Sunday, May 5, 2024
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सड़क दुर्घटनाएं रोकने में यातायात नियमों का पालन जरूरी

  • के.डी. मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञों ने बताए सुरक्षित यात्रा के मूलमंत्र


मथुरा। आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी में हर किसी को कहीं न कहीं आना-जाना पड़ता है। सड़कें देश के विकास एजेंडे में मुख्य भूमिका निभाती हैं। सड़कों का विकास में तभी योगदान सार्थक है, जब वे यात्रियों के लिए सुरक्षित हों। हमारी यात्रा सुखद और दुर्घटनारहित हो इस पर शनिवार को के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर तथा दिल्ली-आगरा टोल रोड लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें मेडिकल चिकित्सकों, छात्र-छात्राओं व कर्मचारियों को राजमार्गों में बढ़ती दुर्घटनाओं को रोकने तथा दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के प्राथमिक उपचार पर विस्तार से जानकारी दी गई।


सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति के प्राथमिक उपचार की जानकारी देते हुए डॉ. प्रणीता सिंह ने कहा कि अगर घायल व्यक्ति होश में है तो उसे दिलासा दिलाएं। उसे दुर्घटना की जगह से किसी सुरक्षित जगह पर पहुंचाएं। हाथ से दबाकर रक्तस्राव रोकने की कोशिश करें। घावों को साफ कर उसे साफ-सुथरे कपड़े से ढंक दें। सांस और दिल की धड़कन की जांच करें। अगर ज़रूरत हो तो कृत्रिम रूप से सांस दिलाने और दिल की मालिश करने की कोशिश करें। जांच करके पता करें कि कहीं कोई हड्डी टूटी तो नहीं है। अगर आहत व्यक्ति हिल-डुल पाने की स्थिति में न हो तो उसे ले जाने के लिए एक स्ट्रेचर बना लें। स्ट्रेचर रीढ़ की हड्डी टूटने पर ले जाए जाने में सुरक्षित होता है। रीढ़ की हड्डी टूटने पर आहत व्यक्ति को पेट के बल लिटाना चाहिए ताकि रीढ़ की हड्डी को और नुकसान न पहुंचे।


डॉ. शालिनी गांधी ने कहा कि देश में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी है कि दुपहिया वाहन चालक हेलमेट का प्रयोग करें तथा चारपहिया वाहन चालक सीटबेल्ट का इस्तेमाल जरूर करें। अपने वाहन की गति तय मानक के अनुरूप ही रखें तथा यातायात के नियमों का पालन करें। डॉ. गांधी ने बताया कि आजकल बहुत सी सड़क दुर्घटनाएं चालक द्वारा नशा करने की वजह से भी होती हैं लिहाजा वाहन चलाते समय नशा बिल्कुल न करें।
इस अवसर पर दिल्ली-आगरा टोल रोड लिमिटेड के इंसीडेंट मैनेजर मुकेश कुमार, मान सिंह, रघुवीर सिंह तथा संजय सौरभ ने भी सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति के प्राथमिक उपचार की जानकारी दी। इस अवसर पर के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेण्टर के डीजीएम मनोज गुप्ता, डॉ. सीमा सिंह, डॉ. अंजू कुमारी, संध्या कुमारी, बड़ी संख्या में मेडिकल कर्मचारी तथा एमबीबीएस छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


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