नई दिल्ली। कल टोक्यो ओलम्पिक 2020 का समापन हो गया। समापन समारोह में भारत के ध्वजवाहक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया रहे, आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाख ने 32वें ओलंपिक खेलों को समाप्त करने की घोषणा की। अब ओलंपिक ध्वज 2024 पेरिस ओलम्पिक के मेजबान फ्रांस को सौंप दिया गया। टोक्यो में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा। भारत ने लंदन ओलम्पिक में सबसे अधिक 6 मेडल अपने नाम किए थे। हालांकि इस बार ये रिकॉर्ड टूट गया और भारतीय खिलाड़ियों ने एक गोल्ड समेत कुल सात पदक इस बार भारत की झोली में डाले हैं। भारत की ओर से जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता।
टोक्यो ओलंपिक को लेकर बात करें मुस्लिम देशों की तो उनके लिए ये ओलम्पिक बहुत अच्छा नहीं रहा है। दुनिया में 56 मुस्लिम देश हैं। इनमें से 42 मुल्क ऐसे हैं, जो ओलम्पिक में एक भी मेडल नहीं जीत पाए। इस सूची में पाकिस्तान भी शामिल है, जो पिछले 29 सालों से ओलम्पिक में मेडल जीतने के लिए तरस रहा है, सिर्फ 14 मुस्लिम देश ही टोक्यो ओलम्पिक में मेडल जीतने में कामयाब हुए।
ओलम्पिक में मेडल जीतने वाले इस्लामिक मुल्क
तुर्की -13 मेडल
ईरान -7 मेडल
इजिप्ट – 6 मेडल
उज्बेकिस्तान – 5 मेडल
इंडोनेशिया – 5 मेडल
अजरबैजान – 7 मेडल.
सऊदी अरब – एक मेडल.
बहरीन – 1 मेडल
कतर – 3 मेडल
जॉर्डन – 2 मेडल
मलेशिया – 2 मेडल
तुर्कमेनिस्तान – 1 मेडल
कजाख्स्तान – 8 मेडल
किर्गिस्तान – 3 मेडल