नई दिल्ली। दिल्ली की आवोहवा और जहरीली होती जा रही है। वायु प्रदूषण के अब तक के आंकड़ों में सबसे खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। दिल्ली के छह इलाके ऐसे हैं जहां प्रदूषण 400 के आंकड़े को भी पार कर चुका है। वहीं 5 इलाके ऐसे हैं जहां प्रदूषण का 350 के नंबर को पार कर चुका है या फिर 400 के नंबर को छूने वाला है। यह आंकड़े केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जारी किए हैं। प्रदूषण के इस आंकड़े को खतरनाक श्रेणी का माना जाता है। परेशान करने वाली बात यह है कि अभी दीवाली कुछ दिन दूर है। दीवाली के दो दिन पटाखे चलने के कारण दिल्ली-एनसीआर की हवा ज्यादा खराब हो जाती है। लेकिन आज के आंकड़े भी कम गंभीर नहीं है।
सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली के हॉटस्पॉट वाले 11 इलाकों में आज वायु प्रदूषण के आंकड़े कुछ इस तरह हैं-
मथुरा रोड 355
आनंद विहार 407
नॉथे कैम्पस 358
पटपड़गंज 415
आया नगर 358
बवाना 447
द्वारका 408
आईटीओ 380
मंदिर मार्ग 359
शादीपुर 417
वज़ीरपुर 410
दिल्ली एनसीआर के वायु प्रदूषण पर बोले चीफ जस्टिस
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी टिप्पणी की है। इस मामले पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस ए बोबडे ने कहा है कि मुझे कुछ जानकारों ने बताया है कि प्रदूषण की वजह सिर्फ पराली नहीं है। आप लोग लंबी-लंबी खूबसूरत गाड़ियों में घूमना बन्द करें। साइकिल चलाने की आदत डालनी होगी। मुख्य न्यायाधीश ने आज की सुनवाई को अगले हफ्ते शुक्रवार तक के लिए टाल दिया है। आज ही केंद्र सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए अध्यादेश जारी किया है। कोर्ट ने कहा कि सभी पक्ष अध्यादेश को ठीक से पढ़ लें उसके बाद सुनवाई होगी।
केन्द्र सरकार बना रही है यह आयोग
दिल्ली-एनसीआर और उससे सटे राज्यों में प्रदूषण फैलाने वाले अब सावधान हो जाएं। प्रदूषण पर रोकथाम के लिए केन्द्र सरकार ने एक आयोग बनाया है। इस आयोग में इसरो के प्रतिनिधि भी होंगे। यह आयोग ईपीसीए की जगह लेगा। कमीशन का मुख्यालय दिल्ली में होगा और इसके आदेश को सिर्फ एनजीटी में ही चुनौती दी जा सकेगी। दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और यूपी के प्रदूषण को देखते हुए यह आयोग बनाया है।