नई दिल्ली। भारत के निर्वाचन आयोग ने हाल के दिनों में मीडिया के साथ अपने संबंधों को लेकर हो रही चर्चा पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने एक बयान जारी कर कहा है कि आयोग मीडिया के संरचनात्मक योगदान को स्वीकार करता है।
आयोग ने कहा कि कि चुनाव आयोग इस बारे में एकमत है कि मीडिया रिपोर्टिंग पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं होना चाहिए। इसमें कहा गया है कि निर्वाचन आयोग ने उसके और मीडिया के संबंधों को लेकर विभिन्न मीडिया रिपोट्र्स में चल रहे कथानक पर ध्यान दिया है और चुनाव आयोग कोई भी फैसला लेने से पहले उचित विचार विमर्श करता है।
फ्री प्रेस को लेकर जताई प्रतिबद्धता मीडिया को लेकर चुनाव आयोग ने कहा है कि “वह एक फ्री प्रेस के लिए प्रतिबद्ध है। एक आयोग के रूप में और उसके प्रत्येक सदस्य अतीत और वर्तमान में देश में चुनावी लोकतंत्र को मजबूत करने में सभी चुनावों के संचालन में मीडिया की सकारात्मक भूमिका को स्वीकार करते हैं।” आगे कहा गया है कि “चुनाव आयोग इस बारे में एकमत है कि मीडिया रिपोर्टिंग पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं होना चाहिए।”