मथुरा। यूपी में कई दशक से डॉक्टरों की भारी कमी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पीएचसी और सीएससी फार्मासिस्ट के दम पर चल रही हैं। वहीं मथुरा के महर्षि दयानन्द सरस्वती जिला अस्पताल के मानसिक रोग विभाग सहित कई रोगों के डॉक्टर न होेने के कारण रोगी इलाज के लिए भटक रहे हैं।
मथुरा के महर्षि दयानंद सरस्वती जिला अस्पताल में पिछले एक साल से चर्म रोग के डॉक्टर नहीं है। ऐसे ही अस्पताल में मानसिक रोग विभाग में भी कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं है जबकि इनके कक्षों के बाहर सिर्फ नाम की तख्तियां ही लगी हुई है। रोगी उपचार के लिए अस्पताल में आकर भटक रहे हैं और प्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं को कोस रहे हैं। रोगियों का कहना है कि सभी राजनीतिक दलों की सरकारों के कामकाज एक जैसे हैं। डॉक्टर न आज से पांच साल पहले रागियों का उपचार कर रहे थे न ही आज कर रहे हैं।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ मुकुन्द बंसल ने बताया कि जिला अस्पताल मेें ही नहीं अन्य सरकारी अस्पतालों में भी डॉक्टरों की लंबे समय से कमी चली आ रही है। डॉक्टरों की कमी के संबंध में कई बार उच्चाधिकारियों और शासन को लिखा जा चुका है।