- केवड़िया से साबरमती रिवरफ्रंट के बीच चलेगा सी प्लेन
- विमान में एक बार में 19 लोगों के बैठने की व्यवस्था
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर देश की पहली सी-प्लेन सेवा को हरी झंडी दिखाई। यह सी-प्लेन केवड़िया से साबरमती रिवरफ्रंट के बीच चलेगी। इस विमान में 19 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। लगभग 200 किलोमीटर की दूरी को सीप्लेन के जरिए लगभग 40 मिनट में तय किया जा सकेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस खास मौके पर खुद सी-प्लेन से केवड़िया से अहमदाबाद तक का सफर किया। विमान पर सवार होने से पहले उन्होंने यहां स्थित जल हवाई अड्डे पर अधिकारियों से बात की और विमान के बारे में जानकारी ली।
सी-प्लेन सेवा हर दिन सैलानियों के लिए अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया से अहमदाबाद के बीच उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले केवड़िया में एकता क्रूज का भी उद्घाटन किया था। प्रधानमंत्री ने इस क्रूज के जरिए स्टैच्यू स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक का सफर किया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन सी प्लेन की यात्रा की थी। उस वक्त पीएम मोदी ने साबरमती नदी से मेहसाणा जिले के धरोई बांध तक सी प्लेन का सफर किया था।
केवड़िया-साबरमती रिवरफ्रंट सी-प्लेन सेवा को भले ही पीएम मोदी ने आज हरी झंडी दिखाई दी हो लेकिन ये प्रोजेक्ट पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। अब इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के साथ जोड़ दिया गया है, जिसके कारण इससे ज्यादा से ज्यादा सैलानियों को जोड़ने में मदद मिलेगी। ये सी-प्लेन बीते दिन ही मालदीव से कोच्चि पहुंचा था।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि आज का भारत अपनी संप्रभुता और सम्मान को चुनौती देने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत रखता है। आतंकवाद के बढ़ते खतरे के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय से एकजुट होने की अपील करते हुए उन्होंने पुलवामा हमले का भी जिक्र किया और कहा कि पाकिस्तान की संसद में इसका सच उजागर हुआ है।
सरदार पटेल की जंयती पर पीएम ने दी श्रद्धांजलि
देश के पहले गृह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती पर यहां ‘स्टैचयू ऑफ यूनिटी’ पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि देश आज रक्षा के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है तथा सीमाओं को लेकर अब भारत की नजर और नजरिया दोनों बदल गए हैं।
उन्होंने कहा कि आज भारत की भूमि पर नजर गड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत हमारे वीर जवानों के हाथों में है। आज का भारत सीमाओं पर सैकड़ों किलोमीटर लंबी सड़कें बना रहा है तो दर्जनों पुल लगातार बनाता चला जा रहा है। अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा के लिए आज का भारत पूरी तरह प्रतिबद्ध, पूरी तरह तैयार है।