महत्वपूर्ण वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार की मुख्य वक्ता ग्लोबल हास्पिटल माउंटआबू राजस्थान की चीफ आफ नर्सिंग सर्विसेज ब्रह्मकुमारी रूपा उपाध्याय ने मरीजों के उपचार में ध्यान के महत्व को विस्तार से बताया।

वेबिनार में ब्रह्मकुमारी रूपा उपाध्याय ने कहा कि हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए योग और ध्यान का विशेष महत्व है। इसकी उपयोगिता वहां और बढ़ जाती है जब व्यक्ति बीमार होता है। अक्सर देखा गया है कि अस्वस्थ शरीर को लेकर व्यक्ति मानसिक रूप से चिंताग्रस्त हो जाता है या फिर दिनभर की चिंताओं को लेकर मनुष्य अस्वस्थ हो जाता है। ऐसी सभी परिस्थितियों में नर्सिंग प्रोफेशनल का रोल और भी महत्वपूर्ण होता है।

उन्होंने कहा कि कोविड महामारी को लेकर जानकारी के अभाव में लोगों के मन में भय उत्पन्न हो गया है। ऐसे में लोग घबरा रहे हैं और चिंताग्रस्त हो रहे हैं। लगातार ऐसी स्थिति में रहने से लोगों की प्रतिरोधक क्षमता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। राज योग और ध्यान इसके लिए बहुत उपयोगी साबित हुआ है।

योग और ध्यान करने से लोगों के स्वास्थ्य में तो सुधार होता है साथ ही मानसिक रूप से भी मजबूती आती है। जब हम शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होते हैं तो हमारे शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता बहुत बढ़ जाती है। इसे ही प्रतिरोधक क्षमता कहते हैं। ध्यान करने से चित्त शांत होता है और नकारात्मक विचारों से मुक्ति मिलती है। उन्होंने नर्सिंग के विद्यार्थियों को राज योग और ध्यान के लाभ को विस्तार से बताते हुए कहा कि वे अपने मरीजों में ध्यान और योग के माध्यम से आत्मविश्वास बढ़ाएं उनके अंदर सकारात्मक विचारों को प्रस्फुटित करने का प्रयास करें, ताकि वे जल्दी स्वस्थ हो सकें।

वेबिनार में उपस्थित शिक्षकों, विद्यार्थियों और अन्य लोगों ने अनेक सवाल कर अपनी जिज्ञासाओं को दूर किया। संस्कृति विवि की शिक्षका सुश्री नम्रता ने वेबिनार का संचालन किया। वेबिनार का समापन संस्कृति स्कूल आफ नर्सिंग डा. केके पाराशर ने मुख्य वक्ता रूपा उपाध्याय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके इस प्रेरणास्पद और ज्ञानवर्धक उद्बोधन से नर्सिंग स्टाफ को बहुत लाभ होगा। हम आगे भी इस तरह के आयोजन करते रहेंगे ताकि लोग योग और ध्यान के महत्व को भलीभांति समझें और अपने जीवन में लाभ उठाएं। वेबिनार के सह संयोजक जितेंद्र कुमार थे।

यूपी में बिना परीक्षा दिए प्रमोट किए जाएंगे यूजी-पीजी के 30 लाख छात्र, फाइनल ईयर में होंगी परीक्षा

लखनऊ। कोरोना महामारी के चलते यूपी सरकार ने अंडर ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट की परीक्षा रद्द कर दी हैं। इस फैसले के बाद यूजी पीजी के करीब 30 लाख छात्र बिना परीक्षा के उत्तीर्ण कर दिए जाएंगे। अधिकारिक घोषणा के मुताबिक यूजी के फस्र्ट प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्र और पीजी के फस्र्ट ईयर के छात्र को बिना परीक्षा पास करा दिया जाएगा। जबकि यूजी-पीजी के फाइनल ईयर के एग्जाम होंगे। यूपी कॉलेज परीक्षा 2021 के बारे में अधिक जानकारी के लिए छात्र अपने संबंधित कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से संपर्क करें।


उत्तरप्रदेश के विश्वविद्यालयों के छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने के बारे में शासन को सलाह देने के लिए कुलपतियों की तीन सदस्यीय समिति गइित की गई थी। समिति ने शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट में लगभग 30 लाख अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट प्रथम वर्ष के छात्रों को बिना परीक्षा कराए प्रमोद करने की बात कही गई है। साथ ही बीते वर्ष की तरह अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं कराने की सिफारिश की गई थी।

आश्रम के कमरे में 12 साल की लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म, आरोपी फरार

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आगरा। शमसाबाद थाना क्षेत्र के एक गांव में 12 वर्षीय लड़की ने तीन युवकों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पीड़िता का आरोप है कि उक्त तीनों युवकों ने गांव के आश्रम में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी युवकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के बाद शुक्रवार को पीड़िता का मेडिकल कराया है।

थाना शमसाबाद के एक गांव निवासी व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ 20 मई को रिश्तेदार की शादी में गया था। घर पर उसकी 12 वर्षीय बेटी अकेली थी। इस दौरान छोटा निवासी गांव उजावली (थाना फतेहाबाद) घर से लड़की को जामुन खिलाने के बहाने गांव में बने आश्रम में ले आया। जहां पर दो युवक संजू और मुन्ना पहले से मौजूद थे।

आश्रम में ले जाकर किया दुष्कर्म

तीनों युवकों ने आश्रम में बने कमरे में ले जाकर नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद तीनों ने उसको धमकी दी कि अगर किसी को इस बारे में बताया तो तेरे परिवार को जान से मार देंगे। शुक्रवार को जब पीड़िता के माता-पिता शादी से लौटकर आए तो उसने उन्हें पूरी बात बताई। इस पर उन्होंने पुलिस को घटन की जानकारी दी।


सूचना पाकर एसपीआरए पूर्वी अशोक वैकेंट, सीओ फतेहाबाद ब्रजमोहन गिरी और थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और साक्ष्य जुटाए। पीड़ित ने थाना शमसाबाद में तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एसपीआरए पूर्वी अशोक वैंकेट ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित कर दी गई है।

देश में ऐसा पहला मामला: बॉम्बे हाईकोर्ट ने दी 24 हफ्ते का गर्भ गिराने की इजाजत

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मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक महिला को 24 हफ्ते का गर्भ गिराने की इजाजत दे दी है। महिला के गर्भ में तीन भ्रूण पल रहे हैं। 24 हफ्ते का गर्भ गिराने की अनुमति देने का संभवत: देश में यह पहला मामला है। जे जे अस्पताल के एक विशेषज्ञ पैनल ने गर्भ को गिराने की अनुमति देने की सिफारिश की थी। जिसमें कोर्ट से कहा गया था कि यह गर्भ मां की मानसिक हालात के लिए ठीक नहीं है।

जस्टिस शाहरुख काठवाला और जस्टिस सुरेंद्र तावड़े की पीठ ने एक मानसिक समस्या से पीड़ित 41 वर्षीय महिला और उसके पति की उस याचिका को स्वीकार कर लिया था, जिममें कहा गया कि महिला के गर्भ में तीन भ्रूण पल रहे हैं, जिनके स्वस्थ न होने के चलते गर्भपात की इजाजत दी जाए।

महिला के गर्भ में पल रहे तीन भ्रूण

बता दें कि महिला के गर्भ में भ्रूण में से जहां एक का सिर नहीं है, तो वहीं दूसरे में आनुवाशिंक असामान्यताएं के साथ पैदा होने की आशंकाएं जताई गई है। जबकि एक के स्वस्थ्य पैदा होने की संभावना है। इससे पहले, 12 मई को बॉम्बे हाईकोर्ट की एक पीठ ने केवल एक भ्रूण की समाप्ति की संभावना के लिए जांच के निर्देश दिए थे। इसके बाद 17 मई को न्यायाधीशों ने चिकित्सा विशेषज्ञों से महिला के स्वास्थ्य और संपूर्ण गर्भ को समाप्त या न करने को लेकर एक रिपोर्ट मांगी थी।

नेपाल की राष्ट्रपति ने भंग की संसद, मध्यावधि चुनाव के लिए तारीखों का किया ऐलान

काठमांडू। नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने नेपाली संसद भंग करने के मध्यावधि चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। नेपाल में 12 और 19 नवंबर को मध्यावधि चुनाव होंगे। नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली दोनों के सरकार बनाने के दावे को खारिज राष्ट्रपति ने कर दिया।

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी को सांसदों के हस्ताक्षर वाले पत्र सौंपकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था। विपक्षी दलों के नेताओं से कुछ मिनट पहले केपी शर्मा ओली राष्ट्रपति के कार्यालय पहुंचे थे। ओली ने संविधान के अनुच्छेद 76 (5) के मुताबिक, दोबारा प्रधानमंत्री बनने के लिए अपनी पार्टी सीपीएन-यूएमएल के 121 सदस्यों और जनता समाजवादी पार्टी-नेपाल (जेएसपी-एन) के 32 सांसदों के समर्थन के दावे वाला पत्र सौंपा था।

वहीं, नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने 149 सांसदों का समर्थन होने का दावा किया और देउबा प्रधानमंत्री पद का दावा पेश करने के लिए विपक्षी दलों के नेताओं के साथ राष्ट्रपति के दफ्तर पहुंचे थे। लेकिन राष्ट्रपति ने दोनों के दावों को खारिज कर दिया।

केपी शर्मा ओली ने 153 सदस्यों का समर्थन होने का दावा किया था। वहीं देउबा ने दावा किया था कि उनके समर्थन में 149 सांसद हैं। नेपाल की 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 121 सीटों के साथ सीपीएन-यूएमएल सबसे बड़ा दल है।

शिक्षकों के मृतक आश्रितों को बाबू बना सकती योगी सरकार, 8500 परिवारों को मिलेगा लाभ

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प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में सपा शासनकाल में स्वास्थ्य मंत्री रहे अहमद हसन का वर्ष 2016 में यह बयान खूब चर्चित हुआ था कि ‘शिक्षक का बेटा पानी नहीं पिलाएगा।’ इसी उद्देश्य से शिक्षकों के मृतकाश्रितों को क्लर्क बनाने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने प्रस्ताव भेजा लेकिन, अमल नहीं हुआ और वर्ष 2018 तक प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 13,193 मृतक आश्रित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हो गए। इनमें ऐसे आश्रितों की संख्या सबसे अधिक है, जो इंटर, स्नातक और भी अधिक योग्यता रखते हैं।

योगी सरकार में योग्यता के अनुसार शिक्षकों के आश्रितों को नियुक्ति देने की प्रक्रिया 20 महीने से चल रही है। अब जल्द ही शासनादेश भी जारी होने की उम्मीद है। इसका लाभ पहले से कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ ही कोरोना संक्रमण में मृत शिक्षकों के आश्रितों को भी मिल सकेगा। यानी मृत शिक्षकों के आश्रितों में योग्यता रखने वालों को शिक्षक, स्नातक व इंटरमीडिएट उत्तीर्ण को लिपिक बनाया जा सकता है।

बेसिक शिक्षा परिषद में वर्ष 1997 के पहले किसी भी शिक्षक या शिक्षणेतर कर्मचारी की मृत्यु होने पर उसके आश्रित को इंटर की योग्यता पर अध्यापक पद पर नियुक्ति मिलती थी। उससे कम पढ़े लोग अनुचर पद पर नियुक्त होते थे, वर्ष 1997 के बाद अध्यापक पद पर नियुक्ति के लिए आश्रित का स्नातक होना जरूरी था। 26 जुलाई, 2011 को प्रदेश में शिक्षा अधिकार अधिनियम लागू हुआ और मृतक आश्रितों के लिए शिक्षक बनने की योग्यता स्नातक के साथ बीटीसी और टीईटी कर दी गई।